China-America: बाइडेन ने शी जिनपिंग को कहा तानाशाह, मिलिट्री कम्युनिकेशन पर हुए सहमत
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार रात कैलिफोर्निया में मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात करीब एक साल के बाद हुई।
China-America: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार रात कैलिफोर्निया में मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात करीब एक साल के बाद हुई। वहीं दोनों नेताओं की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जबकि, अमेरिका और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। विश्व में आर्थिक मंदी छाई हुई है, पश्चिम एशिया और यूरोप में युद्ध छिड़े हैं और ताइवान को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है। वहीं, इस मुलाकात का मकसद चीन-अमेरिका में जारी तनाव को कम करना था।
मिलिट्री कम्युनिकेशन शुरू करने पर बनी सहमति
दोनों नेताओं की ये बैठक कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को से लगभग 40 किमी दक्षिण में स्थित फिलोली एस्टेट में हुई। जो बाइडेन ने फिलोली एस्टेट में शी जिनपिंग का स्वागत किया। शी जिनपिंग और बाइडेन की यह मुलाकात सैन फ्रांसिस्को में चल रही APEC यानी एशिया-पैसेफिक इकोनॉमिक को-ऑपरेशन समिट के दौरान हुई। जानकारी के मुताबिक, बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच फिर से मिलिट्री कम्युनिकेशन शुरू करने पर सहमति बनी। द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच चल रहे मतभेद भी साफ-साफ दिखाई दिए। बता दें कि एक वर्ष से अधिक समय में दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थे। वे आखिरी बार सितंबर 2022 में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर बाली, इंडोनेशिया में मिले थे।
ताइवान को हथियार देना बंद करे अमेरिका- जिनपिंग
बाइडन के साथ हुई बैठक के दौरान जिनपिंग ने कहा कि अमेरिका ताइवान को हथियार देना बंद करे। हम ताइवान को चीन में मिलाकर रहेंगे। जिनपिंग ने आगे कहा कि चीन अमेरिका को पछाड़ना या उसकी जगह नहीं लेना चाहता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि अमेरिका चीन को दबाना बंद करे। इसके साथ ही जिनपिंग ने कहा- धरती इतनी बड़ी है कि यहां दोनों सुपर पावर रह सकते हैं। हमारा देश अमेरिका से अलग है, लेकिन हम इस फर्क के साथ भी ऊपर उठ सकते हैं। चीन और अमेरिका जैसे 2 बड़े देशों के लिए एक-दूसरे से मुंह फेरना विकल्प नहीं हो सकता। दोनों देशों में संघर्ष और टकराव के खतरनाक परिणाम हो सकते हैं।
हमारा कॉम्पिटिशन संघर्ष में न बदल जाए- बाइडन
जो बाइडेन ने जिनपिंग के साथ मुलाकात के दौरान कहा कि, मैं हमारी बातचीत को महत्व देता हूं क्योंकि मुझे लगता है ये सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम एक-दूसरे को ठीक से समझें। यहां एक लीडर दूसरे लीडर से बात कर रहा है, इसलिए हमारे बीच कोई गलतफहमी नहीं हो सकती। हमें ये तय करना होगा कि हमारा कॉम्पिटिशन संघर्ष में न बदल जाए। बाइडन को जवाब देते हुए जिनपिंग ने कहा कि चीन के एक्सपोर्ट पर कंट्रोल और एकतरफा प्रतिबंध लगाकर अमेरिका हमारे हितों को नुकसान पहुंचा रहा है। चीन के विज्ञान और तकनीकि को दबाकर उसके विकास को रोका जा रहा है।
जिनपिंग तानाशाह हैं- जो बाइडन
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद जो बाइडेन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बाइडेन ने मीडिया से कहा कि मेरी जिनपिंग से बहुत अच्छी बातचीत हुई। मैंने ताइवान मुद्दे पर फिर से अमेरिका का रुख साफ कर दिया। हम वन चाइना पॉलिसी का समर्थन करते हैं और ये कभी नहीं बदलने वाला है। वहीं एक रिपोर्टर के सवाल का जवाब देते हुए बाइडेन ने कहा कि जिनपिंग तानाशाह हैं क्योंकि वो एक कम्युनिस्ट देश को चलाते हैं।