PM Modi 'Mann Ki Baat': पीएम मोदी ने की मन की बात, डिजिटल अरेस्ट पर बोलें- ऐसा कोई प्रावधान नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (24 नवंबर) को मन की बात रेडियो शो के 116वें एपिसोड में स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती, एनसीसी दिवस, गयाना यात्रा, लाइब्रेरी जैसे मुद्दे पर बात की। पिछली बार की तरह इस बर भी पीएम मोदी ने कहा कि हमें बार-बार लोगों को समझाना होगा कि सरकार में डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है।
PM Modi 'Mann Ki Baat': प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार (24 नवंबर) को मन की बात रेडियो शो के 116वें एपिसोड में स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती, एनसीसी दिवस, गयाना यात्रा, लाइब्रेरी जैसे मुद्दे पर बात की। पिछली बार की तरह इस बर भी पीएम मोदी ने कहा कि हमें बार-बार लोगों को समझाना होगा कि सरकार में डिजिटल अरेस्ट (digital arrest) का कोई प्रावधान नहीं है। ये एक खुला झूठ और लोगों को फंसाने की साजिश है। 115वें एपिसोड में उन्होंने डिजिटल अरेस्ट जैसे फ्रॉड से बचने के लिए तीन स्टेप रुको, सोचो और एक्शन लो अपनाने की बात की थी।
पीएम मोदी ने मन की बात में इन मुद्दों पर बात की
पीएम ने एनसीसी डे (ncc day) पर कहा कि जब हम एनसीसी का नाम सुनते हैं, हमें अपने स्कूल और कॉलेज के दिन याद आ जाते हैं। मैं खुद एनसीसी कैडेट रह चुका हूं, इसलिए मैं पूरे आत्मविश्वास से कह सकता हूं कि उससे मिले अनुभव मेरे लिए अमूल्य हैं। वहीं, 2024 तक एनसीसी से 20 लाख से ज्यादा युवा जुड़े हैं। पहले की तुलना में 5 हजार नए स्कूलों और कॉलेजों में एनसीसी का प्रावधान किया गया है। पहले एनसीसी में लड़कियों की संख्या सिर्फ 25 प्रतिशत थी। अब ये बढ़कर लगभग 40 फीसदी हो गई है, जो एक बड़ा बदलाव है।
स्वामी विवेकानंद की जयंती और युवा दिवस
2025 स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती (162nd birth anniversary of Swami Vivekananda) के रूप में मनाया जाएगा और इसे खास तरीके से मनाने की तैयारी है। स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) की जयंती पर 11-12 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में युवा विचारों का एक महाकुंभ आयोजित किया जाएगा। इसका नाम 'विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग' रखा गया है। साथ ही, देश में 1 लाख ऐसे नए युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए विशेष अभियान भी चलाए जाएंगे।
युवाओं के सोशल वर्क को लेकर भी की बात
कुछ युवाओं ने समूह बनाकर विभिन्न मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया है। लखनऊ के वीरेंद्र ने बुजुर्गों की डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट से जुड़ी समस्याओं को हल करने में मदद की है। इससे चीजें बहुत आसान हो गईं। बुजुर्गों को अब बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ती। मैं कहना चाहूंगा कि युवा तकनीकी अपराधों से बचने के लिए बुजुर्गों की मदद करें और उन्हें सुरक्षित डिजिटल व्यवहार अपनाने में हेल्प करें।
देश में चल रहे लाइब्रेरी इनीशिएटिव पर
चेन्नई में 'प्रकृति अरिवगम' के नाम से च्चों के लिए एक ऐसी लाइब्रेरी बनाई गई है, जो रचनात्मकता और सीखने का केंद्र बन गई है। फूड फॉर थॉट फाउंडेशन ने हैदराबाद में कई लाइब्रेरी बनाई हैं। बिहार में गोपालगंज में भी प्रयोग लाइब्रेरी की चर्चा हो रही है। इससे 12 गांव के युवा को मदद मिल रही है।
पीएम की गुयाना यात्रा पर
भारत से हजारों किलोमीटर दूर, गुयाना में भी एक 'मिनी इंडिया' बसता है। लगभग 180 साल पहले, भारत से लोगों को गुयाना में खेती और अन्य कामों के लिए ले जाया गया था। आज गुयाना में भारतीय मूल के लोग राजनीति, व्यापार, शिक्षा और संस्कृति जैसे हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहे हैं।
इंडियन डाइसपोरा स्टोरीज पर
गुयाना (Guyana) की तरह दुनिया के दर्जनों देशों में लाखों भारतीय रहते हैं। उनके पूर्वजों की कई दशकों, यहां तक कि 200-300 साल पुरानी कहानियां हैं। ऐसे में, यह देखना रोचक होगा कि भारतीय प्रवासियों ने कई देशों में अपनी पहचान कैसे बनाई। भारतीय प्रवासियों की ऐसी ही कहानियों को खोजें, इन कहानियों को मेरे साथ साझा कर सकते हैं।
कचरे से कंचन इनीशिएटिव पर
हमारे देश में 'वेस्ट टू वेल्थ' की धारणा बहुत पुरानी है। आज देश के कई हिस्सों में युवा बेकार समझी जाने वाली चीजों को अलग-अलग तरीकों से संपदा में बदल रहे हैं। वे न केवल बेकार वस्तुओं को उपयोगी बना रहे हैं, बल्कि इससे पैसे भी कमा रहे हैं और रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि युवा इस दिशा में और ज्यादा प्रयास करें और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक लाभ के इस मॉडल को आगे बढ़ाएं।