Bengaluru Mahalaxmi Murder Case: बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर केस के मुख्य आरोपी ने की सुसाइड, डायरी में लिखा कुबूलनामा

बेंगलुरु के महालक्ष्मी मर्डर केस में एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस की गिरफ्ता में आने से पहले ही मुख्य आरोपी ने सुसाइड कर ली है। उसका शव ओडिशा के भद्रक जिले के गांव में बुधवार दोपहर फांसी के फंदे से लटकता मिला। उसका शव एक पेड़ पर लटकता मिला।

Bengaluru Mahalaxmi Murder Case: बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर केस के मुख्य आरोपी ने की सुसाइड, डायरी में लिखा कुबूलनामा

Bengaluru Mahalaxmi Murder Case: बेंगलुरु के महालक्ष्मी मर्डर केस (Bengaluru Mahalaxmi Murder Case) में एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले ही मुख्य आरोपी ने सुसाइड कर ली है। उसका शव ओडिशा (Odisha) के भद्रक जिले के गांव में बुधवार दोपहर फांसी के फंदे से लटकता मिला। उसका शव एक पेड़ पर लटकता मिला। उसके पास से एक बैग, नोटबुक और उसकी स्कूटी भी वहीं पर मिली। 

मुक्तिरंजन रॉय ने डायरी में कुबूला जुर्म

पुलिस के मुताबिक, मृतक का नाम मुक्तिरंजन रॉय है। मौके से पुलिस को एक डायरी मिली हुई है, जिसमें उसने महालक्ष्मी का मर्डर करने की बात कबूली है। महालक्ष्मी और मुक्तिरंजन रॉय साल 2023‎ से एक-दूसरे को जानते थे और रिलेशनशिप में थे। दोनों एक ही मॉल में जॉब करते थे।

20 सितंबर को हुआ था हत्या का खुलासा

दरअसल, 20 सितंबर को बेंगलुरु के व्यालिकावल इलाके में बसप्पा गार्डन के पास बने तीन मंजिला मकान में महालक्ष्मी की लाश मिली थी। उसके शव के 59 टुकड़े करके फ्रिज में रखा गया था। 29 वर्षीय महालक्ष्मी ‎मल्लेश्वरम में स्थित एक कॉस्ट्यूम आउटलेट में टीम ‎लीडर की जॉब करती थी।

4 साल से पति से अलग रहती थी महालक्ष्मी 

महालक्ष्मी के भाई उक्कम सिंह ने बताया था कि उनका परिवार नेपाल के कठंद राज्य के टीकापुर गांव का रहने वाला है। 30 साल पहले उनके मम्मी-पापा काम के लिए बेंगलुरु आए थे फिर और यहीं बस गए। महालक्ष्मी का विवाह नेलमंगला में रहने वाले हेमंत दास से हुआ था। वह मोबाइल एसेसरीज की दुकान में काम करता है। महालक्ष्मी एक मॉल में काम करती थी। उनकी 4 साल की एक बेटी भी है। जो हेमंत के साथ रहती है। महालक्ष्मी और हेमंत करीब 4 साल से अलग-अलग रह रहे थे। हालांकि, दोनों का अभी तक तलाक नहीं हुआ था। महालक्ष्मी अक्टूबर 2023 से व्यालिकावल में किराए के एक मकान में रह रही थी।

घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने दी जानकारी

महालक्ष्मी की हत्या का खुलासा तब हुआ जब उसकी बिल्डिंग में रहने वाले अन्य लोगों को तेज बदबू लगने लगी। यह तेज बदबू मकान के सबसे ऊपर वाले फ्लोर से आ रही थी, जहां महालक्ष्मी रहती थी। जब बदबू हद से ज्यादा हो गई तो पड़ोसियों ने महालक्ष्मी के भाई और बहन को फोन कर जानकारी दी। देर रात करीब 12.30 बजे महालक्ष्मी का परिवार वहां पहुंच गया। इसके बाद महालक्ष्मी के घर के दरवाजे का लॉक तोड़ा गया। अंदर का हाल देखकर ही परिवार वालों के होस उड़ गए। कमरे में हर जगह खून ही खून ही था और जमीन पर कीड़े रेंग रहे थे। घर का सारा सामान बिखरा हुआ था। जब महालक्ष्मी की मां ने फ्रिज खोला तो अंदर बेटी का कटा सिर, पैर और डेडबॉडी के करीब 59 से अधिक टुकड़े थे।

हत्या के बाद से ही फरार था मुक्तिरंजन रॉय 

वहीं इस मर्डर में पुलिस को 5 लोगों पर शक था। एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया। मुख्य आरोपी मुक्तिरंजन रॉय को लेकर जानकारी मिली थी कि वो ओडिशा का रहने वाला है। वह हत्या के बाद से ही फरार था। पुलिस मुक्तिरंजन रॉय की तलाश कर रही थी। बैंगलोर पुलिस उसकी लोकेशन को ट्रैक कर रही थी और जल्द ही उसे पकड़ने वाली थी, लेकिन इस बीच बुधवार को उसने फांसी लगा ली।