HEAVY PERIODS: पीरियड्स के दौरान हो रही है लम्बे समय तक ब्लीडिंग, जानें क्या है इसके पीछे का कारण?

कुछ महिलाओं को सामान्यतः ही 7 दिनों तक पीरियड्स होते हैं। 7 दिनों या इससे ज्यादा समय तक लगातार ब्लीडिंग होने से शरीर में कमजोरी आ सकती है। साथ ही इतने दिनों तक पीरियड का होना सेहत के लिए सही नहीं माना जाता। आइए जानते हैं ऐसे क्या क्या कारण हैं जिनके कारण से हो सकता है ऐसा-

HEAVY PERIODS: पीरियड्स के दौरान हो रही है लम्बे समय तक ब्लीडिंग, जानें क्या है इसके पीछे का कारण?

HEAVY PERIODS:महिलाओं को हर महीने पीरियड्स आते हैं। जो की 3 से 7 दिनों तक बने रहते हैं। लेकिन क्या हो अगर यह 7 दिनों से ज्यादा समय के लिए होने लगे। यह दर्द तब ज्यादा परेशानी खड़ी कर देता है जब पीरियड्स 7 दिन से ज्यादा आने लग जाये। पीरियड्स के दौरान तीन से पांच दिन तक ब्लीडिंग होना सामान्य है लेकिन कुछ महिलाओं को कई दिनों तक लगातार ब्लीडिंग होती है। इसकी वजह से उन्हें काफी दर्द भी सहना पड़ता है। कई बार वो इसे सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देती हैं लेकिन सात दिनों से ज्यादा ब्लीडिंग होना सामान्य नहीं है और यह किसी बीमारी का संकेत हो सकती है।

महिलाओं को अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान इस तरह की स्थिति का सामना कई बार करना पड़ता है। लेकिन कुछ महिलाओं को सामान्यतः ही 7 दिनों तक पीरियड्स होते हैं। 7 दिनों या इससे ज्यादा समय तक लगातार ब्लीडिंग होने से शरीर में कमजोरी आ सकती है। साथ ही इतने दिनों तक पीरियड का होना सेहत के लिए सही नहीं माना जाता।
आइए जानते हैं ऐसे क्या क्या कारण हैं जिनके कारण से हो सकता है ऐसा-

सर्वाइकल कैंसर-

फाइब्रॉएड के कारण सर्वाइकल कैंसर होने की आशंका भी रहती है। इस वजह से पेट के निचले हिस्से में दर्द रहता है। महिलाओं में पीरियड्स भी लंबे समय तक चल सकते हैं। यह समस्या 45 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है।

थायराइड-

कुछ महिलाओं में थायराइड की बीमारी के कारण भी पीरियड्स लंबे समय तक चल सकते हैं। अगर ये समस्या बनी हुई है तो आपको थायराइड की जांच भी करा लेनी चाहिए।

ब्लीडिंग डिसॉर्डर 

यह समस्या अक्सर किशोरावस्था या व्यस्क अवस्था में देखी जाती है। ब्लीडिंग डिसॉर्डर का पता लगाने के लिए आपका डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट की सलाह दे सकता है। कुछ मामलों में पेट के निचले हिस्से का अल्ट्रासाउंड (ultrasound) कराने की भी सलाह दे सकते हैं ताकि यूटरस (uterus) में हो रहे बदलावों का पता लगाया जा सके। इसीलिए अगर मेनार्क (menarche) के बाद आपके पीरियड्स भी 7 दिन से अधिक समय तक रहते हैं किसी डॉक्टर से बात करें। अगर आपको ब्लीडिंग डिसॉर्डर होने की बात पता चलती है तो इसकी वजह आयरन और विटामिन्स की कमी हो सकती है। ऐसे में, आपको अपनी स्थिति में सुधार करने के लिए मल्टीविटामिन की सलाह और नुस्खा दिया जा सकता है।

यूटरीन फाइब्रॉएड और पॉलीप्स-

अधिक अवधि तक पीरियड्स चलने का एक और कारण गर्भाशय या यूटरस में फाइब्रॉएड (Uterine fibroids) की समस्या हो सकती है। यह गर्भाशय में सौम्य मांसपेशियों की चिकनी वृद्धि होती है, जो कैंसर का ख़तरा भी पैदा करती हैं। जबकि दूसरी तरफ यूटरीन पॉलीप्स (uterine polyps) एंडोमेट्रियल लाइनिंग में कोशिकाओं की अतिरिक्त वृद्धि होती है, आमतौर पर इनकी प्रकृति कैंसर को बढ़ावा देनेवाली नहीं होती। साथ ही, सर्विक्स में सूजन की पुरानी समस्या जिसे सर्वाइकल इरोश़न (cervical erosion) कहते हैं, एडिनॉम्योस

एडिनॉम्योस-

यह टिश्यू बिल्डिप का एक अन्य प्रकार होता है। इसके कारण भी आपकी ब्लीडिंग लंबे समय तक हो सकती है।

दवाएं-

कुछ दवाएं ऐसी होती है जिसकी वजह से भी लम्बे समय तक पीरियड्स आ सकते हैं। यह दवाएं हैं रक्त पतला करने वाली दवाएं, गर्भनिरोधक जैसे विस्तारित जन्म नियंत्रण गोलियाँ, एस्पिरिन, एंटी इन्फ्लेमेट्रीज। 

इन बातों का रखें ध्यान-

अगर सात दिन से ज्यादा पीरियड्स चल रहे हैं तो डॉक्टर से जांच कराएं

पीरियड्स के दौरान खानपान और लाइफस्टाइल का ध्यान रखें

पेट के निचले हिस्से में हो रहे दर्द को हल्के में न लें

हैवी ब्लीडिंग होती है तो भी डॉक्टर से सलाह लें।