UTI Causes: UTI से होने वाली दिक्कतों से है परेशान तो करें ये उपाय
यूटीआई यानि यूरीनेरी ट्रैक इनफेक्शन जिसे आसान भाषा में मूत्राशय में होने वाला संक्रमण कहते हैं। यूटीआई किसी भी जेंडर और उम्र के लोगों को हो सकता है। लेकिन महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन की शिकायत ज्यादा देखने को मिलती है। ये समस्या यूरिनरी कॉर्ड में होने वाले इन्फेक्शन के वजह से होता है।
UTI Causes: यूटीआई यानि यूरीनेरी ट्रैक इनफेक्शन जिसे आसान भाषा में मूत्राशय में होने वाला संक्रमण कहते हैं। यूटीआई किसी भी जेंडर और उम्र के लोगों को हो सकता है। लेकिन महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन की शिकायत ज्यादा देखने को मिलती है। ये समस्या यूरिनरी कॉर्ड में होने वाले इन्फेक्शन के वजह से होता है। इस इन्फेक्शन का सबसे बड़ा कारण हाइजीन की कमी है। लगभग 40-60% महिलाएं अपनी लाइफ में कम से कम एक बार यूटीआई का सामना जरूर करती हैं।
UTI से होने वाली दिक्कतें
भले ही UTI को एक आम बीमारी माना जाता हो लेकिन अगर महिलाएं इस ओर अपना ध्यान न दें तो इसका इन्फेक्शन किडनी में भी फैल कर गंभीर रूप ले सकता है...जिन लोगों को पहले से ही किडनी की दिक्कत है, उनके लिए किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है।
UTI के लक्षण
UTI की वजह से पेशाब करते समय जलन,पेट के निचले हिस्से में दर्द जैसी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। अगर यूटीआई के सिमटम्स की बात करें तो
टॉयलेट करने के दौरान बहुत जलन होना।
यूरिन में ख़राब सा स्मेल आना।
बार-बार बुखार आना।
यूरिन का रंग बदल जाना।
पेट के निचले हिस्से और कमर में दर्द होना।
UTI की वजह
यूटीआई की वजह कई बार working hours ज्यादा होने के कारण काफी कम पानी पीना हो सकता है। काम करने की जगह पर clean toilets न होना और काफी लंबे समय तक यूरिन को रोकर कर रखना भी इसका कारण हो सकता है। तो चलिए अब आपको बताते हैं कि आप कैसे कुछ बातों का ध्यान रख कर यूरीनेरी ट्रैक इफेक्शन से बच सकते हैं।
साफ-सफाई का रखें पूरा ध्यान
यूटीआई की सबसे बड़ी वजह है गंदगी इसीलिए अपने प्राइवेट पार्ट्स को हमेशा साफ रखे, कई बार यूरीनरी के आस पास बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं..जो इनफेक्शन पैदा करते हैं। साथ ही अपने टॉयलेट और वाशरूम को भी नियमित रूप से साफ रखें। पब्लिक बाथरूम को यूज करने से बचें
सूती कपड़े का करे इस्तेमाल
UTI से बचने के लिए हमेशा कॉटन की अंडर वियर यूज करें।इसके साथ ही हर रोज स्नान जरूर करेंऔर अंडरवेयर को रोज चेंज करें। टाइट फिटिंग वाले पैंट पहनने से बचे ।
हर रोज 8 गिलास पानी पिएं
हर रोज कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पिएं। दरअसल अधिक पानी पीने से यूरीन का रास्ता साफ रहता है और बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। इससे महिलाओं में UTI का खतरा कम हो जाता है।
सुगंधित प्रोडक्ट्स का उपयोग कम करें
कुछ महिलाएं तेज सुगंध वाले साबुन, स्प्रे जैसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल अपने प्राइवेट पार्ट के आसपास के क्षेत्रों में करती है। इससे इनफेक्शन का खतरा अधिक बढ़ सकता है। इसीलिए प्राईवेट पार्टस की सफाई के लिए सिर्फ पानी का इस्तेमाल करें। और सेक्स के बाद प्राईवेट पार्टस की सफाई करें। इससे काफी हद तक UTI का खतरा कम हो सकता हैं। अगर आप इन बातों का रेगुलर ध्यान रखेंगी तो आप यूटीआई के खतरे से बच सकती हैं।