RapidX Train: देश की पहली सेमी-हाईस्पीड रैपिड ट्रेन का सफर शुरू, यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं

रैपिडएक्स ट्रेन देश की पहली ऐसी ट्रेन है जिसमें यात्रियों को सभी प्रकार की सुविधाएं दी गई है। रैपिडएक्स ट्रेन यात्रियों के लिए काफी आरामदायक है। रैपिडएक्स ट्रेन के कोचों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इनमें यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी।

RapidX Train: देश की पहली सेमी-हाईस्पीड रैपिड ट्रेन का सफर शुरू, यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं

RapidX Train: भारत में देश की पहली सेमी-हाईस्पीड ट्रेन का इंतजार अब खत्म हो गया है। देश की पहली रैपिडएक्स ट्रेन यानि नमो भारत ने आज साहिबाबाद से दुहाई डिपो के लिए अपना सफर पहला सफर तय किया। इससे पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने देश की पहली सेमी- हाईस्पीड ट्रेन को साहिबाबाद स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शुरुआत में रैपिडएक्स ट्रेन का संचालन इन पांच स्टेशनों साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई-डिपो पर शुरु किया गया है।

सेमी-हाईस्पीड ट्रेन में ये सुविधाएं 

रैपिडएक्स ट्रेन देश की पहली ऐसी ट्रेन है जिसमें यात्रियों को सभी प्रकार की सुविधाएं दी गई है। रैपिडएक्स ट्रेन यात्रियों के लिए काफी आरामदायक है। रैपिडएक्स ट्रेन के कोचों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इनमें यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी। इस ट्रेन के कोच और इनमें डिजाइन की गई सीटें ज्यादा राहत देने वाली हैं। ट्रेन के हर कोच में अटेंडेट को तैनात किया गया है। इसके अलावा हर सीट पर चार्जिग प्वाइंट लगाया गया है। रैपिडएक्स ट्रेन के प्रत्येक कोच में दिव्यांग और मरीजों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। रैपिडएक्स के हर कोच में एक स्टेचर की व्यवस्था की गई है। वहीं विकलांग यात्रियों के लिए व्हीलचेयर की भी सुविधा दी गई है। 

रैपिडएक्स ट्रेन कोच के दरवाजों के पास यात्रियों की निकासी के लिए ज्यादा जगह दी गई है। इस ट्रेन के कोच में खड़े होकर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए भी व्यवस्था की गई है। ट्रेन के हर कोच के दरवाजे पर आपातकालीन स्विच लगे हैं। रैपिडएक्स ट्रेन में प्रत्येक सीट के पीछे एक होल्डर की सुविधा भी दी गई है। ट्रेन कोच में भीड़ होने पर जो यात्री खड़े रहते है उनके लिए पकड़ने के लिए होल्डर भी लगे है।

एक साथ 1700 यात्री करेंगे सफर

पहले चरण में रैपिडएक्स ट्रेन 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ी है, लेकिन भविष्य में यह सेमी-हाईस्पीड ट्रेन 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। पहले इस ट्रेन को रैपिडएक्स नाम दिया गया था, लेकिन अब ये ट्रेनें नमो ट्रेन के नाम से जानी जाएंगी। रैपिडएक्स ट्रेन में 6 डिब्बे हैं जिनमें करीब 1700 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं। हर स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम कोच में 62 सीटें हैं। हर रैपिडएक्स ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है, यह प्रीमियम कोच के बाद दूसरा कोच होगा। ट्रेन के अन्य कोचों में भी महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित हैं। साथ ही, प्रत्येक कोच में विकलांग यात्रियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी सीटें आरक्षित हैं। 

हर 15 मिनट पर मिलेगी ट्रेन 

पहले चरण में गाजियाबाद के साहिबाबाद से दुहाई तक रैपिडएक्स का संचालन शुरू किया गया है। देश की पहली सेमी-हाईस्पीड ट्रेन दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पर चलेगी। इसकी कुल दूरी 82 किलोमीटर है। हालांकि, अभी पहले चरण में इसे साहिबाबाद से दुहाई के बीच चलाया गया है, जो कि सिर्फ 12 मिनट में यह दूरी तय करेगी। सेमी-हाईस्पीड ट्रेन की सेवाएं हर 15 मिनट पर उपलब्ध होंगी। साहिबाबाद से दुहाई तक रैपिडएक्स ट्रेन का किराया अलग-अलग है। रैपिडएक्स ट्रेन के स्टैंडर्ड कोच का किराया 50 रुपये है, जबकि प्रीमियम कोच में 100 रुपये किराया है।

परियोजना पर आई 30,274 करोड़ की लागत

रैपिडएक्स की 30,274 करोड़ रुपये की परियोजना का विस्तार दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक होगा। रैपिड रेल एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली को मेरठ से जोड़ देगी। यह ट्रेन सिर्फ 55 से 60 मिनट में दिल्ली से मेरठ तक का सफर तय करेगी, जिससे लोगों का काफी समय बचेगा। दिल्ली-मेरठ कॉरोडिर पर 30 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसमें से 10 ट्रेनें साहिबाबाद-दुहाई के बीच चलेंगी। 

देश में 8 रैपिड रेल कॉरिडोर बनेंगे

इस परियोजना के अन्तर्गत कुल 8 रैपिड रेल कॉरिडोर बनेंगे। ये दिल्ली एनसीआर में तैयार किए जाएंगे। इन आठ रैपिड रेल कॉरिडोर में से तीन कॉरिडोर को पहले चरण में लागू करने पर प्राथमिकता दी गई है। इसमें दिल्ली-गाजियाबाद- मेरठ कॉरिडोर, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर कॉरिडोर और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर शामिल है। इसमें से दिल्ली-गाजियाबाद- मेरठ कॉरिडोर का पीएम मोदी ने 20 अक्टूबर को उद्घाटन कर दिया है।