Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता में भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों से ममता की अपील- ‘राजनीति से ऊपर उठकर काम पर लौटें’
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में जूनियर डाक्टरों का अनशन जारी है। डाक्टरों की भूख हड़ताल का आज 15वां दिन है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भूख हड़ताल कर रहे डॉक्टरों से अनशन खत्म करने की अपील की है।
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता (Kolkata) में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में जूनियर डाक्टरों का अनशन जारी है। डाक्टरों की भूख हड़ताल का आज 15वां दिन है। पश्चिम बंगाल (west bengal) की सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने भूख हड़ताल कर रहे डॉक्टरों से अनशन खत्म करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की ज्यादातर मांगें पूरी कर दी गई हैं, लेकिन स्वास्थ्य सचिव को हटाने की मांग को अस्वीकार कर दिया है।
हर किसी को विरोध का अधिकार- ममता
सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने कहा कि हर किसी को विरोध का अधिकार है, लेकिन इससे स्वास्थ्य सेवाओं पर असर नहीं पड़ना चाहिए। किसी विभाग में सभी किसी को एक साथ हटाना संभव नहीं है। हमने पहले ही डीएचएस (DHS) और डीएमई (DME) को पद से हटा दिया है, इसलिए अब राजनीति से ऊपर उठकर काम पर वापस लौटें।
पिछले 15 दिनों से अनशन पर हैं जूनियर डॉक्टर
बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर के लिए न्याय और मेडिकल सुविधाओं में सुधार करने की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टर पिछले 15 दिनों से अनशन पर हैं। इस बीच छह डॉक्टरों की तबियत खराब हो चुकी है। बिगड़ती हालत को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि आठ अन्य डाक्टर अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं। डॉक्टरों की मांग है कि राज्य सरकार 21 अक्टूबर (सोमवार) तक समस्या को सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाए।
सोमवार को डॉक्टरों से मिलेंगी ममता बनर्जी
मुख्य सचिव मनोज पंत (Chief Secretary Manoj Pant) ने शनिवार (19 अक्टूबर) को डॉक्टरों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) के साथ स्टेट सेक्रेटेरिएट में 45 मिनट की बैठक करने का आमंत्रण दिया। इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों से अनशन खत्म करने की अपील की। हालांकि, डॉक्टरों ने अपनी सभी मांगें पूरी होने तक अनशन खत्म करने से इनकार कर दिया। लेकिन बैठक में शामिल होने के लिए सहमत हो गए।
ममता बनर्जी ने डाक्टरों से किये गंभीर सवाल
सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने कहा कि, क्या ये सही है कि डॉक्टर तय करें कि किसे हटाना चाहिए? ममता बनर्जी ने भी डॉक्टरों से अनशन खत्म करने और सोमवार को उनसे मुलाकात करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस कमिश्नर, चिकित्सा शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक को हटा दिया है, लेकिन मैं पूरे विभाग को नहीं हटा सकती। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया- क्या यह तर्कसंगत है कि आप तय करें कि किस अधिकारी को हटाना चाहिए? कुछ मांगों के लिए नीति बनाने की आवश्यकता है और इसमें सरकार पूरा सहयोग करेगी, लेकिन हमें यह हरगिज़ मंजूर नहीं है कि डॉक्टर सरकार को आदेश दें कि क्या करना है।
मेरा पद भूल जाएं, मुझे दीदी समझें- ममता
ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी को समझें और इस बात पर खास ध्यान दें कि इस हड़ताल से राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि लोग आपके इलाज पर निर्भर हैं। गरीब लोग कहां जाएंगे? वे सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज पाते हैं। कृपया मेरे पद को भूल जाएं और मुझे अपनी दीदी समझें। आपकी मांगे जायज हैं, लेकिन आपको जनता की सेवा करनी चाहिए।
22 अक्टूबर को सभी स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे
दूसरी तरफ, विरोध कर रहे डॉक्टरों ने कहा है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो 22 अक्टूबर को पूरे राज्य में सभी स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल करेंगे। इसके साथ ही डॉक्टरों ने रविवार (20 अक्टूबर) को एक बड़ी रैली का निकालने की योजना बनाई है।