Qatar Navy Officers : कतर की जेल में बंद 8 पूर्व नौसैनिक हुए रिहा, 7 लौटे भारत

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "भारत सरकार दाहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है, जिन्हें कतर में हिरासत में लिया गया था।

Qatar Navy Officers : कतर की जेल में बंद 8 पूर्व नौसैनिक हुए रिहा, 7 लौटे भारत

Qatar Navy Officers : कतर की अदालत ने भारतीय नौ सेना के आठ पूर्व कर्मियों को र‍िहा कर द‍िया है। इनमें से सात आज 12 फरवरी को भारत लौट आए हैं। इस बात की जानकारी व‍िदेश मंत्रालय (MEA) ने दी है। इसी के साथ विदेश मंत्रालय ने नौ सेना के पूर्व कर्मियों को र‍िहा करने के कतर अदालत के फैसले का स्वागत किया, जिन्हें पहले मौत की सजा सुनाई गई थी। वहीं दूसरी ओर वापस लौटे नौसेना कर्मियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। 

भारत लौटे सैन्यकर्मी 

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "भारत सरकार दाहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है, जिन्हें कतर में हिरासत में लिया गया था। उनमें से आठ में से सात भारत लौट आए हैं। हम इन नागरिकों की रिहाई और घर वापसी को तय करने के लिए कतर के अमीर के फैसले की सराहना करते हैं।" विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि कतर में कैद आठ पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों में से सात भारत लौट आए हैं। अंतिम रिहा किए गए कर्मी को घर लाने की व्यवस्था की जा रही है।

कारावास में बदली गई मौत की सजा

गौरतलब हो कि पिछले साल इस मामले में एक बड़ा परिवर्तन तब आया, जब कतर की अदालत ने भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद भारतीय नागरिकों की मौत की सजा को कम कर कारावास की सज़ा में बदल दिया गया था। ये सब कतर और भारत के बीच राजनयिक वार्ता के बाद हुआ था। 

2022 में कतर ने किया कैद

बता दें कि आठ भारतीय नागरिक, जो पहले भारतीय नौसेना के कर्मी थे, को कथित रूप से जासूसी करने के आरोप के बाद अक्टूबर 2022 में कतर में कैद कर लिया गया था। भारतीय नागरिकों को कतर की अदालत ने जासूसी का दोषी माना था, और मौत की सजा सुनाई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अदालत का फैसला "बेहद चौंकाने वाला" था, और कहा कि वे भारतीय नौसेना के पूर्व कर्मियों के खिलाफ आरोपों को हटाने के लिए सभी कानूनी विकल्प तलाशेंगे।