Iran and Israel war: ईरान ने इजरायल पर दागे 300 से ज़्यादा ड्रोन, अमेरिका ने ईरानी मिसाइलों को किया तबाह

ईरान ने देर रात इजरायल पर ताबड़तोड़ 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दाग दिए। ईरान ने हमले को ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस का नाम दिया है। इस हमले में किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया गया है।

Iran and Israel war: ईरान ने इजरायल पर दागे 300 से ज़्यादा ड्रोन, अमेरिका ने ईरानी मिसाइलों को किया तबाह

Iran and Israel war: ईरान (iran) ने देर रात इजरायल (Israel) पर ताबड़तोड़ 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन (missiles and drones) दाग दिए। ईरान ने हमले को ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस (Operation True Promise) का नाम दिया है। इस हमले में किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल (ballistic missile) और क्रूज मिसाइलों (cruise missiles) का भी इस्तेमाल किया गया है। इजरायल के कई शहर धमाकों से गूंज उठे। पूरे देश में किलाबंदी कर दी गई है। इजरायली सेना (israeli army) हाई अलर्ट पर है और एयर डिफेंस सिस्टम (air defense system) को एक्टिवेट कर दिया है।

ईरान ने इजरायल पर क्यों किया हमला?

कई दिनों से अंतरराष्ट्रीय स्तर (International Level) पर इस बात की चर्चा हो रही थी कि कभी भी ईरान की ओर से इजरायल पर हमला हो सकता है। दरअसल, एक अप्रैल को सीरिया (Syria) में ईरान के वाणिज्य दूतावास (Consulate of Iran) पर हमला किया गया था। हमले में ईरान के टॉप कमांडर सहित कई सैन्य अधिकारियों की मौत की खबर सामने आई थी। ईरान ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन इजरायल की ओर से इस पर कोई रिएक्शन नहीं दिया गया।
 
कई देशों के एयरस्पेस बंद 

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने तेल अवीव (tel aviv) में वॉर कैबिनेट की बैठक की। हमले को देखते हुए मिडल ईस्ट (middle east) के कई देशों ने अपने-अपने एयरस्पेस बंद कर दिए हैं। इस हमले की इजराइल के पश्चिमी सहयोगियों ने निंदा की है।
 
आईडीएफ का बयान आया सामने

इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी का कहना है कि ईरान ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। इससे एक सैन्य अड्डे को मामूली नुकसान हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल का कहना है कि ईरान को इजरायल के काउंटर अटैक के लिए तैयार रहना चाहिए। हम शांति से नहीं बैठेंगे।
 
इरान के हमले पर भारत का रिएक्शन

इस हमले पर भारत (India) की तरफ से भी बयान जारी किया गया है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि 'हम इस्राइल और ईरान के बीच दुश्मनी बढ़ने को लेकर गंभीर तौर पर चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा पर खतरा पैदा होता है। विदेश मंत्रालय इस स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है। क्षेत्र में मौजूद हमारे दूतावास भारतीय समुदाय (Indian community) से संपर्क में हैं। यह जरूरी है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थायित्व बना रहे।

हमले पर नेतन्याहू का बयान 

ईरान के हमले के मद्देनजर इजरायल के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) का कहना है कि इजराइल एक मजबूत देश है, ईरान की तरफ से होने वाले सीधे हमले की तैयारी पहले से ही की जा रही थी, इजरायल का डिफेंसिव सिस्टम तैनात हैं। यहां की सेना मजबूत और जनता ताकतवर है।

ऋषि सुनक का बयान 

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इजराइल पर ईरान के हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन इजराइल की सुरक्षा के लिए खड़ा रहेगा। वहीं उनका कहना है कि इस हमले से आधी दुनिया पर बुरा असर पड़ रहा है।

अलर्ट पर अमेरिका

ईरान के हमले की निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि न ही मिडिल ईस्ट और ना ही ये दुनिया एक और युद्ध झेल नहीं सकती। 
ईरान के हमले के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से फोन पर बात की। अमेरिकी रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान बाइडेन ने नेतन्याहू को बताया कि ईरान पर इजरायल के काउंटर अटैक का अमेरिका समर्थन नहीं करेगा। वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर मैं अमेरिका का राष्ट्रपति होता तो ईरान की हमला करने की हिम्मत नहीं होती।