Demonstration of students in Prayagraj: प्रयागराज में चौथे दिन छात्रों का प्रदर्शन जारी, 'वन डे वन एग्जाम' की मांग कर रहे अभ्यर्थी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के ‘PCS-Pre’ और ‘RO-ARO’ की परीक्षा दो दिन में संपन्न कराने के आयोग के निर्णय के खिलाफ छात्रों का धरना प्रदर्शन गुरुवार को (14 नवंबर) चौथा दिन भी जारी है। लोकसेवा आयोग के सामने गुरुवार सुबह धरना प्रदर्शन कर रहे कुछ अभ्यर्थियों को पुलिस ने जबरन उठा लिया।
Demonstration of students in Prayagraj: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (Uttar Pradesh Public Service Commission) के ‘PCS-Pre’ और ‘RO-ARO’ की परीक्षा दो दिन में संपन्न कराने के आयोग के निर्णय के खिलाफ छात्रों का धरना प्रदर्शन गुरुवार को (14 नवंबर) चौथा दिन भी जारी है। लोकसेवा आयोग (Public Service Commission) के सामने गुरुवार सुबह धरना प्रदर्शन कर रहे कुछ अभ्यर्थियों को पुलिस ने जबरन उठा लिया। जिससे अभ्यर्थियों में अफरा-तफरी मच गई।
पीसीएस (PCS) और आरओ-एआरओ (RO-ARO) परीक्षा को एक दिन में कराने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों में शामिल एक छात्रा ने बताया कि पुलिस ने महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की है। एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि सादे कपड़ों में आए पुलिसकर्मी प्रदर्शन करने वाले कुछ छात्रों को जबरदस्ती घसीटते हुए ले गए हैं। बता दें कि लोकसेवा आयोग (Public Service Commission) के सामने चल रहे छात्रों के प्रदर्शन का आज चौथा दिन है। पिछले चार दिनों के मुकाबले आज छात्रों की संख्या कम है।
पुलिस ने 11 छात्र लिए हिरासत में
इससे पहले बुधवार शाम (13 नवंबर को) को भी पुलिस ने 11 प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लिया था। वे सभी कोचिंग की लाइब्रेरी को जबरन बंद करा रहे थे। एक ओर पुलिस का एक्शन हो रहा है तो दूसरी ओर हजारों की संख्या में छात्र अभी भी धरना दे रहे हैं। पुलिस सभी 11 लोगों का शांति भंग की धाराओं में चालान कर रही है, चालान के बाद एसीपी कोर्ट से जमानत पर रिहा भी किया जा सकता है।
छात्र क्यों कर रहें हैं प्रदर्शन
दरअसल, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (Uttar Pradesh Public Service Commission) ने पीसीएस प्रीलिम्स 2024 (PCS Prelims 2024) और आरओ/एआरओ प्रीलिम्स 2023 परीक्षाओं को दो दिन और दो शिफ्ट में आयोजित कराने का निर्णय लिया है। इस निर्णय का अभ्यर्थी पहले से विरोध कर रहे हैं। प्रतियोगी छात्र यूपी पीसीएस 2024 (UP PCS 2024) और आरओ एआरओ 2023 (ro aro 2023) की प्रारंभिक परीक्षाओं को पहले की तरह एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में कराए जाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि 2 दिन परीक्षा कराए जाने पर होने वाले नॉर्मलाइजेशन से उनका नुकसान होगा।
बता दें कि 11 नवंबर से दिल्ली से लेकर यूपी तक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए हैं। वे 'वन डे वन एग्जाम' की मांग के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र यूपीपीएससी की परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन सिस्टम खत्म करने की मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि लोक सेवा आयोग के नॉर्मलाइजेशन सिस्टम (normalization system) की प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं है।
कब शुरू हुआ नॉर्मलाइजेशन का विवाद?
हाल ही में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (Uttar Pradesh Public Service Commission) ने प्रतियोगी परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन सिस्टम (normalization system) लागू करने को लेकर एक नोटिस जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि यदि कोई परीक्षा दो या दो से ज्यादा दिन तक चलती है तो उसका मूल्यांकन परसेंटाइल के आधार पर किया जाएगा, लेकिन यदि एक दिन की परीक्षा होगी तो उसमें नॉर्मलाइजेशन सिस्टम लागू नहीं होगा। यूपीपीएससी ने बताया कि पीसीएस प्रीलिम्स परीक्षा 2024 (PCS Prelims Exam 2024) और आरओ एआरओ 2023 (ro aro 2023) की भर्ती परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन सिस्टम लागू किया जाएगा।