Credit card: क्रेडिट कार्ड कितना है फायदेमंद, क्या है इस्तेमाल करने के सही तरीके

Credit card: क्रेडिट कार्ड को इस्तेमाल करने के कई लाभ होते हैं, खर्च करने के इन मॉडर्न टूल्स से न केवल शॉर्ट टर्म में कैश की कमी को दूर करने में मदद मिलती है। बल्कि आपको कैशबैक रिवार्ड प्वाइंट्स और एक्सट्रा डिस्काउंट जैसे कई लाभ भी मिलते हैं।

Credit card: क्रेडिट कार्ड कितना है फायदेमंद, क्या है इस्तेमाल करने के सही तरीके

Credit card: क्रेडिट कार्ड को इस्तेमाल करने के कई लाभ होते हैं, खर्च करने के इस मॉडर्न टूल से न केवल शॉर्ट टर्म में कैश की कमी को दूर करने में मदद मिलती है। बल्कि आपको कैशबैक रिवार्ड प्वाइंट्स और एक्सट्रा डिस्काउंट जैसे कई लाभ भी मिलते हैं।
लेकिन, आपको इनका इस्तेमाल जिम्मेदारी से करना चाहिए और आपको यह भी तय करना चाहिए कि आप हर बिलिंग साईकल के दौरान  ब्याज मुक्त अवधि (interest free period) में अपना कुल बकाया राशि का भुगतान (payment) कर दें।

इन बतों का रखें ध्यान-

इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने से आपका क्रेडिट हिस्ट्री बनती है। उसमें सुधार होता है जिससे आपके फाइनेसेज को सुरक्षित किया जा सकता है और फिर कभी भविष्य में आप पुनर्भुगतान (Repayment) की शर्तों पर अपनी मर्जी का लोन भी आसानी से ले सकते हैं।
लेकिन, क्रेडिट कार्ड के यूजर्स को कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए जिससे किसी धोखाधड़ी को रोका जा सके, और कर्जे को बढ़ने से भी रोका जा सके।

आज आपके मतलब की खबर में हम कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे मे बताएंगे जिनकी जानकारी किसी भी क्रेडिट कार्ड यूज़र को होनी चाहिए ताकि धोखा (Fraud) के साथ साथ कार्ड के ब्याज (interest) का बोझ भी आप पर न पड़े। सबसे पहली चीज क्रेडिट कार्ड (credit card) का नम्बर एक्स्पायरी डेट सीक्रेट पिन वन-टाइम पासवर्ड और CVV नम्बर आपके कार्ड की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं और इनको लेनदेन से जुड़े ब्यौरे के अलावा किसी दूसरे के साथ साझा नहीं किया जाना चाहिए।

कितने समय के लिए मिलेगी ब्याज मुक्त अवधि-

दूसरी चीज़ कार्ड यूजर्स को अपनी बकाया राशि को pay करने के लिए 50 दिन का ब्याज मुक्त अवधि (interest free period) मिलता है। हर क्रेडिट कार्ड अकाउंट के साथ एक नियत दिन जुड़ा रहता है। जिस दिन और हर पेमंट के लिए मासिक समय सीमा (monthly deadlines)  को जेनरेट किया जाता है। कार्ड यूजर्स को इन तारीखों की जानकारी होनी चाहिए क्योंकि मासिक समय सीमा (monthly deadlines) के बाद बकाया राशि (outstanding amount)  पर अतिरिक्त ब्याज शुल्क (additional interest charge) लगाए जाएंगे अकसर सबसे अच्छा विकल्प यह होगा कि आप अपने बैंक को समय पर बकाया राशि के भुगतान के लिए ऑटो-डेबिट का खड़े अनुदेश (standing instruction) दे सकते हैं।

ATM से भी निकाल सकते हैं पैसा- 

तीसरी और महत्वपूर्ण चीज़ क्रेडिट कार्ड से एटीएम से कैश विदड्रा करना एक आसान सुविधा हो सकती है। लेकिन, याद रखें कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके जब भी आप कैश विदड्रा करते हैं। तो उस पर फीस लगाई जाती है जो कि विदड्रा की गई राशि के 3% के बराबर होती है। साथ ही, इस प्रकार के कैश एडवांस के संबंध में कोई ब्याज मुक्त अवधि (interest free period) नहीं दिया जाता है। इसलिए, इस सुविधा से बचना ही बेहतर होगा।

क्या है pre-defined spending limit-

हर क्रेडिट कार्ड के साथ एक पूर्व-निर्धारित व्यय सीमा (pre-defined spending limit) होती है, जिसके बाद यूजर्स को खर्च करने की Permission नहीं दी जाती है। इस लिमिट को क्रेडिट कार्ड यूजर्स की salary.., जॉब प्रोफाइल देखने के बाद तय किया जाता है... लेकिन, आपको यह सलाह दी जाती है कि.. आप कभी भी अपनी पूरी क्रेडिट कार्ड लिमिट का इस्तेमाल न करें... और अपनी repayment capacity के अनुसार ही खर्च करें जो कि आदर्श रूप से कार्ड पर खर्च के आपके monthly बजट के अनुसार है। आपको अपने क्रेडिट कार्ड पर किसी Adverse effect को कम से कम रखने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% तक ही खर्च करना चाहिए। 

न्यूनतम शेष राशि (minimum balance amount) वह भुगतान विकल्प (payment option) है। जो क्रेडिट कार्ड यूजर्स को दिया जाता है.. जिसमें उसे एक छोटी राशि यानी कुल कार्ड बिल का 5% Payment करना होता है.. ताकि वह देरी से Payment के जुर्माने से बच सके। लेकिन क्रेडिट कार्ड कंपनियों द्वारा Remaining amount पर Interest वसूली जारी रखी जाती है जो हर महीने 3 से 4% और कुछ मामलों में इससे भी अधिक होती है। इसके अलावा, अगर आप monthly डेडलाइन के बाद minimum balance amount का भुगतान करते हैं। तो आपको देरी से payment के लिए additional fees देनी पड़ सकती है।

क्रेडिट कार्ड पर EMI Scheme भी उपल्बध-

क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई स्कीम (Emi scheme) भी उपलब्ध रहती है जिसमें आपको मंथली किश्तों में भुगतान payment करने का option रहता है। लेकिन इससे पहले की आप इस सुविधा का लाभ उठाएं, आपको इसके साथ जुड़े चार्ज के बारे में पूरी तरह से स्पष्ट जानकारी कर लेनी चाहिए। साथ ही, आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट, ईएमआई पर खरीदे गए प्रोडक्ट का दाम (amount) के बराबर ब्लॉक कर दी गई है कि नही और जैसे जैसे आप EMI का payment करते रहेंगे, इस ब्लॉक की गई लिमिट को कम किया जाता रहेगा EMI में की गई किसी चूक के मामले में आपसे अतिरिक्त ब्याज शुल्क (additional interest charge)  ले लिए जाएंगे जिससे आपका कुल क्रेडिट बकाया राशि (credit outstanding amount)  बढ़ जाएगा और आप ब्याज (interest) के बोझ तले दबते चले जाएंगे

तो यह थी क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से जुड़ी कुछ जरूरी और महत्वपूर्ण बातें जो आपको क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के सही से इस्तेमाल करने से लेकर आप पर ब्याज (Interest) का बोझ न बढ़नें में मदद करेगी।