बद्री केदार मंदिर समिति के सदस्यों ने सीएम धामी से की पीतल-सोना मामले की जांच एसआईटी से कराने की मांग
केदारनाथ मंदिर में लगे सोने को लेकर लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। केदारनाथ धाम के गर्भगृह में पिछले साल 23 किलो से ज्यादा सोने की परत चढ़ाई गई थी, लेकिन कुछ समय बाद यह बात सामने आईं कि गर्भगृह में से सोना गायब है, वहां पीतल की परत चढ़ी हुई है। इसको लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है।
केदारनाथ मंदिर में लगे सोने को लेकर लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। केदारनाथ धाम के गर्भगृह में पिछले साल 23 किलो से ज्यादा सोने की परत चढ़ाई गई थी, लेकिन कुछ समय बाद यह बात सामने आईं कि गर्भगृह में से सोना गायब है, वहां पीतल की परत चढ़ी हुई है। इसको लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है।
अभी राहुल गांधी भी केदारनाथ के 3 दिवसीय दौरे पर हैं। ऐसे में उम्मीद है कि राहुल केदारनाथ के सोने का मुद्दा जरूर उठाएंगे। इस बीच, बद्री केदार मंदिर समिति के सदस्यों ने सीएम धामी को पत्र भेजकर पीतल बने सोने की जांच कराने की मांग उठाई है। मंदिर समिति के तमाम सदस्यों ने मुख्यमंत्री धामी को जो पत्र लिखा है, उसमें कहा है कि मौजूदा समय में केदारनाथ और बद्रीनाथ को लेकर भ्रष्टाचार और अनिमितता की खबरों से न केवल बद्रीनाथ केदारनाथ की छवि धूमिल हो रही है, बल्कि राज्य सरकार की छवि पर भी बट्टा लग रहा है। ऐसे में मौजूदा समय में इस पूरे मामले की एसआईटी जांच करवाना बेहद जरूरी है।
सोने के मुद्दे को लेकर अब तक सभी खामोश हैं, लेकिन मंदिर समिति के सदस्यों, पुजारी और मंदिर से जुड़े लोगों से बार-बार सवाल पूछा जा रहा है।
मंदिर समिति के सदस्य पुष्कर जोशी ने कहा, "पीएम मोदी और सीएम धामी सहित करोड़ों देशवासियों की आस्था धामों में है। हम यही चाहते हैं कि जो भी बातें चल रही हैं। उसकी जांच होनी चाहिए। हम किसी के खिलाफ नहीं हैं।"
मंदिर समिति के सदस्य आशुतोष डिमरी ने कहा, "हम यह चाहते हैं कि जो भी सच्चाई है, वह सामने आनी चाहिए। इसलिए हमने मुख्यमंत्री से मिलकर इस मामले में पत्र लिखा है। हमें उम्मीद है कि राज्य सरकार इस पूरे प्रकरण को लेकर जल्द ही कोई जांच करवाएगी।" हालांकि ये पत्र मई में लिखा है, लेकिन यह अब सामने आ रहा है।