Luv Kush Rath Yatra: 'लव कुश रथ यात्रा' के बहाने भाजपा की लव-कुश समीकरण पर नजर
बिहार में भाजपा की 2 जनवरी से लव-कुश रथ यात्रा निकली है। यह रथ यात्रा प्रदेश के सभी जिलों से होते हुए बक्सर के रास्ते उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी। यात्रा का समापन 22 जनवरी को अयोध्या में होगा।
Luv Kush Rath Yatra: बिहार में भाजपा की 2 जनवरी से लव-कुश रथ यात्रा निकली है। यह रथ यात्रा प्रदेश के सभी जिलों से होते हुए बक्सर के रास्ते उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी। यात्रा का समापन 22 जनवरी को अयोध्या में होगा। कहा जा रहा है कि ‘सबके सिया, सबके राम’ (Sabake Siya, Sabake Ram) स्लोगन के साथ निकलने वाली इस रथयात्रा के जरिए भाजपा ने हिंदुत्व के रंग में ढालकर सामाजिक न्याय के जरिए लव कुश समीकरण को साधने की कोशिश की है।
BJP लव-कुश समीकरण से जदयू की राजनीतिक जमीन पर कब्जा करेगी
दरअसल, नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने जिस लव-कुश फॉर्मूले से लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की अगुवाई वाली राजद से सत्ता छीनी थी, अब भाजपा ने उसी लव-कुश (Luv Kush Rath Yatra in Bihar) समीकरण के जरिए जदयू की राजनीतिक जमीन कब्जाने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लव-कुश (Luv Kush Rath Yatra) यानी कुशवाहा-कुर्मी समीकरण के सहारे खुद को सत्ता के करीब रखा है, लेकिन, इस समीकरण में लव (कुर्मी) को जबरदस्त फायदा मिला तो कुश (कुशवाहा) समाज में नाराजगी दिखी।
इसी नाराजगी का लाभ उठाने के लिए भाजपा ने पहले ही प्रदेश की कमान सम्राट चौधरी के हाथों सौंपी है तो कुर्मी समाज से आने वाले नीतीश के करीबी आरसीपी सिंह को भी साथ लिया है। भाजपा का इसका फायदा भी मिला है।
लव-कुश फॉर्मूले को हिंदुत्व से जोड़ने की योजना
बिहार में भाजपा (BJP in Bihar) लव-कुश फॉर्मूले को जमीन पर उतारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और अब अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है तो लव-कुश फॉर्मूले को हिंदुत्व से जोड़ने की योजना बनाई है।
500 साल के लंबे संघर्ष के बाद भगवान राम भव्य मंदिर में पहुंच रहे
रथ के साथ चल रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता जेपी वर्मा कहते हैं कि 500 साल के लंबे संघर्ष और कई लोगों के बलिदान के बाद भगवान राम भव्य मंदिर (Ram grand temple inaugurated) में पहुंच रहे हैं। आज लव-कुश समाज कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए इस रथ यात्रा का आयोजन हो रहा है। उन्होंने किसी भी राजनीति से इनकार करते हुए कहा कि बिहार मां जानकी की धरती है और यह रथ लोगों को अयोध्या जाने का निमंत्रण दे रही है।