UN: इजरायल-हमास की जंग में गाजा तबाह, फिलिस्तीनियों तक नहीं पहुंच रही राहत सामग्री
फिलिस्तीनियों को खाना, पानी यहां तक की पर्याप्त दवाएं भी नहीं मिल पा रही है। संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादियों के मुताबिक, 24 अक्टूबर को मिस्र से गाजा में मानवीय आपूर्ति ले जाने वाले 20 ट्रक दाखिल हुए, जो उनके लिए पर्याप्त नहीं हैं।
UN: इजरायल हमास की जंग का आज 18वां दिन है। इजरायल की बमबारी से गाजा पट्टी में हालात बहुत भयावह हैं। फिलिस्तीनियों को खाना, पानी यहां तक की पर्याप्त दवाएं भी नहीं मिल पा रही है। संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादियों के मुताबिक, 24 अक्टूबर को मिस्र से गाजा में मानवीय आपूर्ति ले जाने वाले 20 ट्रक दाखिल हुए, जो उनके लिए पर्याप्त नहीं हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा कि 20 ट्रक सोमवार को राफा सीमा पार कर गाजा पहुंचे और उनमें से आधे पानी, भोजन और दवा ले जा रहे थे। वही 21 और 22 अक्टूबर को 34 ट्रक जीवन रक्षक आपूर्ति के साथ गाजा में प्रवेश किए।
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा है कि यह इस नवीनतम संकट से पहले गाजा में प्रवेश करने वाली वस्तुओं की दैनिक औसत मात्रा के 4 फीसदी से ज्यादा के बराबर भी नहीं है।
7 अक्टूबर को हमास-इज़राइल संघर्ष शुरू होने के दो सप्ताह के बाद पहली बार 21 अक्टूबर को 20 ट्रकों का एक काफिला राफा के रास्ते गाजा में दाखिल हुआ। जानकारी के मुताबिक, गाजा में प्रवेश करने वाली इस सहायता सामग्री में ईंधन शामिल नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा कि, गाजा में अब तक की सबसे बड़ी मानवीय सहायता देने वाली संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य एजेंसी अगले दो दिनों के अंदर अपने ईंधन भंडार को समाप्त कर देगी। इसके साथ ही कहा कि, ईंधन नहीं होने का मतलब पानी का अलवणीकरण नहीं है। ईंधन नहीं होने का मतलब यह भी है कि मानवतावादी साझेदारों को अपने पूरे सहायता वितरण अभियान को जल परिवहन पर केंद्रित करना होगा।
बता दें कि गाजा में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों की संख्या लगभग 1.4 मिलियन होने का अनुमान है। मानवतावादियों ने भीड़भाड़ के बारे में चेतावनी दी है, क्योंकि प्रति आश्रय लोगों की औसत संख्या क्षमता से 2.5 गुना से अधिक हो गई है।
बिजली, दवा, उपकरण और विशेषज्ञ कर्मियों की कमी को देखते हुए अस्पतालों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक, गाजा शहर का शिफा अस्पताल वहां का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां वर्तमान में लगभग 5,000 मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जबकि इसकी 700 मरीजों की क्षमता से बहुत अधिक है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा गया है कि गाजा शहर और उत्तरी गाजा में सात अस्पतालों को नुकसान, बिजली और आपूर्ति की कमी और निकासी आदेशों के कारण बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा। ओसीएचए ने कहा कि गाजा में लगातार 14वें दिन पूरी तरह बिजली गुल है।