Uterus prolapse: सेक्स में नही रहा इंटरेस्ट, तो यूट्रस प्रोलैप्स हो सकता है वजह

अगर आपका भी अब सेक्स करने का मन नही लगता है तो कही आप भी यूट्रस प्रोलैप्स से पीडित तो नही है? इस बीमारी में इंसान की बच्चेदानी अपनी जगह से खिसक जाती है।

Uterus prolapse: सेक्स में नही रहा इंटरेस्ट, तो यूट्रस प्रोलैप्स हो सकता है वजह

Uterus prolapse:क्या बच्चे होने के बाद अब आपको सेक्स में इंटरेस्ट नहीं रहता।या फिर सेक्स आपको अब उतना आनंदित नहीं करता, अगर इसका जवाब हां में है तो इसके पीछे एक बड़ी समस्या हो सकती है। जिसे यूट्रस प्रोलैप्स (Uterus prolapse) कहते हैं, यूट्रस प्रोलैप्स मतलब बच्चेदानी का अपनी जगह से खिसक जाना, लेकिन क्या आप जानती हैं कि ये आखिर होता क्या है।क्योंकि बहुत कम महिलाएं इस परेशानी को समझ पाती हैं। कई बार महिलाएं जानकारी के अभाव में इस समस्या को अनदेखा करती रहती हैं जो आगे चलकर उनकी सेहत के लिए बड़ी समस्या का कारण बन जाता है। 

क्या है यूट्रस प्रोलैप्स? 

गायनकोलॉजिस्ट के मुताबिक जब पेल्विक फ्लोर यानि पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, तो गर्भाशय प्रोलैप्स हो जाता है। और गर्भाशय नीचे की ओर खिसक आता है और कभी कभी तो ये योनि से बाहर निकल जाता है। इस प्रॉब्लम को ही बच्चेदानी का बाहर आना, यूट्रस प्रोलैप्स या डिस्प्लेस्मेंट ऑफ ओवरी कहते हैं। यूट्रस, महिलाओं के संसेटिव अंगों में से होता है जो पीरियड्स, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज से जुड़ी होती है।  

वैसे तो ये समस्या सभी एज ग्रुप की लड़कियों और महिलाओं में देखी जा सकती है लेकिन आमतौर पर येप्रॉब्लम पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में पाया जाता है...जिनकी एक या एक से अधिक नैचुरल डिलीवरी हुई हो। 

क्या हैं यूट्रस प्रोलैप्स के कारण?

गर्भाशय या यूट्रस के अपनी जगह से खिसकने के कई कारण हो सकते हैं जिन्हें नजरअंदाज बिल्कुल नहीं करना चाहिए। जैसे- पेल्विक सर्जरी का विकल्प

कठिन लेबर पेन

एक बड़े बच्चे की डिलीवरी

वजन ज्यादा होना

मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन का लेव कम होना

खांसी या ब्रोंकाइटिस

अधिक वजनउठाना

बढ़ती उम्र के साथ पैल्विक मांसपेशियों में कमजोरी

यूट्रस प्रोलेप्स के लक्षण 

यूट्रस प्रोलेप्स या बच्चेदानी के खिसने के सिम्टम्स हर महिलाओं में अलग अलग हो सकते हैं। लेकिन लक्षण ऐसे हैं जो सभी महिलाओं में एक जैसे होते हैं। जैसे- खाना खाते ही ब्लोटिंग की समस्या 

ब्लैडर पर एक भार महसूस करना, बार-बार पेशाब लगना

छींकने, खांसने पर भी पेशाब लीक होना

लंबे समय तक कब्ज रहना

पीठ में दर्द होना

हंसने, खांसने, जंप करते समय हल्का पेशाब हो जाना

वजाइना के पास बहुत भारीपन महसूस होना

नीचे बैठने में परेशानी

नीचे बैठने में भारी प्रेशर लगना

यूट्रस प्रोलेप्स से कैसे बचें?

अपना पोश्चर सही रखें

कीगल एक्सरसाइज करें

स्क्वाट करें

पॉटी- पेशाब करते समय शरीर पर प्रैशर ना डालें

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और साइकलिंग करें

हेल्दी डाइट लें

तो अगर आप के अंदर भी ये सभी सिम्टम्स दिखाई दे रहे हैं और प्रॉब्ल्मस फेस कर रही है तो ये आपको अलर्ट करने का अलार्म है। अपनी परेशानियों को बिल्कुल इग्नोर न करें। ना ही समय बर्बाद करें। तुरंत डॉक्टर से मिलें। अगर समय पर आपने अपने गर्भाशय का ध्यान रख लिया तो आप हमेशा के लिए यूट्रस प्रोलेप्स की प्राब्लम से बच सकती हैं। और हां, अपनी सेक्स लाइफ को भी अच्छी तरह इन्जवाय कर सकती हैं।