Blue Aadhar Card: ब्लू आधार कार्ड का बच्चे से क्या है कनेक्शन
चाहे बड़े हो, बूढ़े हो और बच्चें हो आपके पास आपकी पहचान के लिए आधार कार्ड होना बहुत जरूरी है। क्योंकि आधार नंबर तकरीबन हर जगह मांगा जाता है। बिना आधार कार्ड के आप अपनी पहचान का प्रमाण नहीं दे सकते हैं। किसी बैंक में अकाउंट खुलवाना हो, या फिर सरकार की किसी योजना का लाभ लेना हो इन सब के लिए ब्लू आधार कार्ड होना जरुरी है।
Blue Aadhar Card:आज के समय में भारत के हर नागरिक के लिए आधार कार्ड होना बहुत जरूरी है। ये हर नागरिक की पहचान का महत्वपूर्ण प्रमाण है। तमाम सरकारी कामों के लिए आधार कार्ड की सबसे पहले जरूरत पड़ती है, लेकिन क्या आप जानते है कि देश में एक नहीं दो तरह के आधार कार्ड होते हैं एक तो सामान्य आधार कार्ड है और दूसरा ब्लू आधार कार्ड है। तो आज मतलब की खबर में हम आपको बताएंगे कि, ब्लू आधार कार्ड क्या होता है, ये क्यों और किसके लिए बनवाया जाता है।
इन कामों में आता है काम
चाहे बड़े हो, बूढ़े हो और बच्चें हो आपके पास आपकी पहचान के लिए आधार कार्ड होना बहुत जरूरी है। क्योंकि आधार नंबर तकरीबन हर जगह मांगा जाता है। बिना आधार कार्ड के आप अपनी पहचान का प्रमाण नहीं दे सकते हैं। किसी बैंक में अकाउंट खुलवाना हो, या फिर सरकार की किसी योजना का लाभ लेना हो, या फिर रसोई गैस सिलेंडर की सब्सिडी लेनी हो। इसके अलावा पासपोर्ट बनवाने के लिए भी आधार कार्ड अनिवार्य है।
कुल मिलाकर हर जगह पर आधार कार्ड मांगा जाता है। आपको बता दें कि, देश में दो तरह के आधार कार्ड है। 5 साल की उम्र के बच्चों से लेकर बुजर्गों के लिए सामान्य कार्ड है। वहीं 5 साल से नीचे की उम्र के बच्चों के लिए ब्लू आधार कार्ड है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी UIDAI ने साल 2018 में ये सुविधा शुरू की थी। ब्लू आधार कार्ड को बाल आधार कार्ड भी कहा जाता है। इसे ब्लू आधार का नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि यह ब्लू कलर का होता है। ब्लू आधार कार्ड उन बच्चों को इशू किया जाता है। जिनकी उम्र 5 साल या उससे कम होती है, वहीं जब बच्चा 5 साल का पूरा हो जाए, तब आप इस कार्ड को अपडेट करवा सकते हैं।
कैसे बनता है ब्लू आधार कार्ड
ब्लू आधार कार्ड बनवाना भी थोड़ा अलग है। सामान्य कार्ड बनवाने के लिए बायोमैट्रिक डाटा की जरूरत होती है, जिसमें डाटा कलेक्शन के रूप में फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन किए जाते हैं, वही ब्लू आधार कार्ड में बायोमैट्रिक इनफॉरमेशन की जरूरत नहीं होती है। इसे बनवाने के लिए 5 साल से कम उम्र के बच्चों का कोई बायोमेट्रिक्स नहीं लिया जाता है... उनकी UID को, उनके माता-पिता की UID से जुड़ी डेमोग्राफिक जानकारी और चेहरे की तस्वीर के आधार पर प्रोसेस किया जाता है। हालांकि इन बच्चों को 5 से 15 साल की उम्र होने पर बायोमेट्रिक्स को अपडेट करना होगा। लेकिन ब्लू आधार कार्ड बनवाने के लिए बच्चों का डेट ऑफ बर्थ सर्टिफिकेट जरूर होना चाहिए। इसके साथ बच्चों की एक रीसेंट फोटोग्राफ भी जरूरी है।