Vijay Diwas 2023: विजय दिवस के आज 54 साल, देश के लिए शहीद वीरों को पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
पूरा हिंदुस्तान आज विजय दिवस मना रहा है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1971 युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाकर भारत पर जीत हासिल करने वाले शहीद नायकों को श्रद्धांजलि दी।
Vijay Diwas 2023: पूरा हिंदुस्तान आज विजय दिवस मना रहा है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1971 युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाकर भारत पर जीत हासिल करने वाले शहीद नायकों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- आज विजय दिवस पर हम उन सभी बहादुर नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने 1971 में भारत की सेवा करते हुए एक निर्णायक जीत सुनिश्चित की थी
वीरों के बलिदान को सलाम करता है भारत- पीएम मोदी
पीएम ने आगे लिखा कि उनकी वीरता और समर्पण देश के लिए बेहद गर्व का स्रोत है। उनके बलिदान और अटूट भावना हमेशा लोगों के दिलों और हमारे राष्ट्र के इतिहास में अंकित रहेगी। भारत उनके साहस को सलाम करता है और उनकी अदम्य भावना को याद करता है।
53 साल पहले दुश्मनों ने टेक दिए थे घुटने
आज से ठीक 53 साल पहले साल 1971 के भारत-पाक में सेना ने दुश्मन के 93 हजार सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। आज विजय दिवस पर सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी बलिदानियों को सलामी दी तो वहीं जम्मू कश्मीर और लद्दाख में देश के दुश्मनों से लोहा लेने को हरदम तैयार सेना शनिवार को विजय दिवस पर 1971 की ऐतिहासिक जीत से प्रेरणा ली। प्रदेश में विजय दिवस के कार्यक्रमों में देश के लिए बलिदान देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि दी गई।
1971 के युद्ध नायकों को किया जाएगा सम्मानित
सेना की पश्चिमी कमान की रायजिंग स्टार कोर की टाइगर डिवीजन ने भी शनिवार को विजय दिवस पर जम्मू में बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान जम्मू शहर के बलिदान स्तंभ में टाइगर डिव के जीओसी मेजर जनरल गौरव गौतम बलिदानियों को पुष्प चक्र अर्पित किया। इस कार्यक्रम में वर्ष 1971 के युद्ध में हिस्सा ले चुके जम्मू कश्मीर के कई पूर्व सैनिकों ने भी हिस्सा लिया। प्रदेश में सेना ने वर्ष 1971 के युद्ध के नायकों को सम्मानित करने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया था।
देश के ये थे परमवीर चक्र विजेता
जम्मू के दोमाना और राजौरी के सुंदरबनी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सेना ने क्षेत्र के ललयाली में हुए युद्ध के नायकों और बलिदानियों के परिजनों को सम्मानित किया। इसी प्रकार के कार्यक्रम पिछले दिनों लद्दाख के कारगिल जिले के द्रास में भी आयोजित किए गए। वर्ष 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में जम्मू क्षेत्र के बसंतर और ललयाली इलाकों में भारतीय सेना ने दुश्मन को करारी मात देते हुए उसके दर्जनों टैंकर पाकिस्तान के काफी हिस्से को अपने कब्जे में ले लिया था। इस लड़ाई में हिस्सा लेने वाले जम्मू के वीरों में परमवीर चक्र विजेता कैप्टन बाना सिंह, वीर चक्र विजेता कर्नल वीरेन्द्र साही और बलिदानी वीर चक्र विजेता लांस नायक मोहन लाल लखोत्रा शामिल थे।
देश के लिए इन्होंने दिया था सर्वोच्च बलिदान
1971 के भारत-पाक युद्ध में कर्नल विरेन्द्र साही दुश्मन को खदेड़ते हुए गोलियां लगने से घायल हुए थे। वहीं वर्ष 1971 के युद्ध में जब पाकिस्तानी सेना ने कारगिल पर हमला किया था तो हिंदुस्तान की सेना के वीर उन पर टूट पड़े थे। सेना ने पाकिस्तान पर हमला बोलकर 36 घंटों के अंदर उसके कब्जे वाले 40 किलोमीटर इलाके और इसमें स्थित पाकिस्तान की 19 चौकियों को अपने कब्जे में ले लिया था। इस लड़ाई के दौरान सेना की 29 बलिदानियों ने देश के लिए बड़ा बलिदान दिया था।