Kuttu Atta Side Effect: व्रत के दौरान खाते हैं कुट्टू का आटा? तो जान लें इसके साइड इफेक्ट

व्रत के दौरान बाजार में मिलने वाले कुट्टू का आटा की पूड़ी अधिकतर घरों में खाया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि कुट्टू का आटा खाना आपकी सेहत के लिए कितना हानिकारक है, चलिए बताते हैं।    

Kuttu Atta Side Effect: व्रत के दौरान खाते हैं कुट्टू का आटा? तो जान लें इसके साइड इफेक्ट

Kuttu Atta Side Effect: शारदीय नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है। जिसके दौरान लोग मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए व्रत उपवास करते हैं। ऐसे में लोग सिर्फ फलहार ही खाते हैं। जो व्रत के दौरान बाजार में मिलता है। वहीं बहुत से लोग ऐसे है जो कुट्टू का आटा की पूड़ी जो अधिकतर घरों में खाया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि कुट्टू का आटा खाना आपकी सेहत के लिए कितना हानिकारक है। चलिए बताते हैं।    

क्या होता है कुटटू ?

ये चावल की एक प्रजाति है, जो ठंडे और पहाड़ी इलाकों में होता है। इसका बॉटनिकल नाम फैगोपाएरम-एफक्यूलैंटम है। इसमें प्रोटीन हाई मात्रा में होती है। इसे स्टोर करके रखना या इसमें मिलावट करना खतरनाक होता है, क्योंकि स्टोर करने से नमी हो सकती है और फंगस लग सकते हैं।

एक्‍सपायर्ड होने पर बन जाता कट्टू का आटा खतरनाक

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कुट्टू आटे को खाकर बीमार पड़ने की सबसे बड़ी वजह हो सकती है कि आटे में कुछ खराब चीज मिलाई गई हो या फिर आटा एक्‍सपायर्ड हो और इसमें बैक्टीरिया या फंगस पैदा हो गया हो।

कुट्टू का आटा खाने के नुकसान

फाइबर ज्यादा होने की वजह से कुछ लोगों को इस आटे को खाने के बाद पेट दर्द, अपच, सूजन या गैस बनती है। तो वहीं, कुछ लोगों को इस आटे से एलर्जी भी होती है। इसे खाने के बाद न केवल स्किन पर रिएक्शन, बल्कि पेट में दिक्कत और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

क्या है कुट्टू के आटे की तासीर ? 

कुट्टू के आटे की तासीर बेहद गर्म होती है। ऐसे में गर्मी के मौसम में इसका सेवन सोच समझकर करना चाहिए। अगर गर्मियों में इसका ज्यादा सेवन किया गया तो इससे सेहत को कई नुकसानों का सामना करना पड़ सकता है। 

कुट्टू खाने के साइड इफेक्ट  

  1. अगर आपको कुट्टू के सेवन के बाद एनर्जी हो जाए तो समझ जाएं कि आपको कुट्टू सूट नहीं कर रहा है। ऐसे में इसे अपनी डाइट से निकाल दें।
  2. कुट्टू के आटे के अंदर अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है। ऐसे में अगर फाइबर की मात्रा शरीर में ज्यादा हो जाए तो उसके कारण कब्ज, गैस आदि समस्याएं हो सकती हैं।
  3. अगर कुट्टू का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो शरीर में पोटेशियम भी बढ़ जाता है। पोटेशियम के कारण मांसपेशियों में कमजोरी, दिल की धड़कन का बंद हो जाना आदि समस्याएं भी हो सकती हैं।  

कैसे करें सही कुट्टू के आटे की पहचान?

1. कु़ट्टू के आटे को जब भी खरीदें तो पहले उसका रंग देख लें। खराब कट्टू के आटे का रंग बदल जाता है। 
2. सूंघने पर अगर आटे से महक आ रही है तो न खरीदें।
3. आटा अगर गूथते समय बिखर रहा हो या ज्यादा चिकना हो रहा हो तो समझ जाएं कि इसमें आरारोट मिलाया गया है।