Manipur Violence: मणिपुर हिंसा के बीच NPP ने बीजेपी सरकार से वापस लिया समर्थन, राज्य से AFSPA हटाने की मांग
मणिपुर में 3 महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिलने के बाद हिंसक प्रदर्शन बढ गए हैं। इस बीच राज्य की बीजेपी सरकार में शामिल नेशनल पीपुल्स पार्टी ने अपना समर्थन वापस लेने का ऐलान किया है। 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में नेशनल पीपुल्स पार्टी के 7 सदस्य हैं, जो बीजेपी सरकार को समर्थन दे रहे थे।
Manipur Violence: मणिपुर (Manipur) में 3 महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिलने के बाद हिंसक प्रदर्शन बढ गए हैं। इस बीच राज्य की बीजेपी सरकार (BJP government) में शामिल नेशनल पीपुल्स पार्टी (National People's Party) ने अपना समर्थन वापस लेने का ऐलान किया है। 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा (Manipur Assembly) में नेशनल पीपुल्स पार्टी (National People's Party) के 7 सदस्य हैं, जो बीजेपी सरकार (BJP government) को समर्थन दे रहे थे। बीजेपी (BJP) के पास कुल 32 सदस्य हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 31 हैं। ऐसे में राज्य सरकार को फिलहाल खतरा नहीं है।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक करेंगे अमित शाह
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने नागपुर में होने वाली चार चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया था और वो दिल्ली लौट आए। जानकारी के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक करेंगे। वहीं, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के प्रमुख अनीश दयाल को स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा जा रहा है।
ना मणिपुर एक है, ना मणिपुर सेफ है- खड़गे
राज्य में बिगड़ते हालात पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने कहा है कि मणिपुर (Manipur) में बीजेपी (BJP) की डबल इंजन सरकार है। ना मणिपुर एक है, ना मणिपुर सेफ है। मई 2023 से यह अकल्पनीय दर्द, विभाजन और बढ़ती हिंसा से गुजर रहा है, जिसने इसके लोगों का भविष्य नष्ट कर दिया है।
राज्य सरकार ने केंद्र से AFSPA वापस लेने को कहा
राज्य सरकार ने रविवार को केंद्र से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम यानी AFSPA वापस लेने को कहा है। हिंसा के कारण केंद्र सरकार ने 14 नवंबर को इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, जिरीबाम, कांगपोकपी और बिश्नुपुर जिलों के सेकमाई, लामलाई, लामसांग, जिरीबाम, लीमाखोंग और मोइरांग पुलिस थाना इलाकों में AFSPA लागू कर दिया था।
प्रदर्शनकारियों ने 10 विधायकों के घरों पर किया हमला
वहीं, शनिवार (16 नवंबर) को सीएम एन बीरेन सिंह (CM N Biren Singh) और 10 विधायकों के घरों पर हमले हुए। प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ कर आग लगा दी। राज्य में हालात बिगड़ते देख 5 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया और 7 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को हटाने की मांग
इस बीच, कुछ मंत्रियों सहित बीजेपी के 19 विधायकों ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह (CM N Biren Singh) को हटाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को लेटर लिखा है। सूत्रों के मुताबिक, अगले दो-तीन दिन में हालात और बिगड़े तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग सकता है।