Swimming Pool: गर्मियों में स्वीमिंग पूल में तैरना है आरामदायक लेकिन....

Swimming Pool: गर्मियों का मौसम है और इस मौसम में लोग काफी ज्यादा वाटर पार्क और स्विमिंग पूल में नहाने जाते हैं। इससे तेज गर्मी से काफी राहत मिल जाती है। वहीं एक बेनेफिट भी है कि स्विमिंग एक अच्छी एक्सरसाइज भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्विमिंग पूल के पानी में नहाने से सेहत को काफी नुकसान हो सकता है।

Swimming Pool: गर्मियों में स्वीमिंग पूल में तैरना है आरामदायक लेकिन....

Swimming pool: गर्मियों का मौसम है और इस मौसम में लोग काफी ज्यादा वाटर पार्क और स्विमिंग पूल में नहाने जाते हैं। इससे तेज गर्मी से काफी राहत मिल जाती है। वहीं एक बेनेफिट भी है कि स्विमिंग एक अच्छी एक्सरसाइज भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्विमिंग पूल के पानी में नहाने से सेहत को काफी नुकसान हो सकता है। इससे स्किन में इंफेक्शन और फंगल इंफेक्शन का खतरा रहता है। ऐसे में पूल जाने से पहले आपको थोड़ा सावधान रहना चाहिए। आज मतलब की खबर में हम आपको बताएंगे कि इससे आपको कौन सी बिमारियां हो सकती हैं और ये भी बताएंगे कि अगर आप स्वीमिंग पूल में गर्मियों में अक्सर स्वीमिंग करते हैं तो क्लोरीन की मात्रा कितनी होनी चाहिए साथ ही बचाव में आप क्या कर सकते हैं।

डॉक्टर बताते हैं कि स्विमिंग पूल में पानी को साफ रखने के लिए क्लोरीन को मिलाया जाता है. कई बार ऐसा भी होता है कि क्लोरीन ज्यादा डाल दिया जाता है। इससे स्किन से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। स्किन पर रैशेज और एलर्जी होने का खतरा रहता है। कुछ लोगों को स्किन में टैनिंग का भी खतरा रहता है। अगर पानी नाक के जरिए शरीर में चला जाता है को बैक्टीरिया से संबंधित बीमारी भी हो सकती है। बच्चों में इसका खतरा ज्यादा रहता है। जो बच्चे रोजाना स्विमिंग करते हैं उनको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि अकसर ही ऐसा होता है कि स्विमिंग पूल में नहाने के दौरान कान में भी पानी चला जाता है। अगर ये लंबे समय तक कान में रहता है, तो इससे कान में बैक्टीरिया  हो सकते हैं। जिससे कान में खुजली, दर्द और सूजन जैसी प्रॉब्लम हो सकती है। 

सही ट्रीटमेंट न लेने पर ये इंफेक्शन का रूप भी ले सकता है। इतना ही नहीं कुछ ऐसे बैक्टीरिया भी होते हैं जो निमोनिया जैसी समस्याओं को बुलावा भी दे सकते हैं। 50 साल की उम्र वाले लोगों में ये परेशानी ज्यादा देखी जाती है। कुछ लोगों को तो यूटीआई इंफेक्शन होने का भी रिस्क बना रहता है। एक बात और भी स्विमिंग पूल में नहाने से फंगल इंफेक्शन का रिस्क भी काफी ज्यादा होता है। ये इंफेक्शन अंडरआर्म और जांघों के आसपास के हिस्सों में हो सकता है। सबसे खतरनाक बात तो ये कि इस तरह के इंफेक्शन दूसरे लोगों में ट्रांसमिट भी हो सकता है। जिसकी शुरुआत खुजली और रैशैज से होती है।

अगर आप अपने घर में स्वीमिंग पूल बनवाने जा रहे हैं या फिर किसी वॉटर पार्क पर आपका घूमने का प्लान है तो एक बात जरूर ध्यान रखिएगा कि ये जरूरी नहीं की किसी वॉटर पार्क के पानी में क्लोरीन लिमिटेड ही हो। अब आप वहाँ  क्लोरीन की मात्रा चेक करते तो फिरेंगे नहीं। इसीलिए कोशिश करिए कि गर्मी में कुछ दूसरे जरिए भी ढूंढिये जिससे आप गर्मी से अपना बचाव कर सकें। 

आप किस तरह अपना बचाव करेंगे अब ये भी समझ लेते हैं- 

  • सबसे पहले स्विमिंग पूल जाने से पहले स्विमिंग वाले चश्मे लगा के जाएं
  • दूसरी बात नहाने के दौरान हर एक घंटे ब्रेक लें
  • तीसरी चीज़ पूल के पानी को निगले नहीं
  • और सबसे आखिरी में अगर कोई परेशानी हो रही है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं इसमें कोई लापरवाही बिलकुल भी न बरतें