Rahul Gandhi: अडानी को बचा रहे पीएम मोदी, वो खुद भ्रष्टाचार में लिप्त- राहुल गांधी

भारत के सबसे बड़े बिजनेसमैन गौतम अडाणी पर अमेरिका में धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगे है। इसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान राहुल ने कहा कि अडाणी जी 2 हजार करोड़ रुपए का स्कैम कर के बाहर घूम रहे हैं, क्योंकि पीएम मोदी उन्हें प्रोटेक्ट कर रहे हैं।

Rahul Gandhi: अडानी को बचा रहे पीएम मोदी, वो खुद भ्रष्टाचार में लिप्त- राहुल गांधी

Rahul Gandhi: भारत के सबसे बड़े बिजनेसमैन गौतम अडाणी (Businessman Gautam Adani) पर अमेरिका में धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगे है। इसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान राहुल ने कहा कि अडाणी जी 2 हजार करोड़ रुपए का स्कैम कर के बाहर घूम रहे हैं, क्योंकि पीएम मोदी (PM Modi) उन्हें प्रोटेक्ट कर रहे हैं। गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने अमेरिका में बड़ा क्राइम किया है, लेकिन भारत में उन पर कुछ नहीं हो रहा है। अडाणी की प्रोटेक्टर सेबी की चेयरपर्सन माधबी बुच (SEBI Chairperson Madhabi Buch) पर केस होना चाहिए।

करीब 2200 करोड़ रुपए की रिश्वत देने का आरोप

अमेरिका में न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट (Federal Court of New York) में सुनवाई के दौरान गौतम अडाणी (Gautam Adani) समेत 8 लोगों पर अरबों की धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगे हैं। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी कार्यालय (United States Attorney's Office) का कहना है कि अडाणी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी या देने की प्लानिंग कर रहे हैं। 

24 अक्टूबर 2024 को दर्ज कराया गया था केस

यह पूरा मामला अडाणी ग्रुप (Adani Group) की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Limited) और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ है। 24 अक्टूबर 2024 को यह मामला US कोर्ट में दर्ज किया गया थी। 20 नवंबर को इस केस की सुनवाई हुई। अडाणी के अलावा 7 अन्य लोग सागर अडाणी (Sagar Adani), विनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल का नाम भी इसमें शामिल हैं।

प्रधानमंत्री अडानी के साथ भ्रष्टाचार में शामिल हैं- राहुल गांधी

इस मामले की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने गौतम अडानी (Gautam Adani) की गिरफ्तारी की मांग की है। राहुल गांधी ने कहा कि मुझे आश्चर्य हो रहा है कि अडाणी इस देश में एक स्वतंत्र व्यक्ति की तरह क्यों घूम रहे हैं। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने नारा दिया था कि एक हैं तो सेफ हैं। इंडिया में अडानी जी और मोदी जी एक हैं तो सेफ हैं। एक सीएम 10-15 करोड़ के आरोप में जेल चले जाते हैं लेकिन अडानी जी 2 हजार रुपये का स्कैम करते हैं। कारण है पीएम उनको प्रोटक्ट करते हैं। पीएम मोदी अडानी को बचा रहे हैं और वो खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

अडानी को अऱेस्ट होना चाहिए- राहुल

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि अमेरिका में उन्होंने क्राइम किया है। 2 हजार करोड़ रुपये का स्कैम है। मगर हिंदुस्तान में अडानी जी का कोई कुछ नहीं कर सकता है। अडानी जी को अऱेस्ट होना चाहिए। माधुरी बुच को हटाया जाना चाहिए और उनकी जांच होनी चाहिए। प्रधानमंत्री जी इस व्यक्ति को 100 फीसदी बचा रहे हैं। ये व्यक्ति बीजेपी (BJP) को पूरी तरह सपोर्ट करते हैं। हमारी जेपीसी की मांग है। हम कहना चाहते हैं कि अडानी जी को अरेस्ट किया जाना चाहिए।

अडाणी को माधुरी बुच बचा रही हैं- राहुल गांधी

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आगे कहा कि हम जानते हैं कि अडानी का कुछ नहीं होने वाला है। अगर वो लीगल तरीके से काम कर रहे हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। अगर सरकार को लग रहा है कि कुछ गड़बड़ है तो वह जांच करे। शुरूआत तो वहीं से होगी ना कि अडानी जी को पकड़िए और उन्हें अंदर करिए फिर पूछताछ करिए। उन्हें माधुरी बुच बचा रही है जो उनके स्टॉक की कीमतों को नियंत्रित करती हैं। उन्हें भी पद से हटाना चाहिए।

अडाणी ग्रुप पर लगे ये आरोप

आपको बता दें कि अडानी के साथ जिन अन्य लोगों पर आरोप लगे हैं, उनमें उनके भतीजे और अडानी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक सागर अडानी और कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहे विनीत जैन भी शामिल हैं। जैन 2020 से 2023 तक कंपनी के सीईओ थे और वह इसके निदेशक मंडल के प्रबंध निदेशक हैं।

यह मामला अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Limited) और एक अन्य कंपनी के लिए भारत सरकार को 12 गीगावाट सौर ऊर्जा बेचने को लेकर अधिकारियों को रिश्वत देने से जुड़ा है। अभियोग में अडानी और अन्य पर भारत में अरबों डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट और वित्त पोषण हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों को लगभग 26.5 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने या देने की योजना बनाने के आरोप हैं।