Violent protests in Pakistan: पाकिस्तान में इमरान खान की रिहाई की मांग तेज, समर्थकों के हिंसक प्रदर्शन में 6 सुरक्षाकर्मियों की मौत

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग तेज हो गई है। रविवार को शुरू हुए प्रदर्शन ने अब हिंसक रूप ले लिया है। इमरान खान के सैकड़ों समर्थक इस्लामाबाद में घुस गए हैं।

Violent protests in Pakistan: पाकिस्तान में इमरान खान की रिहाई की मांग तेज, समर्थकों के हिंसक प्रदर्शन में 6 सुरक्षाकर्मियों की मौत

Violent protests in Pakistan: पाकिस्तान (Pakistan) में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Former Prime Minister Imran Khan) की रिहाई की मांग तेज हो गई है। रविवार को शुरू हुए प्रदर्शन ने अब हिंसक रूप ले लिया है। इमरान खान के सैकड़ों समर्थक इस्लामाबाद (islamabad) में घुस गए हैं। सेना ने शिपिंग कंटेनर रखकर राजधानी पहुंचने वाले हाईवे को बंद कर दिया था, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने लिफ्टिंग मशीन और कई भारी मशीनों की मदद से बैरिकेड्स तोड़ दिए।

प्रदर्शनकारियों ने श्रीनगर हाईवे (Srinagar Highway) पर सुरक्षाबलों पर गाड़ियां चढ़ा दीं, जिसमें कुचलकर 4 सैनिकों और 2 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। इस घटना में 5 सैनिक और 2 पुलिसकर्मी घायल भी हुए है। रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा में अब तक 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं। ज्यादातर की हालत गंभीर है। इमरान खान की पार्टी का दावा है कि हिंसक प्रदर्शन में उनके कार्यकर्ता भी घायल हुए हैं। 

हिंसा से निपटने के लिए राजधानी इस्लामाबाद (islamabad) में आर्टिकल 245 लागू कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है। पाकिस्तानी सेना को कानूनी व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी इलाके में कर्फ्यू लगाने का अधिकार दे दिया गया है। 

पाकिस्तान के डी चौक पर पहुंचना चाहते हैं प्रदर्शनकारी

खैबर-पख्तूनख्वा (Khyber-Pakhtunkhwa) के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर (Chief Minister Ali Amin Gandapur) और इमरान खान (imran khan) की पत्नी बुशरा बीबी का काफिला रविवार (24 नवंबर) को शुरू हुआ था। वे राजधानी इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं। उनका मकसद डी चौक पर पहुंचना और धरना देना है।

डी चौक इस्लामाबाद (D Chowk Islamabad) का सबसे हाई प्रोफाइल इलाका है। राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट इसी इलाके में हैं। इस इलाके में प्रदर्शनकारियों को घुसने से रोकने के लिए सुरक्षा और तेज कर दी गई है। मीडियाकर्मियों को इस इलाके से दूर रहने का आदेश दिया गया है।

प्रदर्शनकारी सीमा पार न करें- गृहमंत्री 

पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी (Home Minister Mohsin Naqvi) ने कहा है कि अगर प्रदर्शनकारी हाई सिक्योरिटी जोन में घुसने की कोशिश करते हैं तो उन्हें अंजाम भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ये इलाका पहले से संवेदनशील है, क्योंकि बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Belarus President Alexander Lukashenko) आधिकारिक यात्रा पर इस्लामाबाद में हैं।

हम सख्त कदम उठाने से हिचकेंगे नहीं- नकवी

मोहसिन नकवी (Mohsin Naqvi) ने कहा कि प्रदर्शनकारी डी चौक की जगह इस्लामाबाद के ही संगजानी इलाके में धरना देने के लिए चले जाएं। वे कोई भी ऐसा कदम न उठाएं, जिससे उन्हें सख्ती बरतने को मजबूर होना पड़े। अगर वे हद पार करते हैं तो हम कोई भी कदम उठाने से नहीं हिचकेंगे।

बुशरा बीबी देश में आग लगा रही हैं- आजमा बुखारी 

पंजाब की सूचना मंत्री आजमा बुखारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने इस्लामाबाद जाते समय कई पुलिसकर्मियों को पकड़ लिया है और बंधक बना लिया है। बुशरा बीबी इस देश में आग लगा रही हैं। वह अपने पति को रिहा करवाने के लिए पश्तूनों को भड़का रही हैं।

शहबाज शरीफ ने जवानों की मौत पर जताई नाराजगी 

वहीं, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जवानों की मौत पर नाराजगी जताई है। उन्होंने दोषियों की पहचान करने और और उन्हें सख्त सजा देने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध के नाम पर सुरक्षाकर्मियों पर हमला करना बहुत निंदनीय है।

यह सिर्फ इमरान खान की लड़ाई नहीं- बुशरा बीबी

जानकारी के मुताबिक, इमरान खान डी चौक के बदले किसी और जगह पर धरना देने के लिए तैयार हो गए हैं, लेकिन बुशरा बीबी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है। बुशरा बीबी का कहना है कि डी चौक के अलावा किसी और जगह पर धरना नहीं हो सकता। बुशरा बीबी ने एक वीडियो मैसेज में कहा कि जब तक इमरान खान की रिहाई नहीं होगी तब तक यह मार्च खत्म नहीं होगा। वे अपनी आखिरी सांस तक लड़ती रहेंगी। बुशरा ने कहा कि यह सिर्फ इमरान खान की लड़ाई नहीं है, बल्कि देश की लड़ाई है।

इमरान खान पर 200 से अधिक केस

इमरान खान रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। इस्लामाबाद की स्थानीय कोर्ट ने उन्हें 5 अगस्त, 2023 को तोशाखाना के केस में दोषी करार दिया था। इसके बाद उन्हें इस्लामाबाद के जमान पार्क स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इसके बाद से उन पर 200 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं।