Surya Yantra: घर में स्थापित कर रहे है सूर्य यंत्र तो इन बातों का रखें विशेष ध्यान
हिन्दू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व होता है और वास्तु शास्त्र में सूर्य यंत्र का विशेष महत्व माना जाता है।लेकिन इन यंत्रों को स्थापित करने के लिए भी विशेष वास्तु नियम है। तो चलिए आज इस वीडियो में आपको बतातें है कि सूर्य यंत्र को घर की किस दिशा में स्थापित करना सबसे शुभ माना जाता है।
Surya Yantra: हिन्दू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व होता है और वास्तु शास्त्र में सूर्य यंत्र का विशेष महत्व माना जाता है। इस यंत्र को घर में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। यंत्रों को विभिन्न धातुओं, रत्नों और मंत्रों से निर्मित किया जाता है। कहा जाता है कि इनका उपयोग घरों,ऑफिसों और अन्य स्थानों में स्थापित करने से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आती है और सौभाग्य में वृद्धि हो सकती है। लेकिन इन यंत्रों को स्थापित करने के लिए भी विशेष वास्तु नियम है। तो चलिए आज इस वीडियो में आपको बतातें है कि सूर्य यंत्र को घर की किस दिशा में स्थापित करना सबसे शुभ माना जाता है।
घर की इस दिशा में स्थापित करे सूर्य यंत्र
वास्तु शास्त्र के अनुसार सूर्य यंत्र को पूर्व दिशा की ओर लगाना (placing Surya Yantra towards east) चाहिए। पूर्व दिशा सूर्योदय की दिशा होती है और इसे ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक भी माना जाता है। इस दिशा में यंत्र लगाने से सूर्यदेव की कृपा बनी रहती है और व्यक्ति के जीवन में मान-सम्मान,यश और समृद्धि की बढ़ोत्तरी होती है।
इन बातों का रखें ख्याल
घर या ऑफिस में सूर्य यंत्र को स्थापित करने के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें।
- यंत्र को दीवार पर इस तरह से स्थापित करें कि उसका मुख पूर्व दिशा की ओर हो।
- यंत्र को स्थापित करने से पहले उसे अच्छी तरह से साफ कर लें
- यंत्र को किसी ऊंचे स्थान पर स्थापित करें,जैसे कि पूजा घर या लिविंग रूम।
- यंत्र को स्थापित करते समय मंत्र का जाप करें।
सूर्य यंत्र स्थापित करते समय करें इन मंत्रों का उच्चारण
"ॐ सूर्याय नमः"
"ॐ गुरुभ्यो नमः"
"ॐ आदित्याय नमः"।
सूर्य यंत्र को स्थापित करते समय इन छोटी छोटी बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा आपके पूरे परिवार पर बनी रहेगी और जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।