Border-Gavaskar Trophy: टेस्ट इतिहास में आस्ट्रेलिया के साथ हुई ये घटना, टीम इंडिया का बड़ा कारनामा

आस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने गयी टीम इंडिया ने ऑप्टस स्टेडियम में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मुकाबले में आस्ट्रेलिया का जो हाल किया, वो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। किसी ने भी ये उम्मीद नहीं जताई थी कि मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम को ऐसी शर्मनाक हार का सामना करना पड़ेगा।

Border-Gavaskar Trophy: टेस्ट इतिहास में आस्ट्रेलिया के साथ हुई ये घटना, टीम इंडिया का बड़ा कारनामा

Border-Gavaskar Trophy: आस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज (test series) खेलने गयी टीम इंडिया ने ऑप्टस स्टेडियम (Optus Stadium) में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) के पहले मुकाबले में आस्ट्रेलिया का जो हाल किया, वो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। किसी ने भी ये उम्मीद नहीं जताई थी कि मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम (Australian team) को ऐसी शर्मनाक हार का सामना करना पड़ेगा। लेकिन तमाम संभावनाओं के उलट इस मैच में टीम इंडिया (team india) ने जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की कप्तानी में खेलते हुए मुकाबले को ना सिर्फ 4 दिनों के अंदर ही खत्म कर दिया। बल्कि उसे 295 रनों से अपने नाम भी किया। 

147 साल के इतिहास में पहली बार देखा ऐसा शर्मनाक दिन

इस मैच में टीम इंडिया (team india) के गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन जारी रहा। पहली पारी में जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम (Australian team) ने अपने 4 विकेट 31 के स्कोर तक गंवा दिए थे तो वहीं, दूसरी पारी में उन्होंने सिर्फ 17 के स्कोर तक अपने पहले 4 विकेट गंवा दिए थे। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने अपने टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा शर्मनाक दिन देखा जो इस मुकाबले से पहले कभी देखने को नहीं मिला था। 

पर्थ टेस्ट में हार का सबसे बड़ा कारण

ऑस्ट्रेलियाई टीम की पर्थ टेस्ट मैच में हार का सबसे बड़ा कारण उनके टॉप-4 बल्लेबाजों का बिल्कुल भी योगदान ना देना था। पहली पारी में उस्मान ख्वाजा, मैक्सविनी, लाबुशेन और स्मिथ मिलकर सिर्फ 18 रन ही जोड़ने में कामयाब हो सके। वहीं इसके बाद दूसरी पारी में कंगारू टीम के टॉप-4 बल्लेबाजों में ख्वाजा, मैक्सविनी, लाबुशेन और कमिंस ने मिलकर सिर्फ 9 रन ही बनाए। इस तरह से ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऐसा देखने को मिला है जब टीम के टॉप-4 बल्लेबाज दोनों पारियों में मिलकर सिर्फ 29 रन ही बनाने में कामयाब हो सके।

जीत के बाद बुमराह बने नंबर वन 

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टेस्ट में टीम इंडिया को मिली जीत में कप्तान जसप्रीत बुमराह का बहुत बड़ा योगदान रहा। बुमराह ने पहली ही पारी में जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर किया, उसके बाद विरोधी टीम वहां से उबर नहीं पाई। इस बीच कप्तान बनते ही और ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराने के बाद आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में जसप्रीत बुमराह नंबर एक गेंदबाज बन गए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपने करियर की ऑलटाइम हाई रेटिंग भी हासिल कर ली है। जसप्रीत बुमराह टेस्ट में दूसरी बार भारतीय टीम की कप्तान कर रहे थे।  

जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की

इससे पहले जब वे इंग्लैंड के खिलाफ कप्तान बने थे तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने कमाल कर दिया। आस्ट्रेलिया को उसी के घर में पहला ही टेस्ट हरा दिया। जसप्रीत बुमराह ने इस मुकाबले में शानदार गेंदबाजी की और पूरे मैच में 8 विकेट लिए थे। बुमराह ने मैच की पहली पारी में 5 विकेट और दूसरी पारी में तीन विकेट लेकर आस्ट्रेलिया की हार की कहानी लिख दी। जसप्रीत बुमराह ने अपनी ऑल टाइम हाई रेटिंग भी हासिल कर ली है। अब उनकी रेटिंग 883 की हो गई है। बुमराह के आगे जाने से कगिसो रबाडा और जोश हेजलवुड को नुकसान हुआ है। 

​कगिसो रबाडा दूसरे स्थान पर पहुंचे 

कगिसो रबाडा इससे पहले नंबर एक पर थे लेकिन, अब वे दूसरे स्थान पर चले गए हैं। उनकी रेटिंग 872 की है। जबकि ऑस्ट्रेलिया के जोश हेजलवुड अब दूसरे से तीसरे स्थान पर चले गए हैं और उनकी रेटिंग 860 की है। भारत के रविचंद्रन अश्विन को पहला टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला था इसके बाद भी वे एक स्थान आगे आ गए हैं। अश्विन अब 807 की रेटिंग के साथ नंबर 4 पर पहुंच गए हैं। ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान पैट कमिंस को भी नुकसान उठाना पड़ा है। कमिंस 796 की रेटिंग के साथ गेंदबाजों कि सूची में नंबर 6 पर पहुंच गए हैं। हार के बाद कमिंस दो स्थान नीचे आ गए हैं।