West Bengal Lok Sabha Chunav : पहले चरण में 250 कंपनियों की शुरुआत से बंगाल में बढ़ेगी सीएपीएफ की तैनाती

पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। पहले चरण में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 250 कंपनियों की तैनाती की जाएगी। इसके बाद के चरणों में तैनाती और बढ़ाई जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), पश्चिम बंगाल ने ये बात कही है।

West Bengal Lok Sabha Chunav : पहले चरण में 250 कंपनियों की शुरुआत से बंगाल में बढ़ेगी सीएपीएफ की तैनाती

West Bengal Lok Sabha Chunav : पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। पहले चरण में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 250 कंपनियों की तैनाती की जाएगी। इसके बाद के चरणों में तैनाती और बढ़ाई जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), पश्चिम बंगाल ने ये बात कही है।

3 लोकसभा सीटों पर चुनाव के लिए 250 कंपनियां तैनात

पश्चिम बंगाल के सीईओ कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “19 अप्रैल को पहले चरण में उत्तर बंगाल में सिर्फ तीन लोकसभा क्षेत्रों में मतदान है। इसके लिए 250 कंपनियों को तैनात किया जाएगा, बाद के चरणों में तैनाती धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी और अधिकतम तैनाती सातवें और आखिरी चरण में होगी।'' उन्होंने कहा कि अभी सातवें चरण में सटीक तैनाती के बारे में नहीं कहा जा सकता, लेकिन संभव है कि यह 900 से ज्यादा कंपनियों की होगी। भारत निर्वाचन आयोग ने पहले ही पश्चिम बंगाल में चुनाव के लिए सीएपीएफ की 920 कंपनियों की तैनाती का प्रस्ताव दिया है - जो सभी भारतीय राज्यों में सबसे अधिक है।

पश्चिम बंगाल में 900 से ज्यादा कंपनियों की होगी तैनाती

पश्चिम बंगाल के सीईओ आरिज आफताब के अनुसार, पिछले मतदान रिकॉर्ड के आधार पर देखा जा रहा है कि किस पोलिंग बूथ पर तैनाती की कितनी जरूरत है। सीएपीएफ की 250 कंपनियों को पहले चरण में 19 अप्रैल को उत्तरी बंगाल के तीन निर्वाचन क्षेत्रों- कूच बिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी के लिए तैनात किया जाएगा। यह दिखाता है कि आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कितना प्रतिबद्ध है।

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सीईओ कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “कूचबिहार के कुछ पॉकेट्स को छोड़कर, इन तीन निर्वाचन क्षेत्रों में कुल मिलाकर शांतिपूर्ण चुनावों का पिछला रिकॉर्ड है। फिर भी, पहले चरण में 250 कंपनियों को यह संदेश देने के लिए तैनात किया गया है कि मतदान के दिन कोई भी गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।" इसी तरह, 1 जून को सातवें चरण में "अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों" की संख्या कहीं अधिक है, जब दक्षिण बंगाल के नौ निर्वाचन क्षेत्र -- कोलकाता (दक्षिण), कोलकाता (उत्तर), जादवपुर, जयनगर, बशीरहाट, बारासात, मथुरापुर, डायमंड हार्बर और दमदम में मतदान होगा।

पिछले रिकॉर्ड के अनुसार, इन निर्वाचन क्षेत्रों में कुछ "अत्यधिक संवेदनशील" क्षेत्र शामिल हैं जिनमें बशीरहाट के अंतर्गत संदेशखाली, जादवपुर के भांगर, मथुरापुर के मगराहाट पश्चिम, बसंती, कैनिंग पुरबा, जयनगर के कैनिंग पश्चिम और मगराहाट पुरबा और डायमंड हार्बर के अंतर्गत मेटिज़बुरुज़ हैं। इस चरण में सीएपीएफ की तैनाती सबसे ज्यादा होगी।