World Stuttering Awareness Day 2023: क्यों मनाते हैं 'विश्व हकलाना जागरूकता दिवस', क्या है इसके पीछे की वजह

World Stuttering Awareness Day 2023: विश्व भर में आज विश्व हकलाना जागरूकता दिवस मनाया जा रहा हैं। ये दिन उन लोगों को जागरुक करने के लिए मनाया जाता है जो अक्सर बात करते वक्त हकलाने लगते है और लोग उनका मजाक उड़ाते है।

World Stuttering Awareness Day 2023: क्यों मनाते हैं 'विश्व हकलाना जागरूकता दिवस', क्या है इसके पीछे की वजह

World Stuttering Awareness Day 2023: अक्सर कई बार हम बात करते वक्त हकलाने लगते हैं। कई लोगों में ये आदत काफी ज्यादा होती हैं। जिसको लेकर लोग ऐसे लोगों का मजाक भी उड़ाते है। इन सब को लेकर हर वर्ष आज के दिन अंतरराष्ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस मनाया जाता है। जिसका उद्देशय लोगों को हकलाहट के प्रति जागरूक करना हैं। दुनियाभर में लगभग 1.5% लोग हकलाहट का शिकार हैं। इस समस्या के चलते लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। 

कब हुई शुरुआत

साल 1998 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस मनाया गया था। अक्सर कई बार कुछ लोग हकलाने वाले व्यक्तियों को मजाक उड़ाते है उन्हें परेशान करते है। ऐसे में यह एक सीरियस सामाजिक चिंता का मुद्दा मानते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने का फैसला लिया गया। अंतरराष्ट्रीय स्टटरिंग एसोसिएशन (International Stuttering Association), इंटरनेशनल फलूएन्सी एसोसिएशन (International Fluency Association) और यूरोपियन लीग ऑफ़ स्टटरिंग एसोसिएशन (European League of Stuttering Associations) के तत्वाधान में यह अभियान शुरू किया गया है। हर साल इस दुनियाभर में कई तरह के इवेंट आयोजित किए जाते हैं और लोगों को इस समस्या से जूझ रहे लोगों को कैसे सपोर्ट करें, इसके बारे में बताया जाता है। 

क्या है थीम

यह दिवस हर साल आज के दिन ही मनाया जाता है जिसको लेकर प्रत्येक साल एक थीम तय किया जाता है। इस बार का थीम है  'One Size Does Not Fit All' 

क्यों हकलाते हैं लोग

कई लोगों में ये बीमारी होती है। एक शोध के मुताबिक महिलाओं की तुलना में 4% पुरुष अधिक हकलाते हैं। कई लोगों में ये जेनेटिक होता है। वहीं कुछ लोगों में ब्रेन फंक्शन की वजह से भी ये समस्या सामने आती हैं। कई बार ऐसा भी होता है, जब हम या आप किसी से बात करते वक्त नर्वस हो जाते हैं या डर जाते है तब भी हमारे मुंह से शब्द अच्छे से नहीं निकल पाते है और हम हकलाने लगते हैं।