Women's Day 2024 : नॉर्दन रेलवे ने तीन स्टेशन को बनाया पिंक स्टेशन, सभी जिम्मेदारी महिलाओं पर
महिला दिवस के मौके पर रेलवे ने भी एक अच्छा कदम उठाया है। नॉर्दन रेलवे ने अपने तीन स्टेशन को आज के लिए पिंक स्टेशन बनाया है। इन स्टेशन पर लोको पायलट टेक्नीशियन, स्टेशन मास्टर से लेकर लोगों की सुरक्षा तक की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधों पर होगी।
Women's Day 2024 : महिला दिवस के मौके पर रेलवे ने भी एक अच्छा कदम उठाया है। नॉर्दन रेलवे ने अपने तीन स्टेशन को आज के लिए पिंक स्टेशन बनाया है। इन स्टेशन पर लोको पायलट टेक्नीशियन, स्टेशन मास्टर से लेकर लोगों की सुरक्षा तक की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधों पर होगी।
महिला लोको पायलट मालगाड़ी चलाई
इस पहल की कोशिश महिलाओं के बराबर की भागीदारी दिखाने की है। इस दौरान दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर महिला लोको पायलट मालगाड़ी चलाती हुई दिखाई दी, जो एक बेहद ही कठिन काम है। स्टेशन का पूरा जिम्मा महिला स्टेशन मास्टर के कंधों पर ही है। स्ट्रेशन में एंट्री से लेकर टेक्नीशियन तक के काम की सभी जिम्मेदारी महिलाओं को दी गई है। नॉर्दन रेलवे ने आज अपने तीन स्टेशन को पिंक स्टेशन घोषित किया है जो महिलाओं के सम्मान में किया गया है।
पिंक स्टेशनो की महिलाओं को दी जिम्मेदारी
रेलवे यह बताना चाहता है कि इन पिंक स्टेशन के जरिए महिलाओं की भागीदारी रेलवे में बराबर रखी गई है। टेक्निकल काम हो या लोको पायलट का काम, सभी काम महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कर रही हैं। नॉर्दन रेलवे ने मोहाली, फिरोजशाह और दिल्ली का सफदरजंग स्टेशन, पिंक स्टेशन घोषित किया है। इनमें लोको पायलट, प्वाइंट मैन, आरपीएफ, स्टेशन मास्टर, बुकिंग क्लर्क, गार्ड, ट्रेन मैनेजर सभी महिलाएं हैं।
आज "अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस" पर दिल्ली मण्डल के मण्डल रेल प्रबंधक श्री सुखविन्दर सिंह जी ने दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर दिल्ली मण्डल के अधीन कार्यरत महिला रेलकर्मियों से मुलाकात की और उनके कार्यों को सराहा।#InternationalWomensDay pic.twitter.com/exbTSEzH63 — Northern Railway (@RailwayNorthern) March 8, 2024
नई दिल्ली डीआरएम सुखविंदर सिंह ने बताया कि महिला दिवस को लेकर नई दिल्ली रेलवे बहुत सारे कार्यक्रम चला रहा है जिनमें महिलाओं के लिए मेडिकल हेल्थ चेकअप कैंप, उनके लीगल राइट्स पर उनके लिए जागरूकता अभियान समेत नई दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन को पिंक स्टेशन बनाया गया है। आज इसके पूरे परिचालन की जिम्मेदारी महिलाओं को ही दी गई है। स्टेशन मास्टर भी महिला हैं। सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला जवानों पर है। पॉइंट्समैन की जगह आज महिलाकर्मी सिगनल बदलने से लेकर सभी टेक्निकल काम कर रही हैं।