Medicine Price 2024: डायबिटीज और हार्ट डीजीज समेत 41 दवाइयों की कीमतें हुई कम !
हाल ही में केंद्र सरकार के संस्था NPPA ने एक चौंकाने वाला फैसला किया। NPPA यानी नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग ऑथोरिटि ये फैसला देश भर में 41 दवाओं का दाम कम करने के लिए किया गया। सबसे खास बात तो इसमें ये रही कि सबसे महंगी बिकने वाली दवाओं के दामों में खासतौर पर कटौती की गई।
Medicine Price 2024: हाल ही में केंद्र सरकार के संस्था NPPA (Central government agency NPPA) ने एक चौंकाने वाला फैसला किया। NPPA यानी नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग ऑथोरिटि ये फैसला देश भर में 41 दवाओं का दाम कम करने के लिए किया गया। सबसे खास बात तो इसमें ये रही कि सबसे महंगी बिकने वाली दवाओं के दामों में खासतौर पर कटौती की गई। जैसे मल्टीविटामिन और एंटीबायोटिक्स-
41 दवाओं की कीमत घटाने का हुआ फैसला
मधुमेह, दर्द, दिल, लिवर, इन्फेक्शन व एलर्जी की दवाएं सस्ती हो गई हैं। केंद्र सरकार ने इनकी नई कीमतें तय कर दी हैं। NPPA ने 123वीं बैठक में 41 दवाओं तथा सात फॉर्मूलेशन की कीमतें घटाने का फैसला किया है। इसके तहत अलग-अलग कंपनियों की दवाओं के रिटेल प्राइस तय किए गए। इनमें मल्टीविटामिन और एंटीबायोटिक दवाएं भी हैं। NPPA ने बृहस्पतिवार को अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी दी। आमतौर पर इन्फेक्शन, एलर्जी के अलावा मल्टीविटामिन और एंटीबायोटिक दवाओं की कीमतें ज्यादा ही होती हैं। इससे इलाज का खर्च भी ज्यादा हो जाता है। इसलिए दवाएं सस्ती होने से लोगों को राहत मिलेगी। फरवरी में एनपीपीए ने शुगर और बीपी समेक उन्सठ दवाओं के दामों में संशोधन करते हुए नई कीमतें लागू की थीं, जिसमें 31 फॉर्मूलेशन वाली दवाएं भी हैं। इस फैसले में विटामिन डी3, पेंटाप्राजोल, टेल्मिसर्टन, आइसोनियाजिड के अलावा मेटफॉर्मिन, सीटाग्लिप्टिन, बिसोप्रोलोल जैसी दवाएं और फॉर्मूलेशन भी शामिल हैं।
कितने लोगों को मिलेगी राहत
देश में 10 करोड़ से ज्यादा शुगर और आठ करोड़ से ज्यादा लोग बीपी से ग्रस्त हैं। इनके अलावा विटामिन डी या फिर अन्य विटामिन की कमी से इनकी दवाओं का कारोबार भी हर साल तेजी से बढ़ रहा है। अनुमान के मुताबिक, NPPA के इस फैसले से 30 करोड़ से ज्यादा लोगों को सीधे तौर पर राहत मिलेगी।
क्या कहता है NPPA
NPPA के मुताबिक दवाओं को लेकर सीमा मूल्य और रिटेल प्राइस में ये संशोधन होलसेल प्राइस के आधार पर तय हुआ है। इसके तहत हाल ही में कोरोनरी स्टेंट की कीमत में बदलाव किया गया था। NPPA के मुताबिक दवा और चिकित्सा उपकरणों के प्राइसिंग रिफॉर्मस की देखरेख के लिए जिम्मेदार समिति के विस्तार का फैसला भी लिया गया है। सरकार पहली बार इस समिति में उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधियों को भी शामिल करने जा रही है।
ये फैसला NPPA की 143वीं बैठक में लिया गया ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि आवश्यक दवाओं की कीमत जनता के लिए सस्ती रहे। भारत दुनिया में सबसे अधिक मधुमेह के मामलों वाले देशों में से एक है, जहां 10 करोड़ से अधिक मधुमेह रोगी हैं। पिछले महीने, फार्मास्यूटिकल्स डिपार्टमेंट ने 1 अप्रैल से प्रभावी, 923 अनुसूचित दवा फॉर्मूलेशन के लिए अपनी वार्षिक संशोधित छत कीमतें और 65 फॉर्मूलेशन के लिए संशोधित खुदरा कीमतें जारी कीं। तो फिलहाल के लिए इतना ही कैसा लगा हमारा ये वीडियो कमेंट करके जरूर बताएं और सब्सक्राइब करना न भूलें हमारे डिजिटल प्लेटफॉर्म डेली लाइन को