Violence continues in Pakistan: पाकिस्तान में शिया-सुन्नी संप्रदाय के बीच हिंसा जारी, 150 की मौत, 7 दिन रहेगा सीजफायर

पाकिस्तान में शिया-सुन्नी संप्रदाय के बीच काफी समय से हिंसा जारी है। इस हिंसा में अब तक 150 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार (24 नवंबर) को ही हिंसा में 21 लोग मारे गए हैं। जिसके बाद अब सीजफायर करने का फैसला लिया गया है।

Violence continues in Pakistan: पाकिस्तान में शिया-सुन्नी संप्रदाय के बीच हिंसा जारी, 150 की मौत, 7 दिन रहेगा सीजफायर

Violence continues in Pakistan: पाकिस्तान (Pakistan) में शिया-सुन्नी संप्रदाय (Shia-Sunni sect) के बीच काफी समय से हिंसा जारी है। इस हिंसा में अब तक 150 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार (24 नवंबर) को ही हिंसा में 21 लोग मारे गए हैं। जिसके बाद अब सीजफायर करने का फैसला लिया गया है। इस भीषण हिंसा के बाद दोनों संप्रदायों के बीच एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में फैसला लिया गया कि कि शिया और सुन्नी संप्रदाय के लोग अगले 7 दिनों तक सीजफायर का पालन करेंगे।

शिया-सुन्नी समुदाय के बीच 21 नवंबर को शुरू हुई थी हिंसा 

बता दें कि, हिंसा का यह मामला पाकिस्तान (Pakistan) के खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत के कुर्रम जनजातीय (Kurram Tribal) जिले में हुआ है। खैबर पख्तूनख्वा में शिया-सुन्नी समुदाय (Shia-Sunni community) के बीच 21 नवंबर को हिंसा शुरू हुई थी। यहां कुर्रम जिले में शिया समुदाय (Shia community) का काफिला गुजर रहा था, जिस पर पहले से घात लगाकर हमला किया गया। इस हमले में 42 लोगों की मौत हुई। इसके बाद शिया समुदाय ने जवाबी हमला किया और हिंसा बढ़ती चली गई। दोनों समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मारे गए। हिंसा बढ़ती देख KPK सरकार ने एक हाई लेवल आयोग का गठन किया।

कैदियों की अदला-बदली करेंगे शिया-सुन्नी

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (Khyber Pakhtunkhwa Province) की सरकार के प्रवक्ता बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ ने बताया कि समझौते के तहत दोनों समुदाय के बुजुर्गों ने फैसला किया कि मारे गए लोगों के शव एक दूसरे को लौटा दिए जाएं। बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि जिन लोगों को कैदी बनाया गया था, उन्हें भी लौटा दिया जाएगा।

दोनों समुदाय के नेताओं के बीच बैठक

जानकारी के मुताबिक, जनजातियों के बीच 7 दिनों के लिए युद्ध विराम पर सहमति बनी है। दोनों पक्ष कैदियों की अदला-बदली करने और मृतकों के शव लौटाने पर भी सहमत हैं। कैदियों में कई महिलाएं भी शामिल हैं। सैफ ने बताया कि सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को सुन्नी जनजाति के नेताओं से मिलने से पहले 23 नवंबर को शिया जनजाति के सदस्यों से मुलाकात की और युद्ध विराम समझौते के बाद पेशावर लौट आया।

पाकिस्तान में शिया-सुन्नी विवाद जारी 

बता दें कि हिंसा के बाद शनिवार को मरने वालों का आंकड़ा 82 था, तब सामने आया था कि मरने वालों में 16 सुन्नी तो वहीं 66 शिया समुदाय के हैं। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हिंसा भले ही 21 नवंबर को शुरु हई है, लेकिन शिया और सु्न्नी समुदाय के बीच झगड़ा लगातार चल रहा है। गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में यहां 150 लोग हिंसा के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। 

जमीन विवाद पर शुरू हुई थी हिंसा

बता दें कि सुन्नी बहुल पाकिस्तान में शिया समुदाय की आबादी 15 प्रतिशत है। आमतौर पर पाकिस्तान में शिया-सु्न्नी समूह शांति के साथ रहते हैं, लेकिन तनाव बरकरार है। हालांकि, इस क्षेत्र में सांप्रदायिक संघर्ष का इतिहास रहा है। यहां आतंकी समूह पहले शिया अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते थे, लेकिन मौजूदा हिंसा जमीन विवाद से जुड़ी हुई है। 21 नवंबर को शियाओं के काफिले पर हमले के बाद हुई हिंसा की जिम्मेदारी अब तक किसी ने नहीं ली है।