Israeli attack on Lebanon-Gaza: लेबनान और गाज़ा पट्टी पर इजराइल का हमला, 50 लोगों की मौत

इजराइली सेना का ये हमला त्रिपोली के एक ईसाई इलाके ऐतोउ में हुआ। आमतौर पर देखा गया है कि इजराइल ईसाई इलाके में हमला नहीं करता।

Israeli attack on Lebanon-Gaza: लेबनान और गाज़ा पट्टी पर इजराइल का हमला, 50 लोगों की मौत

Israeli attacks Lebanon-Gaza: लेबनान (lebanon) में इजराइल (israel) की सेना लगातार हमले कर रही है। सोमवार (14 अक्टूबर) को उत्तरी लेबनान (northern lebanon) में इजराइल के हवाई हमले में करीब 21 लोगों की मौत हो गई, जबकि 8 लोग घायल हैं। जानकारी के मुताबिक, इजराइली सेना (israeli army) का ये हमला त्रिपोली के एक ईसाई इलाके ऐतोउ में हुआ। आमतौर पर देखा गया है कि इजराइल ईसाई इलाके में हमला नहीं करता।

ऐतोउ में स्थित एक अपार्टमेंट पर हमला

जानकारी के मुताबिक, ऐतोउ (aitou) में स्थित एक अपार्टमेंट में दक्षिण लेबनान से पलायन कर आए लोग रह रहे थे। त्रिपोली लेबनान के सेफ इलाके में गिना जाता रहा है। हालांकि, इजराइल ने पिछले सप्ताह पहली बार यहां एक शरणार्थी कैंप पर हमला किया था। 

वहीं, इजराइली सेना (israeli army) ने इस हमले पर अभी तक कुछ नहीं कहा है। इससे पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने कहा था कि बेरूत समेत हर उस इलाके पर हमला किया जाएगा, जहां हिजबुल्लाह के ठिकाने मौजूद हैं।

गाजा में इजराइली हमले में 29 की मौत

दूसरी तरफ, इजराइली सेना (israeli army) का गाजा पर मंगलवार को भी हमला जारी रहा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल की सेना ने मंगलवार सुबह दक्षिणी गाजा में सलाह-अल-दीन मस्जिद पर बमबारी की है। इस हमले में 29 लोगों की मौत हो गई है। 

इजराइली सेना ने शरणार्थी शिविरों पर किया हमला 

इजराइली सेना ने बताया कि उसने नागरिकों के बीच छिपे आतंकवादियों को निशाना बनाया था। हालांकि, उसने इसका कोई सबूत नहीं दिया है। इजराइल ने कई बार भीड़ वाले शरणार्थी शिविरों और तंबुओं में बने शिविरों पर हमला किया। आरोप है कि हमास के लड़ाके हमलों के लिए इन शिवरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। 

गाजा पट्टी के एक अस्पताल पर इजराइली सेना का हमला 

इससे कुछ घंटे पहले ही गाजा पट्टी में एक अस्पताल परिसर पर इजराइली सेना ने हमला किया। इस हवाई हमले में कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई। फिलिस्तीनी डाक्टरों ने बताया कि हमले के चलते युद्ध से विस्थापित लोगों के लिए बनाए गए एक शरणार्थी शिविर में आग लग जाने से कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए।