Care of Heart: ठंड के मौसम में इन संकेतों को न करें नजरअंदाज, ऐसे रखें अपने दिल का ख्याल

सर्दियों में सर्दी-जुखाम के साथ-साथ हार्ट अटैक या हार्ट फेलियर का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। प्रदूषण, ठंडी हवाएं और शारीरिक गतिविधियां कम होने से दिल पर दबाव बनने लगता है। जिससे अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

Care of Heart: ठंड के मौसम में इन संकेतों को न करें नजरअंदाज, ऐसे रखें अपने दिल का ख्याल

Care of Heart: सर्दियों में सर्दी-जुखाम के साथ-साथ हार्ट अटैक (heart attack) या हार्ट फेलियर (heart failure) का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। प्रदूषण, ठंडी हवाएं और शारीरिक गतिविधियां कम होने से दिल पर दबाव बनने लगता है। जिससे अटैक का खतरा बढ़ जाता है। दिल जब परेशान होता है तो संकेत देता है और उन संकेतों को नजरअंदाज करना सही नहीं है। खासकर ठंड के मौसम में तो ऐसी लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। 

ठंड के दिनों में मौसम तेजी से बदलता है। ठंड हो या प्रदूषण दोनों ही दिल के दुश्मन हैं और ठंड बढ़ने के साथ ही दिल पर दबाव बढ़ता है। क्योंकि ठंड में धमनियों के सिकुड़ने से बीपी हाई हो जाता है और दिल पर दबाव बढ़ जाता है। इसके साथ ही सर्दियों में लोगों की शारीरिक हलचल भी कम हो जाती है। तो चलिए आपको बतातें हैं कि आप कैसे अपने दिल का ख्याल रख सकतें हैं। 

ये सब हैं दिल के दुश्मन

हाई बीपी, मोटापा, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, गठिया और यूरिक एसिड दिल के दुश्मन हैं। सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि धमनियां सिकुड़ जाती हैं और इससे रक्त प्रवाह प्रभावित होता है, रक्तचाप बढ़ता है और दिल पर दबाव पड़ता है। 5 साल में दिल के रोग के मामलों में 53 फीसदी की बढ़त हुई है। युवाओं में दिल से संबंधी समस्याओं के लिए अनियमित दिल की धड़कन सबसे बड़ी समस्या है।

हल्की धूप निकलने पर सैर करने जाना चाहिए 

कई लोग नियमित रूप से सुबह की सैर पर जाते है। ऐसे में दिल के रोग से संबंधित लोगों को सुबह की सैर के लिए हल्की धूप निकलने के बाद ही जाना चाहिए। ठंड से खुद को बचाना बहुत जरूरी है। हालांकि, हृदय रोग के मरीजों के अलावा भी सभी लोगों को नियमित एक्सरसाइज करना चाहिए। अगर आप सर्दियों में सैर करने जाते है तो दस्ताने, टोपी, स्वेटर पहन कर ही बाहर निकलें, सर्दियों में विशेष तौर पर शरीर का वजन नहीं बढ़ने देना चाहिए।

दिल से जुड़ी समस्याओं से बचने के उपाय

अपने खाने में आपके दिल के लिए सुपर फूड जैसे अलसी, लहसुन, दालचीनी और हल्दी शामिल करें। बीपी की समस्या दूर करें, खूब पानी पिएं, तनाव और टेंशन कम करें, समय पर खाना खाएं, जंक फूड न खाएं और 6-8 घंटे की नींद लें। धूम्रपान और शराब से बचें क्योंकि ये दिल के सबसे बड़े दुश्मन हैं। अपने खाने में लौकी का कल्प, लौकी का सूप, लौकी की सब्जी और लौकी का जूस शामिल करके अपने दिल को स्वस्थ बनाएं।

दिल को मजबूत बनाने के लिए आजमाएं ये प्राकृतिक उपाय- 1 चम्मच अर्जुन की छाल, 2 ग्राम दालचीनी, 5 तुलसी की पत्ती, सभी चीजों को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इसे रोजाना पीने से ब्लॉकेज दूर हो जाएगा।