Hezbollah-Israel War: हिजबुल्लाह चीफ ने इजराइल पर जीत का किया दावा, कहा- यह 2006 से भी बड़ी जीत

इजराइल-लेबनान के बीच 60 दिनों के लिए सीजफायर डील मंजूर हो गई है। सीजफायर के 3 दिन बाद हिजबुल्लाह चीफ नईम कासिम ने लोगों को संबोधित किया।

Hezbollah-Israel War: हिजबुल्लाह चीफ ने इजराइल पर जीत का किया दावा, कहा- यह 2006 से भी बड़ी जीत

Hezbollah-Israel War: इजराइल-लेबनान (Israel-Lebanon) के बीच 60 दिनों के लिए सीजफायर डील (ceasefire deal) मंजूर हो गई है। सीजफायर के 3 दिन बाद हिजबुल्लाह चीफ नईम कासिम (Hezbollah Chief Naeem Qasim) ने लोगों को संबोधित किया। जानकारी के मुताबिक, कासिम ने कहा कि हिजबुल्लाह को इजराइल पर जीत हासिल हुई है और ये 2006 में हुई लड़ाई से भी बड़ी है। 

18 साल पहले हिजबुल्लाह-इजराइल में हुई थी जंग

दरअसल, 18 साल पहले हिजबुल्लाह और इजराइल (Hezbollah and Israel) में 34 दिनों तक जंग चली थी। इसमें करीब 1200 लेबनानी नागरिक मारे गए थे। कासिम ने कहा कि हम इस जंग में जीते हैं, क्योंकि हमने हिजबुल्लाह को खत्म होने से रोक दिया है।

हिजबुल्लाह ने दुश्मनों को घुटनों पर ला दिया 

हिजबुल्लाह चीफ ने कहा कि जो लोग यह दांव लगा रहे थे कि हिजबुल्लाह कमजोर हो जाएगा, उनका दांव फेल हो चुका है। हिजबुल्लाह ने दुश्मनों को घुटनों पर ला दिया और समझौता करने पर मजबूर कर दिया। 

हिजबुल्लाह चीफ ने पेजर हमले का भी किया जिक्र 

हिजबुल्लाह चीफ नईम कासिम (Hezbollah Chief Naeem Qasim) ने सितंबर में हुए पेजर हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इजराइल को उम्मीद थी कि वह हिजबुल्लाह के कमांड सिस्टम पर हमला करके संगठन को खत्म कर देगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसके बाद हिजबुल्लाह ने इजराइल के घरेलू मोर्चे पर हमला शुरू किया। जिससे इजराइल डिफेंसिव मोड (israel defensive mode) में आया और सीजफायर पर सहमत हुआ।

सीजफायर कायम रखने की कोशिश करेंगे- हिजबुल्लाह चीफ 

कासिम ने हिजबुल्लाह के हार न मानने के जज्बे की तारीफ की और कहा कि वे लेबनानी सेना के साथ मिलकर सीजफायर को कायम रखने की कोशिश करेंगे। हिजबुल्लाह चीफ ने कहा कि हमने अपना सिर ऊंचा करके इस समझौते को मंजूरी दी है। इसका मकसद लितानी नदी के दक्षिण में लेबनान के सभी हिस्से से इजराइली सेना की वापसी थी। हम शुरू से इस पर कायम थे और इजराइल इसे मानने पर मजबूर हुआ।

27 नवंबर को हुई थी सीजफायर डील 

बता दें कि इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 27 नवंबर को सीजफायर डील हुई है। अमेरिका और फ्रांस ने इसके लिए मध्यस्थता की थी। इस समझौते के तहत दक्षिण लेबनान से इजराइली सैनिक पीछे आएंगे और हिजबुल्लाह भी वहां से हट जाएगा।

नेतन्याहू ने सीजफायर के 3 कारण बताए 

नेतन्याहू ने सीजफायर के 3 कारण बताए। ईरान पर ध्यान केंद्रित करना। थके हुए रिजर्व सैनिकों को आराम देना। हमास को अलग-थलग करना। नेतन्याहू ने कहा था कि हमास, हिजबुल्लाह पर भरोसा कर रहा था। उन्हें यकीन था कि हिजबुल्लाह के लड़ाके उनके साथ लड़ेंगे, लेकिन अब वे अकेले रह गए हैं। अब उन पर दबाव बढ़ेगा। इससे हमारे बंधकों को छुड़ाने में मदद मिलेगी।

समझौते के उल्लंघन पर लेंगे एक्शन

हालांकि, नेतन्याहू ने ये भी कहा था कि अगर हिजबुल्लाह सीमा के पास इजराइल पर हमला करने की कोशिशें करता है, इस इलाके में बुनियादी ढांचा तैयार करता है, सुरंगें खोदता है या इस इलाके में रॉकेट ले जाने वाले ट्रक लाता है तो इसे समझौते का उल्लंघन माना जाएगा।