POT WATER : गर्मी में पीये मटके का ठंड़ा-ठंड़ा पानी, स्वाद के सेहत के लिए भी है फायदेंमंद

मटके का पानी प्राकृतिक रूप से  ठंडा रखता है, इसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। अगर आप मटके के पानी से होने वाले फायदों से अनजान हैं, तो आप हम आपको इस लेख में इसके बारे में विस्तार से बताएंगे। आइए जानते हैं घड़े या मटके का पानी पीने से सेहत को होने वाले फायदे क्या हैं

POT WATER : गर्मी में पीये मटके का ठंड़ा-ठंड़ा पानी, स्वाद के सेहत के लिए भी है फायदेंमंद

POT WATER: सदियों से सुनते आयें है कि मटके का पानी काफी फायदेंमंद होता है। आज भी गांव में कई जगह पर मटके के पानी का इस्तेमाल होता है, जैसे  जैसी  टेक्नोलॉजी बढ़ती गई लोग नए गैजेट इस्तमाल  करने लगे, यहाँ तक कि पानी ठंडा करने का तरीका भी आर्टिफिशियल हो गया है। लोग फ्रिज का इस्तमाल अब के समय में ज्यादा करने लगे हैं, आज भी भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोग पीने के पानी के लिए मटके का उपयोग करते हैं। कई लोग मटके के पानी की जगह फ्रिज के पानी को ज्यादा  देने लगे हैं, जो उनकी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है। 

मटके का पानी पीने के ये है फायदें

आपको बता दें कि मटके का पानी प्राकृतिक रूप से  ठंडा रखता है, इसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। अगर आप मटके के पानी से होने वाले फायदों से अनजान हैं, तो आप हम आपको इस लेख में इसके बारे में विस्तार से बताएंगे। आइए जानते हैं घड़े या मटके का पानी पीने से सेहत को होने वाले फायदे क्या हैं...

गले के लिए लाभकारी-

आमतौर पर लोग पानी को ठंडा करने के लिए फ्रिज का प्रयोग करते हैं। फ्रिज में पानी बहुत अधिक ठंडा हो जाता है। कई बार जमकर बर्फ बन जाता है, अधिक ठंडा पानी पीने से गला खराब होने का खतरा रहता है, लेकिन मटका का पानी ठंडा तो होता है, मगर एक निश्चित लेवल तक ही रहता है। यह गले को खराब नहीं करता है।

नेचुरल कूलिंग-

मटका पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा करता है और तापमान को लगभग 5 डिग्री तक कम कर देता है जिससे रेफ्रिजेरेटेड पानी की आवश्यकता समाप्त हो जाती है। यह गले पर कोमल और पर्यावरण के अनुकूल भी है। सेंसिटिव गले वाली महिलाओं के लिए यह सबसे अच्छा होता है जो अक्‍सर सर्दी और खांसी की शिकार होती है।

स्वाद बढ़ाता है-

मिट्टी के घड़े के पानी का स्वाद काफी बढ़ जाता है। जब मिट्टी के घड़े में पानी भरा जाता है, तो वह मिट्टी में मौजूद मिनरल्स और सॉल्ट को खींच लेता है जिससे पानी का स्वाद बढ़ जाता है।

जरूरी मिनरल प्रदान करता है-

मिट्टी के बर्तन कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे मिनरल से भरे होते हैं, जब मिट्टी के घड़े में पानी रखा जाता है, तो यह इन मिनरल को अब्जॉर्ब कर लेता है।

मेटाबॉलिज्म बूस्ट करे-

यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने का काम भी करता है। प्लास्टिक की बोतल में बिस्फेनॉल जैसे जहरीले रसायन मौजूद होते हैं। घड़ा इस मामले में गुणकारी है। मटके का पानी पीने से टेस्टोस्टेरोन का स्तर संतुलित रहता है। बॉडी का मेटाबॉल्जिम बेहतर होता है। 

 ये है नुकसान-

बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं, जोकि रेग्यूलर मटके का पानी पीते रहते हैं, मगर इसको लेकर सावधानी नहीं बरतते हैं। कई बार मटके में फंगस लग जाती है। यदि फंगस लगा पानी कोई व्यक्ति पीता है तो इससे गंभीर संक्रमण होने का खतरा रहता है। व्यक्ति बीमार हो सकता है।इसलिए मटके को समय समय पर साफ करते रहें।