Noida News: नोए़़डा में बैंक का सर्वर हैक कर निकाली गई 16.50 करोड़ की रकम
साइबर ठगों ने लगातार ठगी कर नोएडा में आतंक मचा रखा है और इस बार ठगों ने नोएडा में नैनीताल बैंक के सर्वर को हैक कर 16 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम 89 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर ली। इनके खिलाफ बैंक के आईटी विभाग के मैनेजर ने मुकदमा दर्ज कराया है।
Noida News : साइबर ठगों ने लगातार ठगी कर नोएडा में आतंक मचा रखा है और इस बार ठगों ने नोएडा में नैनीताल बैंक के सर्वर को हैक कर 16 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम 89 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर ली। इनके खिलाफ बैंक के आईटी विभाग के मैनेजर ने मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि साइबर ठगों ने 89 अलग-अलग खातों में सर्वर को हैक कर रकम ट्रांसफर की है। इसके लिए पुलिस ने टीमों का गठन किया है और उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
साइबर ठगों ने सर्वर को हैक कर पैसै ट्रांसफर किए
साइबर सेल के एसीपी विवेक रंजन ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक मैनेजर द्वारा थाना साइबर में सूचना दी गयी कि बैंक का सर्वर हैक कर किसी अज्ञात व्यक्ति ने 16.50 करोड़ रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर किए हैं। इसको संज्ञान में लेते हुए मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा, मामले के खुलासे के लिए टीमों का गठन भी किया गया है। साक्ष्य संकलन करते हुए आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। एसीपी विवेक रंजन ने बताया कि अभी तक की जांच में 89 खातों में पैसों को ट्रांसफर करने की बात सामने आई है। इसकी जांच अभी जारी है।
89 खातों से पैसों पैसे निकाले गए
दरअसल सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक के आईटी मैनेजर सुमित कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि 17 जून को आरटीजीएस खाते के नियमित समाधान के दौरान बैलेंस शीट में करीब 3.61 करोड़ रुपए का अंतर पाया गया था। इसके बाद आरटीजीएस टीम ने स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम सर्वर के साथ कोर बैंकिंग सिस्टम में लेनदेन की जांच की। 18 जून को जब फिर से जांच की गई तो इसमें भी बैलेंस शीट में अंतर मिला। बैंक की अभी तक जांच में 16 करोड़ से ज्यादा की रकम ट्रांसफर की गई है।
गौरतलब है कि अभी तक साइबर ठग लोगों को अलग-अलग माध्यम से अपना निशाना बनाते आए थे। लेकिन अब बैंक के सर्वर को हैक कर 16 करोड़ से ज्यादा की रकम उड़ा लेना अपने आप में एक बड़ा मामला है। पुलिस टीम के लिए भी यह काफी बड़ी चुनौती मानी जा रही है।