Cash For Query: महुआ मोइत्रा की कल होगी एथिक्स कमेटी के सामने पेशी

पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में आज यानी 1 नवंबर को महुआ मोइत्रा ने कहा कि वह कैश फॉर क्वेरी विवाद में पैनल के आदेश के अनुसार, गुरुवार 2 नवंबर को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश होंगी।

Cash For Query: महुआ मोइत्रा की कल होगी एथिक्स कमेटी के सामने पेशी

Cash For Query: टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा कल 2 नवंबर को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने सुनवाई के लिए पेश होंगी।

सांसद ने पोस्ट कर दी जानकारी

पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में आज यानी 1 नवंबर को महुआ मोइत्रा ने कहा कि वह कैश फॉर क्वेरी विवाद में पैनल के आदेश के अनुसार, गुरुवार 2 नवंबर को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश होंगी। टीएमसी सांसद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर दो पन्नों का एक पत्र भी जारी किया है, जिसमें उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से "जिरह" करने की मांग की है।
टीएमसी सांसद लिखती हैं, चूंकि एथिक्स कमेटी ने मीडिया को मेरा समन जारी करना उचित समझा, इसलिए मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि मैं भी कल अपनी "सुनवाई" से पहले समिति को अपना पत्र जारी करूं।

रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी का किया जिक्र

इसके साथ ही महुआ ने बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा बसपा सांसद दानिश अली पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का भी जिक्र किया। महुआ मोइत्रा ने कहा कि इस मामले में बसपा सांसद के विपरीत भाजपा सांसद के लिए एक अलग दृष्टिकोण अपनाया गया। उन्होंने संसदीय पैनल पर भेदभावपूर्ण रवैये का आरोप लगाया।

मांगी थी 5 नवंबर तक की मौहलत

जानकारी के लिए बता दें कि, महुआ मोइत्रा ने कमेटी के सामने 5 नवंबर को पेश होने की इजाजत मांगी थी, लेकिन इनकी आग्रह को खारिज करते हुए कमेटी ने 2 नवंबर को ही पेश होने को कहा था।

क्या है आरोप

बीते महीने 15 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख कर टीएमसी सांसद पर आरोप लगाया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि महुआ मोइत्रा द्वारा संसद में 61 सवाल पूछे गए लेकिन उनमें से 50 सवाल केवल अडानी से जुड़े हैं, जो  कि पैसे लेकर पूछे गए हैं। अब इसी आरोप पर महुआ मोइत्रा हर तरफ से घिर गई हैं। इसी को लेकर मोइत्रा कल यानी 2 नवंबर को संसद की एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने वाली हैं।

दुबे और देहाद्रई पहले ही दर्ज करा चुके हैं बयान

महुआ मोइत्रा के आचार समिति के सामने पेश होने से पहले वकील जय अनंत देहाद्रई और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने अपना बयान दर्ज करा चुके हैं।