CBSE 10th-12th exams: CBSE ने 10वीं-12वीं के एग्जाम की तारीखों का किया ऐलान, 15 फरवरी से 4 अप्रैल तक होंगी परीक्षाएं

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी CBSE ने बुधवार देर रात 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर दिया है। एग्जाम 15 फरवरी से शुरू होंगे। 10वीं की परीक्षा 18 मार्च तक और 12वीं के एग्जाम 4 अप्रैल तक चलेंगे।

CBSE 10th-12th exams: CBSE ने 10वीं-12वीं के एग्जाम की तारीखों का किया ऐलान, 15 फरवरी से 4 अप्रैल तक होंगी परीक्षाएं

CBSE 10th-12th exams: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) यानी CBSE ने बुधवार देर रात 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर दिया है। एग्जाम 15 फरवरी से शुरू होंगे। 10वीं की परीक्षा 18 मार्च तक और 12वीं के एग्जाम 4 अप्रैल तक चलेंगे।

एग्जाम से करीब 86 दिन पहले ही डेटशीट जारी 

CBSE ने पहली बार एग्जाम से करीब 86 दिन पहले ही डेटशीट जारी की है। इसकी वजह ये बताई जा रही है कि इस बार स्कूलों ने समय से LOC यानी लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स भरा है। 2024-25 के सेशन में 44 लाख छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। एग्जाम सुबह 10:30 बजे शुरू होगा।

10वीं का पहला एग्जाम अंग्रेजी विषय का 

CBSE ने 10वीं क्लास के लिए पहला एग्जाम अंग्रेजी का रखा। अंग्रेजी का एग्जाम 15 फरवरी को होगा। दूसरा एग्जाम साइंस का है जो 20 फरवरी को होगा। इसके बाद एक दिन की छुट्टी दी गई है और 22 फरवरी को फेंच और संस्कृत का एग्जाम होगा। वहीं सोशल साइंस का एग्जाम 25 फरवरी को होगा। 28 फरवरी को हिंदी की परीक्षा होगी। इसके 10 दिन बाद 10 मार्च को गणित का एग्जाम होगा। आखिरी पेपर 18 मार्च को कम्प्यूटर एप्लिकेशन्स, IT या AI का होगा।

12वीं का पहला एग्जाम शारीरिक शिक्षा का होगा

12वीं क्लास के छात्रों के लिए 15 फरवरी को आंत्रप्रेन्योरशिप यानी शारीरिक शिक्षा का एग्जाम है। फिजिक्स का एग्जाम 21 फरवरी को होगा। 22 फरवरी को व्यवसाय अध्ययन की परीक्षा होगी। 24 फरवरी को भूगोल का एग्जाम होगा और 27 फरवरी को केमिस्ट्री की एग्जाम होगा। 8 मार्च को मैथ का एग्जाम होगा। वहीं 11 मार्च को इंग्लिश का पेपर होगा और 15 मार्च को हिंदी की परीक्षा होगी। 4 अप्रैल को आखिरी एग्जाम साइकोलॉजी का होगा।

जल्दी डेटशीट जारी होने से छात्रों को मिलेंगे कई फायदे

1- छात्र पहले से ही परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर सकते हैं जिससे उन्हें अंतिम समय में एग्जाम्स की टेंशन नहीं होगी।
2- परीक्षाओं के इस पूरी प्रक्रिया में शामिल होने वाले पेरेंट्स और टीचर्स डेटशीट को ध्यान में रखते हुए अपने अन्य कार्यक्रमों और वेकेशन प्लान कर सकते हैं।
3- टीचर्स अधिक समय तक अपने स्कूलों से दूर नहीं रहेंगे। वो डेटशीट के मुताबिक, अपने सब्जेक्ट का रिवीजन भी करा सकते हैं। 
4- स्कूल बोर्ड परीक्षाओं की प्लानिंग बेहतर ढंग से कर सकेंगे। जिन क्लासेज के बोर्ड एग्जाम्स नहीं हैं उनकी पढ़ाई पर इसका असर नहीं होगा। 
5- जिन स्कूलों को परीक्षा के लिए सेंटर चुना गया है उनके पास भी व्यस्थाएं बनाने के लिए पर्याप्त समय होगा।

दो सब्‍जेक्‍ट्स के बीच में पर्याप्त गैप 

वहीं CBSE की एग्जाम कंट्रोलर डॉ. संयम भारद्वाज ने बताया कि डेटशीट में दो सब्‍जेक्‍ट्स के बीच में पर्याप्त गैप दिया गया है। कक्षा 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम्स की तारीखों को ध्यान में रखा गया है। एंट्रेंस एग्जाम्स से काफी पहले परीक्षाएं पूरी करने का कोशिश की गई है। इससे छात्रों को बोर्ड और एंट्रेंस एग्जाम्स के लिए बेहतर टाइम मैनेजमेंट में हेल्प मिलेगी। 

एग्जाम कंट्रोलर डॉ. संयम भारद्वाज ने ये भी बताया कि 40 हजार से ज्यादा सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन्स को ध्यान में रखते हुए डेटशीट तैयार की गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी छात्र द्वारा चुने गए 2 सब्‍जेक्‍ट्स का एग्जाम एक ही डेट पर न हों।