Side effects of compact powder: कॉम्पैक्ट पाउडर का करते है इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान, हो सकता है भारी नुकसान
पुरुष हो या महिला हर कोई मेकअप प्रोडक्टस का यूज करते हैं। अपने चेहरे के दाग धब्बे और सांवला पन छुपाने के लिए अलग अलग तरह के कॉस्मेटिक सामान यूज करते है,लेकिन इन प्रोडक्टस का रोजाना उपयोग करना आपकी स्किन के लिए कितना नुकसानदायक होता हैं
Side effects of compact powder: आज कल की सौंदर्यीकरण से भरी दुनिया में हर कोई सुंदर दिखना चाहता है, जिसके लिए वो कई तरह के मेकअप प्रोडक्टस का इस्तेमाल करते है। पुरुष हो या महिला हर कोई मेकअप प्रोडक्टस का यूज करते हैं। अपने चेहरे के दाग धब्बे और सांवला पन छुपाने के लिए अलग अलग तरह के कॉस्मेटिक सामान यूज करते है, जैसे फाउंजेशन, कॉम्पैक्ट पाउडर, बीबी क्रीम आदि। लेकिन क्या आप जानते है कि इन प्रोडक्टस का रोजाना उपयोग करना आपकी स्किन के लिए कितना नुकसानदायक होता हैं। इतना ही नही अगर आप बेस के अलावा सिर्फ कॉम्पैक्ट ही यूज करते है तो ये भी आपके लिए काफी हानिकारक साबित हो सकता है।
बढ़ जाता है बीमारियों का खतरा
मेकअप के दौरान जो भी टैल्कम पाउडर्स का इस्तेमाल किया जाता है उनमें से कुछ में एस्बेस्टस और स्पास्टिस जैसे नुकसान दायक पदार्थ होते हैं। जिससे फेफड़ों के कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। एस्बेस्टस और स्पास्टिस ये दोनों ही कैंसरकारी पदार्थ माने जाते हैं, खासकर एस्बेस्टस ये फेफड़ों और गुर्दे के कैंसर का प्रमुख कारण माना जाता है। इसलिए किसी भी टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल बहुत ही सावधानीपूर्वक करना चाहिए। कभी भी टैल्कम पाउडर खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि उसमें एस्बेस्टस जैसे हानिकारक तत्व शामिल ना हों, इन पदार्थों के इस्तेमाल से हम खतरनाक बीमारियों से बच सकते हैं।
कॉम्पैक्ट पाउडर का न करें डेली यूज
डेली यूज में कॉम्पैक्ट पाउडर का अत्यधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से स्किन में इरिटेशन, रैशेज़ और एलर्जी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। देखा जाए तो कुछ लोगों की स्किन काफी सेंसिटिव होती है, वे जब कॉम्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल करते है तो इनकी स्किन इतने हार्ड केमिकल्स को बर्दाश्त नहीं कर पाते है। ऐसे में इसका उपयोग डेली बेसस पर करना बंद कर देना चाहिए। साथ ही अगर आप इसका प्रयोग रोज कर रहे है, तो पाउडर को ठीक से साफ करें, पाउडर को सही से साफ न करने से पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं और पिंपल्स, एक्ने जैसी समस्याएं बढ़ जाती है।