WTC Final: डब्लूटीसी फाइनल के लिए टीम इंडिया को चलना होगा बड़ा दांव, रोहित ब्रिगेड के सामने बड़ी चुनौती

टीम इंडिया लगातार दो बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है लेकिन अभी उसका इस चैंपियनशिप को जीतने का सपना अधूरा है। भारतीय टीम जब अगस्त में बांग्लादेश के खिलाफ अपने टेस्ट अभियान की शुरुआत करेगी तो उसकी निगाहें लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल पर होंगी।

WTC Final: डब्लूटीसी फाइनल के लिए टीम इंडिया को चलना होगा बड़ा दांव, रोहित ब्रिगेड के सामने बड़ी चुनौती

WTC Final: टीम इंडिया (team india) लगातार दो बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) के फाइनल में पहुंची है लेकिन अभी उसका इस चैंपियनशिप को जीतने का सपना अधूरा है। भारतीय टीम (Indian team) जब अगस्त में बांग्लादेश के खिलाफ अपने टेस्ट अभियान की शुरुआत करेगी तो उसकी निगाहें लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल पर होंगी। बांग्लादेश (bangladesh) के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरुआत 19 अगस्त से होगी उसके ठीक बाद भारतीय टीम को न्यूजीलैंड (New Zealand) से तीन टेस्ट मैचों की घरेलू श्रृंखला खेलना है। इन दोनों सीरीज को बड़े अंतर से जीत कर टीम इंडिया डब्लूटीसी की रैंकिंग (Team India WTC Ranking) को और मजबूत करने की कोशिश करेगी। टीम इंडिया के बारे में सब जानते है की उसे घरेलू जमीन पर हराना या हराने की सोचना ही कितना मुश्किल है और इसकी वजह भी वाजिब ही है क्योंकि रिकॉर्ड्स इसकी गवाही खुद दे रहे है। भारत पिछले 12 सालों में एक भी टेस्ट सीरीज घरेलू सरजमीं पर नहीं हारा है और मात्र चार टेस्ट मैच गवाएं हैं। टीम इंडिया के लिए उम्मीद की जा सकती है की वो सभी मुकाबले जीतेंगे। क्योंकि न्यूजीलैंड (New Zealand) अभी तक भारत के खिलाफ कोई टेस्ट सीरीज हिंदुस्तानी सरजमीं नहीं जीता है।

घरेली श्रृंखला में टीम इंडिया को करना होगा वाइटवॉश 

मौजूदा समय की अगर बात करें तो मेन इन ब्लूज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में टॉप पर मौजूद है। ऐसे में भारतीय फैंस को पूरी उम्मीद है कि रोहित ब्रिगेड तीसरी बार भी फाइनल में प्रवेश करने में सफल रहेगी। लेकिन यह भी सही है कि भारतीय टीम और फाइनल के बीच सबसे बड़ा रोड़ा कंगारू हैं। टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए कम से कम अंक तालिका में 65% पॉइंट्स बनाए रखने की जरूरत है। टीम इंडिया को अभी कुल 10 टेस्ट खेलने हैं और उसे इनमें से सात को जीतना होगा। सबसे बड़ी बात यह है की इनमे से 5 टेस्ट मैच टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी की सरजमीं पर खेलना है। ऐसे में पहले भारत को दोनों घरेलू सीरीज बड़े अंतर से जीतनी होगी और उसके बाद मिशन ऑस्ट्रेलिया को अंजाम देना होगा। हालांकि बांग्लादेश को छोड़ भी दें तो भारतीय टीम को पहले और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है। लेकिन भारतीय टीम के मौजूदा परफॉर्मेंस को देखते हुए एक्सपर्ट्स मानते हैं कि टीम इन चुनौतियों से पर पा लेगी।

कंगारुओं को उनके घर में देनी होगी मात

टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती कंगारुओं को उनके घर में हराना है और वह भी बड़ी अंतर के साथ। हालांकि पिछले दो सीरीज में टीम ने ये कारनामा कर दिखाया है। ऑस्ट्रेलिया को अपने घर में पिछली दो टेस्ट सीरीज में भारत से शिकस्त का सामना करना पड़ा है। लेकिन फिर भी कंगारुओं की चुनौती को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। इतिहास गवाह है इस बात का कि कंगारू हमेशा बड़े मंचों पर जबरदस्त परफॉर्मेंस देते हैं। इसलिए रोहित ब्रिगेड को घरेलू जमीन पर बांग्लादेश (bangladesh) और न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ होने वाले पांचों टेस्ट मैच जीत कर चीजे आसान करनी होगी। ऐसी स्थिति में भारतीय टीम के 79.76 प्रतिशत अंक हो जाएंगे और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए स्थिति डब्लूटीसी फाइनल्स (WTC Finals) के अनुकूल बन जायेगी। क्रिकेट विशेषज्ञ भी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए होने वाली इंडिया और ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत पर नजर रखे हुए हैं और उनको भी लगता है कि मेन इन ब्लूज अपने पिछले दो टूर्नामेंट्स का प्रदर्शन एक बार फिर दोहराएंगे और इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) के फाइनल में पहुंचाएंगे।