Thyroid problem in Female: क्यों होता है थायराइड ?, जानें इसके लक्षण और बचाव का तरीका
थायराइड महिला हो या पुरुष इस बीमारी का शिकार हर कोई हो रहा है और अब तो बच्चों में भी ये बीमारी काफी देखने को मिल रही है लेकिन खासकर महिलाओं में ये समस्या काफी ज्यादा देखने को मिलती है।
Thyroid problem in Female: थायराइड की समस्या आजकल आम हो चुकी है, महिला हो या पुरुष इस बीमारी का शिकार हर कोई हो रहा है और अब तो बच्चों में भी ये बीमारी काफी देखने को मिल रही है लेकिन खासकर महिलाओं में ये समस्या काफी ज्यादा देखने को मिलती है। हर 8 में से 1 महिला इस रोग की चपेट में है।आखिर क्यों ज्यादातर महिलाएं थायराइड का शिकार हो रही हैं?
क्या है थाइरायड?
थायरॉइड गर्दन के पास तितली के आकार की एक ग्रंथि यानि ग्लैंड होती है, जो दिल, दिमाग़ और शरीर के दूसरे अंगों को सही तरीक़े से चलाने वाले हॉर्मोन पैदा करती है, जिसे थायरोक्सिन कहते हैं। यह शरीर को एनर्जी का इस्तेमाल करने में सक्षम बनाती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक एक तरह से ये ग्लैंड शरीर की बैटरी की तरह काम करती है अगर ये ग्रंथि कम या ज़्यादा हॉर्मोन बनाती है तो थायरॉइड के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
कितने तरह का होता है थायराइड?
थायराइड दो तरह के होते हैं-
- हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) यानि थायराइड कम होना
- हाइपरथायराइडिज्म (hyperthyroidism) यानि थायराइड बढ़ना
महिलाओं में थायराइड की समस्या ज्यादा क्यों?-
डॉक्टर्स के मुताबिक महिलाओं में थायराइड की समस्या ज्यादा होने की वजह है एस्ट्रोजन नाम का हार्मोन, जो पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है।महिला के शरीर में रिप्रोडक्शन यानि प्रजनन के लिए प्रोजेस्टेरॉन नाम का हार्मोन भी होता है। इन दोनों हार्मोन के बीच जब संतुलन बिगड़ जाता है या इसके कम या ज्यादा होने की वजह से थायराइड के फंक्शन पर बुरा असर पड़ पड़ता है, जिसकी वजह से थायराइड की समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है।
महिलाओं में थायराइड ज्यादा होने की वजह
प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं और इसका असर थायराइड फंक्शन पर भी पड़ता है। यह वजह है कि कई महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड की समस्या देखने में आती है...
महिलाओं में थायराइड के लक्षण-
थकान और चिड़चिड़ापन
थायराइड होने पर थायराइड ग्रंथि में सूजन आ जाती है लेकिन जरूरी नहीं कि सभी महिलाओं में ऐसा हो। थायराइड हार्मोन खाने को पचाने का काम करता है। जब हार्मोन ठीक तरह से काम नहीं करता तो थायराइड से पीडितमहिलाओं में थकान, सुस्ती और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण दिखते हैं।
रूखी और बेजान त्वचा
थायराइड हार्मोन की मात्रा शरीर में कम होने पर त्वचा रूखी हो जाती है और नाखून भी कमजोर हो जाते हैं।
बालों का अत्यधिक झड़ना
थायराइड हार्मोन कम पैदा होने की वजह से बाल झड़ने लगते हैं।
प्रेग्नेंसी में समस्या
शरीर में थायराइड हार्मोन कम होने के कारण महिलाओं को प्रेग्नेंसी में प्रॉब्लमहो सकती है। थायराइड हार्मोन की कमी के कारण ओव्यूलेशन प्रोसेस में रुकावट आती है, पीरियड रेगुलर होने के बावजूद भी ओव्यूलेशन ना होने के कारण गर्भधारण करने में दिक्कत हो सकती है।
इसके अलावा
हाथ पैरों में कंपन, नींद कम आना, मांसपेशियों में दर्द, हार्ट बीट तेज होना, भूख ज्यादा लगना, वजन कम होना, ज्यादा पसीना आना, पीरियड्स का रेगुलर न होना भी थायराइड के लक्षण होते हैं।
थायराइड जांच के लिए टेस्ट
थायराइड ग्रंथि सही तरीके से काम कर रही है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए थायराइड प्रोफाइल टेस्ट किया जाता है। इसकी मदद से खून में टी3, टी4, TSHलेवल की जांच की जाती है।
थायराइड है तो इन चीजों से रहें दूर-
बॉडी में अगर थायराइड की मात्रा बढ़ जाए तो चाय या कॉफी न पिएं, इनमें कैफीन की मात्रा होती है. इसके अलावा ज्यादा शुगर वाली चीजों से भी परहेज करना चाहिए। शुगर ज्यादा लेने से आपके हार्मोन में उतार-चढ़ाव हो सकता है. डेयरी प्रोडक्ट, जैसे पनीर, दूध को डाइट से कम करें. रेड मीट खाने से बचें.
थायराइड होने पर क्या करें?
थायराइड से आपके वजन पर असर देखने को मिल सकता है, इसलिये अपने डेली डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स, मुलेठी, आंवला, नारियल, और सोयाबीन शामिल करें, इसके साथ ही रोज एक्सरसाइज और योगा करें। इससे आप हार्मोनल इंबैलेंस से होने वाली अन्य बाकी समस्याओं से भी बच सकते हैं।