Multivitami Side Effects: हद से ज्यादा खाते है मल्टीविटामिन टेबलेट्स तो हो जायें सावधान!

मल्टीविटामिन की दवाओं को फार्मा कंपनियां लोगों को ये बताकर बेचती आ रहीं हैं कि इससे उनकी इम्यूनीटि बढ़ेगी, कमजोरी दूर होगी, फुर्ती का भंडार है और पता नहीं क्या-क्या। अगर कभी आपकी तबियत खराब हुई तो उसका भी ये रामबाण इलाज है। लेकिन सच्चाई बिलकुल इसके उलट ही है।

Multivitami Side Effects: हद से ज्यादा खाते है मल्टीविटामिन टेबलेट्स तो हो जायें सावधान!

Multivitamin Side Effects: अबतक जब भी हम मल्टीविटामिन की गोलियां खाते थे तो ये सोचते थे कि ये फायदा ही करेंगी, इन दवाओं को लेकर दिमाग में जो छवि बनी हुई थी उसके हिसाब से हमारा मानना ये ही था कि भला इनका नुकसान क्या हो सकता है? लेकिन ये बात बिलकुल भी सही नहीं है। बेशक हमारे शरीर को जरूरत पड़ती है विटामिन और मिनरल्स की, लेकिन कितनी और क्या मात्रा होगी ये भी आपको पता होना चाहिए। इसीलिए आज हम बतायेंगे कि मल्टीविटामिन कितनी मात्रा में लेना चाहिए, साथ ही यह कितना जरूरी है और कितना नहीं। 

मल्टविटामिन का ओवरडोज कर सकता है बीमार

मल्टीविटामिन की दवाओं को फार्मा कंपनियां लोगों को ये बताकर बेचती आ रहीं हैं कि इससे उनकी इम्यूनीटि बढ़ेगी, कमजोरी दूर होगी, फुर्ती का भंडार है और पता नहीं क्या-क्या। अगर कभी आपकी तबियत खराब हुई तो उसका भी ये रामबाण इलाज है। लेकिन सच्चाई बिलकुल इसके उलट ही है। हम ये नहीं कह रहे कि इन दवाओं को लेना ही खराब है। लेकिन आपको ये समझना होगा कि आयुर्वेदिक दवाएं नहीं है जिन्हें जब मन किया खा लेंगे, थोड़ा सा सर घूमा या हरारत सी लगी तो डिब्बा खोला और निकालकर खा गए। शायद आपको नहीं पता कि इन दवाओं का ओवरडोज़ आपको बिमार नहीं बल्कि बहुत बीमार कर सकता है। इसीलिए ये जानने आपके लिए जरूरी है इससे होने वाली प्रॉब्लम्स क्या हैं और उनका निवारण कैसे होगा-

जरुरत से ज्यादा न करें सेवन

जब शरीर के अंदर जरूरत से ज्यादा विटामिन बन जाता है तब उसे हाइपर विटामिनोसिस कहते हैं, जिससे चिड़चिड़ापन जरूरत से ज्यादा गुस्सा और अलग-अलग तरह की कॉम्पलीकेश्न देखने को मिल सकते हैं डिपेंड करेगा कि आपने कितने अमाउंट में इन दवाओं को लिया। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए अगर आपने विटामिन-डी का ही सेवन जरूरत से ज्यादा कर लिया तो आपका डाइजेश्न खराब हो जाएगा, कब्जियत की समस्या हो सकती है या कॉम्पलीकेश्न अगर जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो आप कोमा में भी जा सकते हैं। अब आप ये सोच रहे होंगे कि क्या नेचुरल सोर्स से लिया विटामिन भी बीमार कर सकता है? देखिए ये कोई जरूरी नहीं नैचुरली विटामिन्स और मिनरल्स का कंसम्पश्न आपको बीमार नहीं करेगा क्योंकि उसमें एक लिमिटेड अमाउंट में ही ये सारी चीज़ें होती हैं। आप रोज खाने में एक सब्जी खाते हैं या फिर एक डाइट सालों से फॉलो करते आ रहे हैं। ऐसा तो होगा नहीं। तो नैचुरली विटामिन्स और मिनरल्स का कंसम्पश्न जरूरी नहीं कि कोई बीमारी ही दे आपको। वो एक हद तक फिर भी ठीक है लेकिन उसमें भी एक लिमिट में ही चीजों का सेवन करें अब किसी भी चीज़ की अती आपको फायदा तो करेगी नहीं।

कब लें मल्टीविटामिन

अब अगर आपको इन्हें लेना भी है तो सबसे पहले ये समझें कि लेना कब है जैसे- विटामिन ए और ई की कमी होने पर बाल रुखे हो जाते हैं। तो जब ऐसा हो तब आप मल्टिविटामिन ले सकते हैं। इसी तरह शरीर में राइबोफ्लोविन कम होने पर स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम्स होती हैं। कुछ इसी तरह नियासिन के न होने पर शरीर में चकत्ते पड़ जाते हैं। तो ऐसी प्रॉब्लम्स में आप उन विटामिन्स और मिनरल्स की कमी पूरी करने के लिए आर्टिफिशियल तौर मल्टीविटामिन टैबलेट ले सकते हैं। आखिर में हम आप से यही कहेंगे कि जितना भी हो सके इन अपनी बॉडी की इन डिमांड्स को पूरा करने के लिए जितना हो सके नैचुरल सोर्सेज़ का चुनाव करें जैसे फल, हरी सब्जियां, फलों का जूस  और जितना हो सके आर्टिफिशियल सोर्सेज़ से अपनी डिपेन्डेंस कम करें। इनके ओवरडोज़ से बचें तो फिलहाल आज के लिए इतना ही कैसा लगा हमारा ये वीडियो कमेंट करके हमें जरूर बताइगा और ऐसे ही वीडियोज देखने के लिए सब्सक्राइब करें हमारे डिजिटल प्लेटफॉर्म डेली लाइन को