Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी में एक तक लिफ्ट में फंसा रहा बच्चा, लोहे की रॉड से खोला गया दरवाजा

ताजा मामला ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना इलाके की एक हाईराइज सोसायटी से आया है। जहां बीती देर रात 16 साल का एक किशोर करीब 1 घंटे तक लिफ्ट में फंसा रहा। कड़ी मशक्कत के बाद उसको बाहर निकाला गया।

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी में एक तक लिफ्ट में फंसा रहा बच्चा, लोहे की रॉड से खोला गया दरवाजा

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Greater Noida News) में लिफ्ट में लोगों के फंसने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में लिफ्ट एक्ट पास हो जाने के बाद भी अभी तक स्थिति में सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। कभी बुजुर्ग, कभी बच्चे, तो कभी युवा लिफ्ट में फंसकर घंटों परेशान हो रहे हैं। 

ग्रेटर नोएडा के बिसरख इलाके का मामला

ताजा मामला ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के बिसरख थाना इलाके (Greater Noida) की एक हाईराइज सोसायटी (High Rise Society) से आया है। जहां बीती देर रात 16 साल का एक किशोर करीब 1 घंटे तक लिफ्ट में फंसा रहा। कड़ी मशक्कत के बाद उसको बाहर निकाला गया। जानकारी के मुताबिक, लोहे के रॉड के जरिए लिफ्ट के दरवाजों को खोलने की कोशिश की गई। कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को लिफ्ट से बाहर निकाला जा सका।

पुलिस ने सोसायटी के मेंटेनेंस ऑफिस को दी हिदायत

वहीं, मामल पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने समिति के मेंटेनेंस विभाग को चेतावनी दी है कि आगे से ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। पुलिस ने जानकारी साझा करते हुए बताया है कि 11 अगस्त की रात थाना बिसरख क्षेत्र में ग्रीन आर्क सोसायटी में तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट बंद हो गयी थी। इस लिफ्ट में 16 वर्षीय निशेष फंस गया। वह सोसायटी के एफ टावर फ्लैट नंबर 1204 ए में अपने परिवार के साथ रहता है। काफी सहायता बुलाने के बाद भी करीब 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सोसायटी के गार्ड, मेंटेनेंस विभाग और आसपास के लोगों ने मिलकर लोहे की रॉड से लिफ्ट का दरवाजा खोल कर उसे बाहर निकाला। इसके बाद थाना बिसरख पुलिस द्वारा सोसायटी के मेंटेनेंस ऑफिस को हिदायत दी गयी है। 

जिम्मेदारों के खिलाफ नहीं हो रही कार्रवाई 

बता दें कि यूपी या ग्रेटर नोएडा में ये पहला मामला नहीं है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाई राइज सोसायटी में लगातार लिफ्ट में फंसने के मामले आ रहे हैं और इसमें जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया जा रहा है। इसलिए इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।