Wayanad Landslide Update News: वायनाड में लैंडस्लाइड ने मचाई भीषण तबाही, 150 के पार पहुंचा मरने वालों का आंकड़ा

केरल के वायनाड में तेज बारिश के बाद सोमवार देर रात हुए लैंडस्लाइड ने भीषण तबाही मचाई है। इस आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 156 हो गई है। 130 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इस बीच 220 लोगों के लापता होने की खबर है।

Wayanad Landslide Update News: वायनाड में लैंडस्लाइड ने मचाई भीषण तबाही, 150 के पार पहुंचा मरने वालों का आंकड़ा

Wayanad Landslide Update News: केरल (Kerala) के वायनाड (Wayanad) में तेज बारिश के बाद सोमवार देर रात हुए लैंडस्लाइड (landslide) ने भीषण तबाही मचाई है। इस आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 156 हो गई है। 130 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इस बीच 220 लोगों के लापता होने की खबर है। यह लैंडस्लाइड सोमवार देर रात 2 बजे और 4 बजे के करीब वायनाड के 4 गांव मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में हुई थी। जिसमें घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां सब बह गईं। 

राज्य के 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

लैंडस्लाइड से प्रभावित इलाकों में आर्मी (Army), एयरफोर्स (air force), एसडीआरएफ (SDRF) और एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं। रेस्क्यू का आज 31 जुलाई को दूसरा दिन है। मंगलवार देर रात तक लगभग 1 हजार लोगों को मलबे से निकाला गया है। रात को रेस्क्यू का काम रोक दिया गया था, जो बुधवार सुबह फिर शुरू किया गया। मौसम विभाग ने आज भी वायनाड समेत राज्य के 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसमें वायनाड, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड कन्नूर और कासरगोड शामिल है। बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में खलल आ सकती है। 

राज्य में दो दिन का राजकीय शोक घोषित

हादसे के बाद पूरे राज्य में दो दिन के राजकीय शोक (state mourning) की घोषणा की गई है। मंगलवार 30 जुलाई को 12 जिलों के स्कूल और कॉलेज में छुट्टी घोषित कर दी गई। केरल यूनिवर्सिटी (Kerala University) में 30-31 जुलाई को होने वाले सभी एग्जाम कैंसिल कर दिये हैं। राज्य में हालात सुधरने के बाद परीक्षाओं की नई तारीखों का ऐलान किया जाएगा।

5 साल पहले भी इन्हीं गांवों में हुई थी लैंडस्लाइड 

बता दें कि 5 साल पहले 2019 में भी भारी बारिश के कारण इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी। उस समय लापता 5 लोगों की आज तक कोई जानकारी नहीं मिली। उस आपदा में 52 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे।