Chief Minister of Jammu and Kashmir: उमर अबदुल्ला आज दूसरी बार बनेंगे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री, 4 मंत्री भी लेंगे शपथ

जम्मू-कश्मीर में आज नई सरकार का गठन होने वाला है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला आज जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ ही वो दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे।

Chief Minister of Jammu and Kashmir: उमर अबदुल्ला आज दूसरी बार बनेंगे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री, 4 मंत्री भी लेंगे शपथ

Chief Minister of Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आज नई सरकार का गठन होने वाला है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) आज जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ ही वो दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। इसके साथ ही वे इस केंद्र शासित राज्य के पहले सीएम बन जाएंगे। शपथ ग्रहण कार्यक्रम श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (Sher-e-Kashmir International Conference Center, Srinagar) में सुबह 11:30 बजे होगा।

4 मंत्री भी लें सकते हैं शपथ

उमर अब्दुल्ला के साथ 4 मंत्रियों के शपथ लेने की भी संभावना है। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस (Congress) और सरकार (Congress) को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक अभी मंत्री पद की शपथ नहीं लेंगे। दरअसल, जम्मू-कश्मीर रीऑर्गनाइजेशन एक्ट, 2019 (Jammu and Kashmir Reorganization Act, 2019) के तहत मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों की कुल संख्या विधानसभा सीटों के 10 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उमर अब्दुल्ला दोपहर करीब 3:00 बजे एडमिनिस्ट्रेटिव सेक्रेटरी के साथ बैठक करेंगे।

50 से अधिक वीआईपी समारोह में होंगे शामिल

शपथ कार्यक्रम में 50 से अधिक वीआईपी (vip) आ सकते हैं शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया गठबंधन के कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) की ओर से संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (National Conference) , कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge), पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee), तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन (Tamil Nadu CM MK Stalin), शरद पवार (Sharad Pawar), उद्धव ठाकरे, लालू प्रसाद यादव और अरविंद केजरीवाल समेत करीब 50 वीआईपी को न्योता भेजा गया है। वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 15 अक्टूबर को ही श्रीनगर पहुंच चुके हैं। 

नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 48 विधायकों का साथ 

चुनाव में जीते 7 निर्दलीय विधायकों में से 4 ने 10 अक्टूबर को नेशनल कॉन्फ्रेंस को अपना समर्थन देने का ऐलान किया था। ये चार निर्दलीय- इंदरवल से प्यारेलाल शर्मा, छम्ब से सतीश शर्मा, सूरनकोट से मोहम्मद अकरम और बनी सीट से डॉ. रामेश्वर सिंह हैं। इसके बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि, अब हमारी संख्या बढ़कर 46 हो गई है। एक दिन बाद 11 अक्टूबर को आम आदमी पार्टी ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन दिया था। मेहराज मलिक डोडा सीट से पार्टी के इकलौते विधायक चुने गए हैं। 
 
मुजफ्फर इकबाल खान ने किया नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन 

इसके बाद थन्नामंडी से निर्दलीय विधायक मुजफ्फर इकबाल खान ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस  को समर्थन दिया। इस तरह नेशनल कॉन्फ्रेंस को सरकार बनाने के लिए कांग्रेस की आवश्यकता नहीं है, लेकिन प्री-पोल अलायंस के तहत कांग्रेस भी जम्मू-कश्मीर सरकार का हिस्सा रहेगी।

गांदरबल और बडगाम सीटों से उमर ने लड़ा था चुनाव 

बता दें कि उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने गांदरबल और बडगाम (Ganderbal and Budgam) दो सीटों से चुनाव लड़ा था और वे दोनों ही सीटों पर जीत गए हैं। कहा जा रहा है कि वे गांदरबल सीट बरकरार रख सकते हैं। 2009 में उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) जब​ पहली बार सीएम बने थे, तब भी वे इसी सीट से चुनाव जीते थे। वहीं उनके दादा शेख अब्दुल्ला 1977 में और पिता फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) 1983, 1987 और 1996 में यहां से जीत चुके हैं।

बारामूला लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे उमर अब्दुल्ला  

दरअसल, उमर अब्दुल्ला बारामूला लोकसभा सीट (Baramulla Lok Sabha seat) से चुनाव हार गए थे। निर्दलीय उम्मीदवार और उस समय तिहाड़ जेल में बंद इंजीनियर राशिद (Engineer Rashid) ने करीब 2 लाख वोट से चुनाव हराया था। इस कारण उमर ने दो सीटों से विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ा। ये दोनों ही सीटें नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) का गढ़ मानी जाती हैं।