Israel and Hezbollah: लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी हमले की इजराइल ने ली जिम्मेदारी, नेतन्याहू ने दी थी ब्लास्ट की मंजूरी
लेबनान में 17 सितंबर को हिजबुल्लाह सदस्यों के पेजर में हुए सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी 54 दिन बाद इजराइल ने ले ली है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने रविवार (11 नवंबर) को स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने ही इजराइल की सुरक्षा को लेकर हमले की मंजूरी दी थी।
Israel and Hezbollah: लेबनान में 17 सितंबर को हिजबुल्लाह सदस्यों के पेजर में हुए सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी 54 दिन बाद इजराइल ने ले ली है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने रविवार (11 नवंबर) को स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने ही इजराइल की सुरक्षा को लेकर हमले की मंजूरी दी थी।
नेतन्याहू ने लेबनान में पेजर हमले के दिए थे ऑर्डर
नेतन्याहू के प्रवक्ता ओमर दोस्तरी ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया कि रविवार को हुई कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने पुष्टि की कि उन्होंने ही लेबनान में पेजर हमले के ऑर्डर दिए थे। हालांकि, ओमर दोस्तरी ने विस्तार से इस अटैक की जानकारी नहीं दी। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, पीएम नेतन्याहू ने कहा कि डिफेंस एजेंसी और सीनियर अधिकारी पेजर अटैक और हिजबुल्लाह के तत्कालीन चीफ नसरल्लाह को ढेर करने के ऑपरेशन के खिलाफ थे। विरोध के बावजूद मैंने हमले के सीधे ऑर्डर दिए।
पेजर धमाकों में 40 लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि 17 सितंबर को लेबनान में हुए पेजर धमाकों और 18 सितंबर को हुए वॉकी-टॉकी हमले में हिजबुल्लाह से जुड़े करीब 40 लोग मारे गए थे। जबकि तीन हजार से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे।
नेतन्याहू ने UN में भाषण के बाद हमले की इजाजत दी थी
27 सितंबर को पीएम नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने के बाद अपने होटल रूम से ही लेबनान में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमले के ऑर्डर दिये थे। इस हमले के 20 घंटे बाद हिजबुल्लाह ने नसरल्लाह की मौत की पुष्टि की थी।
पेजर एक वायरलेस डिवाइस है। जिसका इस्तेमाल संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। आमतौर पर यह छोटे स्क्रीन और लिमिटेड कीपैड के साथ आता है। इसकी सहायता से संदेश या अलर्ट्स को जल्दी प्राप्त किया जा सकता है।
हिजबुल्लाह ने मोबाइल फोन का प्रयोग ना करने को कहा था
जानकारी के मुताबिक, जिन पेजर्स में विस्फोट हुआ, उन्हें हाल ही में हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को इस्तेमाल करने के लिए दिया था। गाजा जंग शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को मोबाइल फोन का प्रयोग करने को मना किया था। इजराइल के किसी संभावित हमले से बचने के लिए सभी को यह सलाह दी गई थी। जुलाई 2024 में ही हसन नसरल्लाह ने अपने लोगों से मोबाइल डिवाइस और सीसीटीवी का इस्तेमाल बंद करने को कहा था, क्योंकि उन्हें डर था कि इजराइली एजेंसी इन्हें हैक कर सकती है।
इजराइल के अधिकारियों को पहले से पता थी नसरल्लाह की लोकेशन
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इजराइली नेताओं को कई महीनों पहले से ही नसरल्लाह की लोकेशन की जानकारी थी। वे 1 हफ्ते पहले ही उस पर हमले की प्लानिंग बना चुके थे। इस दौरान इजराइली अधिकारियों को डर था कि नसरल्लाह कुछ दिनों में किसी दूसरी लोकेशन पर शिफ्ट हो जाएगा। ऐसे में उनके पास उस पर हमला करने के लिए बेहद कम समय था। इसके बाद 27 सितंबर को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने के बाद अपने होटल रूम से हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमले की अनुमित दी थी।