Donald Trump: डोनाल्ड ट्रम्प ने इजराइल से कहा- ‘पहले ईरान के एटमी ठिकाने पर करो हमला, बाकी बाद में सोचेंगे’
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि इजराइल को ईरान के एटमी ठिकाने पर हमला करना चाहिए। ट्रम्प ने ये बात शुक्रवार को नॉर्थ कैरोलिना में आयोजित एक चुनावी कैंपेन में कही।
Donald Trump: अमेरिका (America) के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Former President Donald Trump) ने कहा है कि इजराइल (israel) को ईरान (iran) के एटमी ठिकाने पर हमला करना चाहिए। ट्रम्प ने ये बात शुक्रवार को नॉर्थ कैरोलिना (North Carolina) में आयोजित एक चुनावी कैंपेन में कही। ट्रम्प ने कहा कि इजराइल को ईरान के एटमी ठिकाने पर हमला करना चाहिए।
ट्रम्प ने बाइडेन के बयान की आलोचना की
इससे पहले अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) ने कहा था कि यदि इजराइल, ईरान के न्यूक्लियर अड्डों (Iran's nuclear bases) पर हमला करता है तो अमेरिका उसका साथ नहीं देगा। वहीं डोलाल्ट ट्रम्प (dolt trump) ने बाइडेन के इस बयान की कड़ी आलोचना की। ट्रम्प ने कहा कि मुझे लगता है कि जो बाइडेन गलत हैं। परमाणु हथियार हमारे (अमेरिका) लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। उनके (ईरान) पास जल्द ही परमाणु हथियार होंगे जो हमारे लिए काफी दिक्कतें पैदा करेंगी। ट्रंप ने कहा कि जब उनसे (बाइडेन) ये सवाल पूछा गया तो उनका जवाब होना चाहिए था कि पहले वहां बम गिराओ। उसके बाद बाकी चीजों की चिंता करो।
इजराइल, ईरान के तेल ठिकाने पर हमला न करे- बाइडेन
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार (4 सितंबर) को कहा कि इजराइल ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह ईरान के हमले का जवाब कैसे देगा। इस दौरान उन्होंने इजराइल को ईरान के तेल भंडारों पर हमला न करने की सलाह भी दी है। बाइडेन ने कहा कि कि यदि वे नेतन्याहू की जगह होते तो दूसरे विकल्पों के बारे में सोचते। उन्होंने ये भी कहा कि इजराइल और ईरान के बीच जंग नहीं होगी। वे मिडिल ईस्ट में जंग रोकने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।
इजराइल की मुझसे ज्यादा किसी ने मदद नहीं की- बाइडेन
बाइडेन से पूछा गया कि क्या इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू (Israeli Prime Minister Netanyahu) अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर असर डालने के लिए गाजा और लेबनान में सीजफायर समझौता नहीं कर रहे हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि किसी ने भी इजराइल की मुझसे अधिक सहायता नहीं की है। नेतन्याहू को यह याद रखना चाहिए। बाइडेन ने आगे कहा कि चुनाव पर असर डालने की बात पर मुझे यकीन नहीं है। बाइडेन ने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि जब इजराइल यह तय कर लेगा कि वह ईरान को कैसे जवाब देना चाहता है, तब वे नेतन्याहू से बात करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच बीते 6 हफ्तों से कोई बातचीत नहीं हुई है।
बातचीत से इस समस्या का समाधान हो- बाइडेन
इससे पहले बुधवार (2 अक्टूबर) को बाइडेन ने कहा था कि हम ईरान के एटमी ठिकानों पर हमले का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने कहा था कि ईरान पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाएंगे। वे चाहते हैं कि बातचीत से इस समस्या का समाधान हो।