Periods problem: आपके भी पीरियड्स हो रहे है लेट, तो कहीं आप भी तो नही है इस बीमारी का शिकार
महिलाओं में पीरियड्स को लेकर कई सारी परेशानियां सामने आती है, जिनमे से एक है पीरियड्स का समय पर न आना तो चलिए पीरियड्स से जुड़ी उन तमाम समस्याओं पर बात करते हैं जिन्हें जानना बेहद जरूरी है। क्या होता है अनियमित मासिक धर्म यानि irregular menstruation
Periods problem: अगर महिलाओं से जुड़े हेल्थ प्रॉब्लम्स की बात की जाए तो पीरियड्स (periods) को लेकर कई सारी परेशानियां सामने आती है, जिनमे से एक है पीरियड्स का समय पर न आना तो चलिए पीरियड्स से जुड़ी उन तमाम समस्याओं पर बात करते हैं जिन्हें जानना बेहद जरूरी है। क्या होता है अनियमित मासिक धर्म यानि irregular menstruation
NCBI के मुताबिक कभी-कभी पीरियड्स में जब बदलाव होते हैं तो इसके बैड साइड इफैक्ट देखने को मिलते हैं, लेकिन अगर आपको ये परेशानी हमेशा या ज्यादातर होती है तो ये शरीर में आयरन की कमी की वजह से होने वाले एनीमिया (anemia) का संकेत हो सकता है। इसके अलावा ये इनफर्टिलिटी, ऑस्टियोपोरोसिस, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, एंडोमेट्रियल हाइपरप्लासिया यानि गर्भाशय के स्तर के मोटे होने की वजह भी बन सकती है। ऐसे में तुरंत इलाज कराना बेहद जरूरी है। अनियमित पीरियड्स का आयुर्वेदिक इलाज भी काफी मददगार साबित होता है और साथ ही दवाइयों के साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते।
अदरक वाली चाय
अदरक (ginger) में पाया जाने वाला जिंजरोल गर्भाशय की मांसपेशियों को सिकोड़ने में मदद करता है और साथ ही हार्मोनल संतुलन को भी ठीक रखता है। खाली पेट एक गिलास गर्म अदरक की चाय में थोड़ा सा नींबू का रस और थोड़ा सा शहद मिलाकर पीने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और साथ ही ये पीरियड को रेगुलर भी रखता है।
कच्चा पपीता
कच्चा पपीता (raw papaya)अनियमित पीरियड को ठीक करने का राम बाण है। ये गर्भाशय के संकुचन यानि uterine contraction को बढ़ाता है। कुछ महीनों तक नियमित रूप से कच्चे पपीते का जूस पियें, लेकिन पीरियड्स के दौरान इसे न पियें।
गुड़
गुड़ (jaggery)में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं। गुड़ के नियमित सेवन से अनियमित पीरियड्स को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। ये गर्भाशय की ऐंठन को भी कम करता है।
एलोवेरा
पीरियड्स को रेगुलर करने का सबसे अच्छा उपाय एलोवेरा जूस (alovera juice)को माना गया है। जी हां एलोवेरा आपके हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने और आपके पीरियड को रेगुलर करने में मदद करता है। लेकिन पीरियड्स के दौरान कभी भी एलोवेरा का इस्तेमाल न करें। इससे गर्भाशय संकुचन यानि यूटराइन कॉन्ट्रैक्शन बढ़ सकता है।
इसके अलावा अपने डेली रूटीन में एक्ससाइज और योग को शामिल करें। ये आपके पीरियड्स को रेगुलर करेगा और हार्मोन्स में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।