Sambhal Masjid Case: संभल मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट नहीं हुई तैयार, 8 जनवरी को होगी अगली सुनवाई

संभल की शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर होने के दावे पर शुक्रवार को चंदौसी कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट कमिश्नर ने सर्वे रिपोर्ट पेश करने के लिए समय मांगा है।

Sambhal Masjid Case: संभल मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट नहीं हुई तैयार, 8 जनवरी को होगी अगली सुनवाई

Sambhal Masjid Case: संभल की शाही जामा मस्जिद (Shahi Jama Masjid of Sambhal) को हरिहर मंदिर (Harihar Temple) होने के दावे पर शुक्रवार को चंदौसी कोर्ट (Chandausi Court) में सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट कमिश्नर ने सर्वे रिपोर्ट पेश करने के लिए समय मांगा है। मस्जिद पक्ष ने वादी से दस्तावेज़ों की प्रतियां मांगी और अगली सुनवाई 8 जनवरी तय की गई। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने निचली अदालत को मामले की सुनवाई से रोकते हुए प्रशासन को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

भारी पुलिस बल की सुरक्षा में हुई सुनवाई 

जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर होने के केस में शुक्रवार को भारी पुलिस बल की सुरक्षा में सिविल जज सीनियर डिवीजन संभल चंदौसी स्थित आदित्य कुमार सिंह की कोर्ट में सुनवाई हुई। इस बीच दोनों पक्षों के वकील कोर्ट पहुंचे। कोर्ट कमिश्नर ने रिपोर्ट पेश करने के लिए कुछ दिन का समय मांगा। इसके अलावा मस्जिद पक्ष के लोगों ने वादी के अधिवक्ता से दावे इत्यादि की कॉपी उपलब्ध कराने को कहा। कोर्ट ने अगली सुनवाई आठ जनवरी तय की है।

शाही जामा मस्जिद पर क्यों हो रहा है विवाद?

संभल में मुगल शासक बाबर के युग में बनी जामा मस्जिद (Jama Masjid) पर इस बात को लेकर विवाद है कि यहां पहले 'हरिहर मंदिर' था, जहां पर मस्जिद का निर्माण कराया गया था। इसको लेकर हिंदू पक्ष की तरफ से एक वकील ने कोर्ट सर्वे की मांग के साथ स्थानीय कोर्ट में याचिका दायर की थी। बाद में कोर्ट ने सर्वे का आदेश जारी किया, जिसको लेकर इलाके में तनाव पैदा हो गया और मुस्लिम समाज ने इसका विरोध किया। 

आर्कियोलॉजिकल टीम सर्वे के लिए पहुंची    

दरअसल, चंदौसी कोर्ट के आदेश के बाद आर्कियोलॉजिकल सर्वे (Archaeological Survey) की एक टीम सर्वे के लिए 24 दिसंबर को भी शाही मस्जिद का दौरा किया था। हालांकि, इस दौरान कहा जाता है कि मुस्लिम समाज ने विरोध किया और फिर पुलिस और स्थानीय लोगों में झड़प हो गई। नतीजा ये हुआ कि इसमें मुस्लिम समुदाय के चार लड़के मारे गए, जिसके बाद इलाके में तनाव बना हुआ है। 

यूपी पुलिस कर रही हिंसा की जांच

उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) हिंसा की जांच कर रही है और इस दौरान दर्जनों लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस का आरोप है कि हिंसा भड़काने में स्थानीय नेताओं का हाथ है, जिन्होंने कथित रूप से उकसावे वाली बयानबाजी की थी। हालांकि, इसको लेकर जांच चल रही है और अभी कुछ स्पष्ट खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस टीम गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ कर रही है और उनके मोबाइल फोन और कॉल्स की जांच चल रही है, ताकि हिंसा के पीछे कोई सुराग मिल सके।