Canadian PM Trudeau: निज्जर हत्या मामले में बैकफुट पर आए कनाडा के पीएम ट्रूडो, कहा- भारत के खिलाफ ठोस सबूत नहीं

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत के आगे घुटने टेक दिये है। उन्होंने अपनी गलती को मान लिया है। ट्रूडो ने पिछले साल खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स के शामिल होने का आरोप लगाया था।

Canadian PM Trudeau: निज्जर हत्या मामले में बैकफुट पर आए कनाडा के पीएम ट्रूडो, कहा- भारत के खिलाफ ठोस सबूत नहीं

Canadian PM Trudeau: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Canadian Prime Minister Justin Trudeau) ने भारत के आगे घुटने टेक दिये है। उन्होंने अपनी गलती को मान लिया है। ट्रूडो ने पिछले साल खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Khalistani terrorist Hardeep Singh Nijjar) की हत्या में भारतीय एजेंट्स (Indian agents) के शामिल होने का आरोप लगाया था। इसी बयान को लेकर अब उन्होंने कहा कि तब उनके पास केवल खुफिया जानकारी थी, कोई ठोस सबूत नहीं था।

ट्रूडो सरकार ने मानी अपनी गलती

दरअसल, ट्रूडो सरकार अब तक यह दावा करती आई है कि उसने निज्जर हत्याकांड (nijjar massacre) से जुड़े सबूत भारत को दिए थे। इस पर भारत कहता रहा है कि कनाडा ने निज्जर हत्या से जुड़ा कोई भी सबूत उसे नहीं दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय (Indian Ministry of External Affairs) ने ट्रुडो के बयान के बाद गुरुवार (17 अक्टूबर) को कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब होने के पीछे कनाडा के प्रधानमंत्री (Prime Minister of Canada) ही जिम्मेदार हैं।

जांच समिति की बैठक में बोले ट्रूडो

इस बीच, कनाडा की सियासत में विदेशी दखल को लेकर एक जांच समिति बनाई गई थी। बुधवार को ट्रूडो इस समिति में पेश हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे फाइव आइज देशों से खुफिया जानकारी मिली थी, जिससे साफ हो गया था कि भारत कनाडा की जमीन पर भारतीय नागरिक की हत्या में शामिल है।

‘मेरा मकसद सिर्फ भारत सरकार से बातचीत करना था’

जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि, मेरा मकसद सिर्फ भारत सरकार से बातचीत करना था। जब मैंने ऐसा किया तो उन्होंने हमसे सबूत मांगे। तब हमने उन्हें बताया कि हमारे पास खुफिया जानकारी है, फिलहाल कोई ठोस सबूत नहीं हैं। इसलिए हमें मिलकर काम करने की आवश्यक है।

भारत ने जांच में सहायता नहीं की- ट्रूडो 

16 अक्टूबर को ट्रूडो ने जांच समिति के सामने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि भारत इस केस को जिम्मेदार तरीके से निपटेगा। ताकि दोनों देशों के बीच के रिश्ते खराब न हों, लेकिन भारतीय अधिकारियों ने जांच में हमारी सहायता नहीं की। ट्रूडो ने कहा कि इस बात के स्पष्ट संकेत मिले हैं कि भारत ने कनाडा में सिखों को निशाना बनाया और हमारी संप्रभुता का उल्लंघन किया है। ट्रूडो ने भारत की इस कार्रवाई को एक ‘बड़ी गलती’ बताया है।

ट्रूडो ने हमारी दलील को सही साबित किया- विदेश मंत्रालय 

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (Indian Foreign Ministry spokesperson Randhir Jaiswal) ने कहा कि हम यही बात लगातार कहते आ रहे हैं। कनाडा ने भारत और भारतीय राजनयिकों पर जो आरोप लगाए हैं, उसे सही साबित करने के लिए उन्होंने कोई भी सबूत नहीं दिया। ट्रूडो की इस लापरवाही से भारत-कनाडा (India Canada) रिश्तों को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी जिम्मेदारी सिर्फ उनकी है।

फाइव आइज क्या है?  

फाइव आइज पांच देशों का एक गठबंधन है, जो एक दूसरे के साथ खुफिया जानकारियां साझा करते हैं। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।

आतंकी पन्नू ने कनाडाई न्यूज चैनल को दिया इंटरव्यू

खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Khalistani terrorist Gurpatwant Singh Pannu) ने बुधवार (16 अक्टूबर) को एक कनाडाई न्यूज चैनल CBC न्यूज को इंटरव्यू दिया है। जिसमें वो कह रहा है कि उसने कनाडा को भारत के खिलाफ जानकारियां दी हैं। उसका आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस पिछले 2 से 3 सालों से कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ संपर्क में है। उसने भारतीय उच्चायोग के खुफिया नेटवर्क के बारे में ट्रूडो को सारी जानकारी दी है। बता दें कि पन्नू फिलहाल अमेरिका में रह रहा है। वहां से सिख फॉर जस्टिस (Sikh for Justice) नाम का संगठन चलाता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है।