IPL 2024: हैदराबाद और पंजाब में हुआ रोमांचक मुकाबला, पिटाई से घबराकर तेज गेंदबाज बना स्पिनर

सनराइजर्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स के बीच खेले गए मुकाबले में दर्शक आखिरी गेंद तक दिल थामे बैठे रहे। ऐसा हो भी क्यों ना ...ये आईपीएल है जनाब, जहां सौ प्रतिशत रोमांच की गारंटी है। मोहाली में खेले गए इस मैच में पंजाब की टीम जीतते जीतते रह गई और मुकाबला हैराबाद के पक्ष में चला गया। दोनो टीमों ने मैच में मनोरंजन और रोमांच का तगड़ा कॉकटेल फैंस को पेश किया।

IPL 2024: हैदराबाद और पंजाब में हुआ रोमांचक मुकाबला, पिटाई से घबराकर तेज गेंदबाज बना स्पिनर

IPL 2024: सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) और पंजाब किंग्स (punjab kings) के बीच खेले गए मुकाबले में दर्शक आखिरी गेंद तक दिल थामे बैठे रहे। ऐसा हो भी क्यों ना ...ये आईपीएल है जनाब, जहां सौ प्रतिशत रोमांच की गारंटी है। मोहाली में खेले गए इस मैच में पंजाब की टीम जीतते जीतते रह गई और मुकाबला हैराबाद के पक्ष में चला गया। दोनो टीमों ने मैच में मनोरंजन और रोमांच का तगड़ा कॉकटेल फैंस को पेश किया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हैदराबाद की टीम के 4 विकेट 64 रन पर आउट हो गए। इसके बाद ऐसा लगने लगा कि टीम बमुश्किल 130 - 140 रन बना पाएगी। लेकिन युवा बल्लेबाज नीतीश रेड्डी की उम्दा अर्धशतकीय पारीकी बदौलत 20 ओवर में नौ विकेट के नुकसान पर 182 रन बनाए। नीतीश ने 37 बॉल में चार चौके और 5 छक्कों की मदद से 64 रन बनाए। चेज करने उतरी पंजाब आखिरी सांस तक लड़ी और मैच को रोमांचक बना दिया।

दोनो टीमों का टॉप ऑर्डर रहा फेल

पंजाब किंग्स के टॉप ऑर्डर की बल्लेबाजी भी तकरीबन हैदराबाद की ही तरह रही. ऊपरी क्रम के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए. लेकिन बाद में दो युवा खिलाड़ी आशुतोष शर्मा और शशांक सिंह ने टीम को स्कोर के करीब ले गए. लेकिन तमाम कोशिश के बाद भी ये दोनो खिलाड़ी अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए. पंजाब किंग्स के लिए शशांक सिंह ने सबसे ज्यादा 46 रन बनाए तो वहीं आशुतोष शर्मा ने 33 रनों का योगदान दिया. सैम करन ने 29 रन और सिंकदर रजा ने 28 रन बनाए.लेकिन ये खिलाड़ी टीम को जीत नहीं दिला पाए और पूरी टीम 20 ओवर में 180 रन ही बना सकी. इस तरह से पंजाब किंग्स को 2 रनों से हार झेलनी पड़ी. हैदराबाद की तरफ से भुवनेश्वर कुमार को दो सफलता हाथ लगी. 

9 गेंद का हुआ आखिरी ओवर

वहीं पंजाब को आखिरी ओवर में 29 रनों की जरूरत थी, जिसे हासिल करना आसान नहीं था। गेंद जयदेव उनादकत के हाथ में, जबकि सामने पिछले मैच के हीरो शशांक सिंह और आशुतोष शर्मा थे। देखते ही देखते पहली ही गेंद पर आशुतोष शर्मा ने छक्का जड़ दिया। इससे जयदेव का लाइनलेंथ थोड़ा बिगड़ गया। इसके बाद उन्होंने अगली दो गेंदें वाइड कीं तो लीगल दूसरी बॉल को आशुतोष ने फिर बाउंड्री के बाहर 6 रनों के लिए भेज दिया। अगली 2 गेंदों पर 2-2 रन बने तो 5वीं गेंद फिर वाइड रही। इसके बाद लीगल 5वीं गेंद पर आशुतोष ने सिंगल लिया तो आखिरी ओवर पर शशांक ने छक्का जड़ दिया। इस ओवर की सबसे धीमी गेंद 107 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से थी, जबकि एक 110 और एक 117 किलो मीटर प्रति घंटे से डाली गई थी। आपको बता दें कि दिग्गज भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने 118 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी गेंद फेंक लेते थे. इसी वजह से फैंस जयदेव उनादकट  को लेकर चर्चा करने लगे कि पिटाई से घबरा कर वो स्पिनर की तरह गेंदबाजी करने लगे।