Kolkata rape murder case: 9 अक्टूबर से देशव्यापी भूख हड़ताल करेंगे डॉक्टर्स, सरकार ने की काम पर लौटने की अपील
कोलकाता रेप मर्डर केस के विरोध में जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल जारी है। आज डॉक्टरों की भूख हड़ताल का आज चौथा दिन है। प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर आज कॉलेज स्क्वायर से धर्मतल्ला तक मार्च निकालेंगे।
Kolkata rape murder case: कोलकाता रेप मर्डर केस (Kolkata rape murder case) के विरोध में जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल जारी है। आज डॉक्टरों की भूख हड़ताल का आज चौथा दिन है। प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर आज कॉलेज स्क्वायर से धर्मतल्ला तक मार्च निकालेंगे। प्रदशर्नकारी डॉक्टरों का कहना है कि हम तब तक विरोध जारी रखेंगे, जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। हम किसी बाहरी दबाव में आकर झुकने वाले नहीं हैं।
FAIMA ने किया समर्थन देने का ऐलान
वहीं, जूनियर डॉक्टरों को फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (Federation of All India Medical Association) यानी FAIMA ने समर्थन देने का ऐलान किया है। FAIMA ने एक बैठक के बाद 9 अक्टूबर से देशव्यापी भूख हड़ताल की घोषणा की है। हालांकि, 6 जूनियर डॉक्टर 5 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। आज उनकी हड़ताल का चौथा दिन है।
अपनी 9 मांगों पर अड़े जूनियर डाक्टर
जूनियर डॉक्टर सेक्रेटरी एनएस निगम (Secretary NS Nigam) को पद से हटाने और स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के लिए जवाबदेही तय करने समेत अपनी 9 मांगों पर अड़े हुए हैं। जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि वे भूख हड़ताल की पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए मंच पर सीसीटीवी लगाएंगे, ताकि हर कोई यह देख सके कि वहां क्या हो रहा है?
मामले में जल्द से जल्द इंसाफ हो- जूनियर डाक्टर
हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर डॉ. अकीब ने सोमवार को कहा कि सेशन कोर्ट में आरजी कर केस में सीबीआई की भूमिका बहुत ढीली है। हम चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द इंसाफ हो। कोई भी यह नहीं कह सकता है कि हमारी मांगें गलत हैं।
सरकार ने डाक्टरों से की काम पर लौटने की अपील
दूसरी तरफ, राज्य सरकार ने सभी प्रदर्शनकारी डाक्टरों से काम पर वापस लौटने की अपील की है। मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा कि 90 फीसदी परियोजनाएं अगले महीने तक पूरी हो जाएंगी। उन्होंने दावा किया कि सीसीटीवी लगाने का 45 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। सरकार अपने किए वादे पूरी कर रही है।
सीबीआई ने कहा- ट्रेनी डॉक्टर का गैंगरेप नहीं हुआ
वहीं केस की जांच कर रही सीबीआई (CBI) ने ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर मामले में पहली चार्जशीट दाखिल कर दी है। एजेंसी ने अपनी पहली चार्जशीट में ट्रेनी डॉक्टर से गैंगरेप की आशंका को नकार दिया है। एजेंसी का कहना है कि वारदात को संजय रॉय ने अकेले ही अंजाम दिया था। करीब 100 गवाहों के बयानों और 12 पॉलीग्राफ टेस्ट करने के बाद सीबीआई इस नतीजे पर पहुंची है।
10 अगस्त को गिरफ्तार हुआ आरोपी
बता दें कि कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय को घटना के अगले दिन 10 अगस्त को गिरफ्तार किया था। 9 अगस्त की सुबह आरजी कर मेडिकल कालेज के सेमिनार हॉल में पीड़ित का अर्धनग्न शव मिला था। इसके अगले दिन से डाक्टरों से हड़ताल शुरू कर दी है।
ममता सरकार ने 5 में 3 मांगें ही मानी थीं
बता दें कि कोलकाता के जूनियर डॉक्टरों ने रेप-मर्डर घटना के खिलाफ 10 अगस्त से 21 सितंबर तक 42 दिन तक हड़ताल की थी। इस दौरान आंदोलनकारी डॉक्टरों ने सरकार के सामने 5 मांगें रखी थीं। इनमें से सरकार ने केवल 3 मांगें ही मानी थीं। मुख्यमंत्री ममता ने जूनियर डाक्टरों को उनकी दो अन्य मांगों और शर्तों पर विचार करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद डॉक्टरों ने 21 सितंबर को हड़ताल खत्म कर दी थी। वे अस्पतालों में अपने काम पर लौट गए थे।
हम पर अभी भी हमले हो रहे हैं- डाक्टर
इसके बाद 27 सितंबर को कोलकाता के सागोर दत्ता हॉस्पिटल (Sagar Dutta Hospital, Kolkata) में 3 डॉक्टरों और 3 नर्सों से पिटाई का मामला सामने आया था। जिससे नाराज डॉक्टरों ने 1 अक्टूबर को फिर से हड़ताल शुरू कर दी थी। जूनियर डॉक्टरों ने कहा था कि हमारी सुरक्षा की मांगों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार का रवैया पॉजिटिव नहीं लग रहा है। हम पर अभी भी हमले हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता के वादों को पूरा करने का कोई प्रयास होता नहीं दिख रहा है। हमारे पास पूरी तरह काम बंद करने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा है।
ममता सरकार को दिया था 24 घंटे का अल्टीमेटम
जूनियर डॉक्टरों ने 4 अक्टूबर को हड़ताल वापस ले ली, लेकिन धरना जारी रखा। उन्होंने कहा कि हम काम पर लौट रहे हैं क्योंकि सरकारी अस्पतालों में भारी संख्या में मरीज परेशान हो रहे हैं। हालांकि उन्होंने ममता सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। डॉक्टर कहा था कि इस दौरान किसी को कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमने राज्य सरकार को 24 घंटे का वक्त दिया था, लेकिन 24 घंटे बाद हमें केवल धमकियां ही मिलीं। हमें उत्सव में लौटने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन हम उस मानसिकता के नहीं हैं।
सरकार होगी जिम्मेदार- डाक्टर
डॉक्टरों ने बताया कि पहले चरण में 6 जूनियर डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठेंगे। मांगें पूरी नहीं होने पर यह भूख हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगी। यदि ऐसे में किसी को कुछ होता है तो, उसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।